ETV Bharat / bharat

फ्रांस से वापस भेजे गए 60 से ज्यादा गुजरातियों से CID ने की पूछताछ, 15 एजेंट के नाम सामने आए - गुजरात मानव तस्करी

15 agents on radar : मानव तस्करी के आरोप में फ्रांस से वापस भेजे गए विमान में 60 ज्यादा गुजराती थे. अब गुजरात सीआईडी इन सभी से पूछताछ कर रही है. गुजरात सीआईडी के एडीजीपी ने बताया कि पूछताछ में 15 एजेंट के नाम सामने आए हैं. human trafficking, 15 agents from Gujarat in CIDs radar, ADGP Rajkumar Pandian.

15 agents from Gujarat in CIDs radar
गुजरात सीआईडी
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jan 2, 2024, 5:55 PM IST

गांधीनगर: फ्रांस सरकार ने भारत से अमेरिका तक अवैध मानव तस्करी के घोटाले का पर्दाफाश किया है. फ्रांस से आई फ्लाइट को मुंबई डायवर्ट किया गया जहां 20 नहीं बल्कि 60 से ज्यादा गुजरात के लोग लौटे. गुजरात सीआईडी ​​क्राइम ने सभी लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है. राज्य सीआईडी (​​क्राइम) के एडीजीपी राजकुमार पांडियन ने ईटीवी भारत को बताया कि इस पूछताछ में कुल 15 एजेंटों के नाम सामने आए हैं.

राजकुमार पांडियन ने कहा कि फिलहाल करीब 60 यात्रियों से पूछताछ की गई है. पासपोर्ट जब्त कर लिए गए हैं और जमीनी स्तर पर जांच की जा रही है कि इन सभी लोगों ने किस माध्यम से हवाई टिकट बुक करा लिए. होटल टिकट और दुबई के बाद इस रैकेट में कौन-कौन लोग और कितने लोग शामिल हैं, सभी मुद्दों की जांच की जाएगी.

उन्होंने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में यह भी पता चला है कि सभी लोग 2 दिन तक दुबई में रुके और फिर दूसरे एजेंट के जरिए फ्रांस पहुंच गए. अब वे जिन स्थानों पर रुके थे, वहां से जुड़े एजेंटों की भी जांच की जा रही है. साथ ही किस व्यक्ति ने यहां के एजेंटों से मुलाकात की थी, इस संबंध में भी सीआईडी ​​क्राइम की ओर से पूछताछ की गई है.

शुरुआती जांच में पता चला है कि जब पूर्वी अमेरिका के निकारागुआ देश में पर्यटकों को आगमन वीजा की सुविधा प्रदान की जाती है, तो इन सभी लोगों को ड्राइवर वीजा लेकर निकारागुआ में रहना पड़ता है और फिर वहां से मैक्सिको और मैक्सिको से अमेरिका जाने की योजना बनानी पड़ती थी. शुरुआती जांच में पता चला है कि जो लोग अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करने वाले थे, वे केवल रात में ही काम करते. अगर उन्हें इस तरह से नौकरी मिल जाती है, तो उन्हें वहां के व्यापारी और नियोक्ता कम वेतन देते.

'60 से 80 लाख रुपये देकर गए थे' : सीआईडी ​​क्राइम के एडीजीपी राजकुमार पांडियन ने बताया कि पूछताछ में कुल 66 लोगों के पासपोर्ट नंबर हासिल किए गए हैं. नाम और पते के आधार पर पता चला है कि ज्यादातर लोग मेहसाणा, गांधीनगर, आणंद और अहमदाबाद के रहने वाले हैं. ये सभी लोग सिर्फ 8वीं से 12वीं तक पढ़े हैं और स्थानीय एजेंटों के माध्यम से करीब 60 से 80 लाख में अवैध तरीके से अमेरिका गए थे. पहले ये अहमदाबाद से दुबई गए फिर दुबई से निकारागुआ गए. ये बात भी सामने आई है कि लोग अमेरिका की सीमा पार करते हैं. एजेंट अवैध रूप से अमेरिका जाने वाले लोगों को एक हजार से तीन हजार डॉलर देने की बात करते थे.

