चिक्कमगलुरु: बेंगलुरु के चिक्कमगलुरु जिले के कलसा तालुक के सरकारी अस्पताल में महिला मरीजों की नसबंदी करने के लिए आया डॉक्टर शराब के नशे में धुत होने से ऑपरेशन थियेटर में ही लेट गया. डॉक्टर की हालत देख कर मरीज और मरीजों के परिजनों ने आक्रोश जताया. वहीं मामले में स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडुराव ने तत्काल कार्रवाई करते हुए डॉक्टर को निलंबित कर दिया है.
बताया जाता है कि चिक्कमगलुरु जिले के कलसा तालुक के सरकारी अस्पताल में नसबंदी शल्य चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया था. इसके मद्देनजर अस्पताल के डॉक्टरों ने सर्जरी कराने वाली महिलाओं से सुबह 8 आने के लिए कहा था. इस वजह से शिविर में नौ से अधिक महिलाएं पहुंच चुकी थीं. वहीं दोपहर करीब तीन बजे ऑपरेशन करने लिए डॉक्टर बालकृष्ण पहुंचे. लेकिन डॉक्टर ने इतनी अधिक शराब पी रखी थी कि वह ऑपरेशन थियेटर के अंदर जाते ही बेड पर लेट गए. वहीं घटना के बाद महिला मरीजों के परिजन आक्रोशित हो गए. दूसरी तरफ अस्पताल के कर्मचारियों ने सोचा कि डॉक्टर का शुगर लो हो गया है या बीपी हाई है. इसके बाद उन्होंने डॉक्टर को ग्लूकोज देने के बाद शराब के नशे में धुत डॉक्टर बालकृष्ण को कोप्पा अस्पताल भेज दिया.
इस संबंध में मरीज के एक रिश्तेदार अविनाश ने बताया कि अस्पताल के कर्मचारियों ने बेहोशी की हालत में सो रही महिलाओं को भी ग्लूकोज दिया. वहीं कर्मचारियों ने समझाने की कोशिश की कि गुरुवार को एक और डॉक्टर को बुलाया जा सकता है और ऑपरेशन की तैयारी की जा सकती है. मरीजों के परिजनों की मांग है कि ऐसे डॉक्टरों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए. इस बारे में जिला स्वास्थ्य अधिकारी उमेश ने कहा कि डॉक्टर के अस्पताल में शराब पीकर आने की सूचना मिली थी, ऐसा करना गलत है. मामले की जांच के लिए एक टीम गठित की जाएगी तथा उचित जांच के बाद डॉक्टर के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.
मंत्री ने डॉक्टर को निलंबित किया- स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री दिनेश गुंडुराव ने चिक्कमगलुरु के डीएचओ को कलसा तालुक में सरकारी अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर को शराब के सेवन के आरोप में निलंबित करने का नोटिस जारी किया है. स्वास्थ्य मंत्री ने डीएचओ को दोषी डॉक्टर को सस्पेंड करने और जांच कर रिपोर्ट देने के भी निर्देश दिए हैं.
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