ये भी पढ़ें

चार दिनों बाद फ्रांस से भारत लौटा विमान, मानव तस्करी का संदेह

लीजेंड एयरलाइंस के विमान से मुंबई पहुंचे 276 यात्रियों से CISF ने की पूछताछ

गांधीनगर: फ्रांस सरकार ने भारत से अमेरिका तक अवैध मानव तस्करी के घोटाले का पर्दाफाश किया है. फ्रांस से आई फ्लाइट को मुंबई डायवर्ट किया गया जहां 20 नहीं बल्कि 60 से ज्यादा गुजरात के लोग लौटे. गुजरात सीआईडी ​​क्राइम ने सभी लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है. राज्य सीआईडी (​​क्राइम) के एडीजीपी राजकुमार पांडियन ने ईटीवी भारत को बताया कि इस पूछताछ में कुल 15 एजेंटों के नाम सामने आए हैं.

राजकुमार पांडियन ने कहा कि फिलहाल करीब 60 यात्रियों से पूछताछ की गई है. पासपोर्ट जब्त कर लिए गए हैं और जमीनी स्तर पर जांच की जा रही है कि इन सभी लोगों ने किस माध्यम से हवाई टिकट बुक करा लिए. होटल टिकट और दुबई के बाद इस रैकेट में कौन-कौन लोग और कितने लोग शामिल हैं, सभी मुद्दों की जांच की जाएगी.

उन्होंने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में यह भी पता चला है कि सभी लोग 2 दिन तक दुबई में रुके और फिर दूसरे एजेंट के जरिए फ्रांस पहुंच गए. अब वे जिन स्थानों पर रुके थे, वहां से जुड़े एजेंटों की भी जांच की जा रही है. साथ ही किस व्यक्ति ने यहां के एजेंटों से मुलाकात की थी, इस संबंध में भी सीआईडी ​​क्राइम की ओर से पूछताछ की गई है.

शुरुआती जांच में पता चला है कि जब पूर्वी अमेरिका के निकारागुआ देश में पर्यटकों को आगमन वीजा की सुविधा प्रदान की जाती है, तो इन सभी लोगों को ड्राइवर वीजा लेकर निकारागुआ में रहना पड़ता है और फिर वहां से मैक्सिको और मैक्सिको से अमेरिका जाने की योजना बनानी पड़ती थी. शुरुआती जांच में पता चला है कि जो लोग अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करने वाले थे, वे केवल रात में ही काम करते. अगर उन्हें इस तरह से नौकरी मिल जाती है, तो उन्हें वहां के व्यापारी और नियोक्ता कम वेतन देते.

'60 से 80 लाख रुपये देकर गए थे' : सीआईडी ​​क्राइम के एडीजीपी राजकुमार पांडियन ने बताया कि पूछताछ में कुल 66 लोगों के पासपोर्ट नंबर हासिल किए गए हैं. नाम और पते के आधार पर पता चला है कि ज्यादातर लोग मेहसाणा, गांधीनगर, आणंद और अहमदाबाद के रहने वाले हैं. ये सभी लोग सिर्फ 8वीं से 12वीं तक पढ़े हैं और स्थानीय एजेंटों के माध्यम से करीब 60 से 80 लाख में अवैध तरीके से अमेरिका गए थे. पहले ये अहमदाबाद से दुबई गए फिर दुबई से निकारागुआ गए. ये बात भी सामने आई है कि लोग अमेरिका की सीमा पार करते हैं. एजेंट अवैध रूप से अमेरिका जाने वाले लोगों को एक हजार से तीन हजार डॉलर देने की बात करते थे.

ये भी पढ़ें

चार दिनों बाद फ्रांस से भारत लौटा विमान, मानव तस्करी का संदेह

लीजेंड एयरलाइंस के विमान से मुंबई पहुंचे 276 यात्रियों से CISF ने की पूछताछ

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.