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Arms Factory Owner Arrested: बिहार की आर्म्स फैक्ट्री ओनर सहित 6 गिरफ्तार, 8 पिस्टल, 11 कारतूस बरामद

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Published : Mar 31, 2023, 11:42 AM IST

Updated : Mar 31, 2023, 12:36 PM IST

दिल्ली में बिहार की आर्म्स फैक्ट्री के मालिक सहित छह लोग गिरफ्तार किए गए हैं. उनके पास से 8 पिस्टल और 11 कारतूस बरामद हुए हैं.

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बिहार की आर्म्स फैक्ट्री ओनर सहित 6 गिरफ्तार

नई दिल्ली: द्वारका नॉर्थ थाना इलाके में एक बिजनेसमैन की हत्या करने के लिए की गई फायरिंग के मामले में शूटर, उसकी हत्या की सुपारी देने वाले बिजनेसमैन के पार्टनर, बिहार के सिवान में आर्म्स फैक्ट्री चलाने वाले आर्म्स सप्लायर और फैक्ट्री ओनर को स्पेशल स्टाफ ने गिरफ्तार किया है. यह फैक्ट्री बिहार के सिवान में चलाई जा रही थी, जहां से हथियारों को दिल्ली एनसीआर, और उत्तर प्रदेश में भी सप्लाई किया जा रहा था. गैंग का खुलासा करते हुए 8 पिस्टल और 11 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं.

डीसीपी द्वारका एम हर्षवर्धन ने बताया कि फैक्ट्री का ओनर बबलू शर्मा है. यह भी पता चला की हथियार की सप्लाई लोकल गैंग मेंबर को भी की जाती है. बबलू शर्मा का यूपी के इंटरस्टेट अपराधियों के साथ भी संपर्क है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान शिवकुमार यादव, सत्येंद्र यादव, राहुल यादव, अंकुर सिंह और बबलू शर्मा के रूप में हुई है.

बताया गया कि, अंकुर सिंह सिवान में हथियार की फैक्ट्री चलाता है और बबलू शर्मा आगे सप्लाई करवाता है. एसीपी ऑपरेशन रामअवतार की देखरेख में इंस्पेक्टर स्पेशल स्टाफ नवीन कुमार, सब इंस्पेक्टर सुरेश, तरुण राणा, बहादुर सिंह, विजय गौर, सत्येंद्र, हेड कॉन्स्टेबल राजकुमार, देव और अजय कुमार की टीम ने सीसीटीवी फुटेज, टेक्निकल सर्विलेंस और लोकल इंटेलिजेंस की मदद से इस गैंग तक पहुंची. पुलिस टीम को सूचना मिली थी कि सनी, बाजार चौक, ककरोला के पास हथियार के साथ आने वाला है. इसके बाद टीम ने वहां पर छापा मारा गया, जहां से सत्येंद्र, राहुल और अंकुर को पकड़ लिया. तलाशी में उनके पास से दो पिस्टल, 9 जिंदा कारतूस और मोटरसाइकिल बरामद की गई. इनसे पूछताछ के बाद पुलिस ने शिव कुमार यादव को भी ओल्ड पालम रोड से पकड़ लिया. पूछताछ में पता चला की सत्येंद्र और शिवकुमार आपस में रिलेटिव हैं.

यह भी पढ़ें-नोएडाः करोड़ों की ठगी के मामले में कंपनी का मालिक गिरफ्तार, पीएफ के करोड़ों रुपये का किया था गबन

उन्होंने बताया कि सत्येंद्र, शिवकुमार के लिए काम करता है. शिवकुमार की बिजेंदर नाम के एक बिजनेसमैन के साथ पार्टनरशिप थी और उसी के दौरान विवाद होने पर शिवकुमार ने उसकी हत्या करने की प्लानिंग की थी. इसके लिए उसने सिवान से शूटर को हायर किया था. मार्च में यह लोग सिवान गए, जहां इनकी राहुल और अंकुर से मुलाकात हुई बिजेंदर की हत्या की सुपारी दी गई. राहुल और अंकुर ने यह प्रपोजल स्वीकार कर लिया. शिवकुमार ने फिर सत्येंद्र के जरिए राहुल तक फंड पहुंचाने की प्लानिंग तय की. इसके बाद राहुल और अंकुर, सतेंद्र के साथ दिल्ली आ गए, जहां पर ककरोला के भारत विहार में उनके रुकने का इंतजाम किया गया और वारदात को अंजाम देने के लिए मोटरसाइकिल भी उपलब्ध कराई गई. राहुल यादव शूटर है जो बबलू शर्मा से हथियार खरीद कर लाया था. जब पुलिस टीम बिहार पहुंची तो पता चला कि वहां पाली गन हाउस के नाम से वह फैक्ट्री चला रहा है, जहां से 6 हथियार और दो जिंदा कारतूस बरामद किए गए.

यह भी पढ़ें- Fake Journalist: खुद को यूट्यूब चैनल का पत्रकार बताने वाला चढ़ा पुलिस के हत्थे, पत्रकारिता के आड़ में करता था धन उगाही

बिहार की आर्म्स फैक्ट्री ओनर सहित 6 गिरफ्तार

नई दिल्ली: द्वारका नॉर्थ थाना इलाके में एक बिजनेसमैन की हत्या करने के लिए की गई फायरिंग के मामले में शूटर, उसकी हत्या की सुपारी देने वाले बिजनेसमैन के पार्टनर, बिहार के सिवान में आर्म्स फैक्ट्री चलाने वाले आर्म्स सप्लायर और फैक्ट्री ओनर को स्पेशल स्टाफ ने गिरफ्तार किया है. यह फैक्ट्री बिहार के सिवान में चलाई जा रही थी, जहां से हथियारों को दिल्ली एनसीआर, और उत्तर प्रदेश में भी सप्लाई किया जा रहा था. गैंग का खुलासा करते हुए 8 पिस्टल और 11 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं.

डीसीपी द्वारका एम हर्षवर्धन ने बताया कि फैक्ट्री का ओनर बबलू शर्मा है. यह भी पता चला की हथियार की सप्लाई लोकल गैंग मेंबर को भी की जाती है. बबलू शर्मा का यूपी के इंटरस्टेट अपराधियों के साथ भी संपर्क है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान शिवकुमार यादव, सत्येंद्र यादव, राहुल यादव, अंकुर सिंह और बबलू शर्मा के रूप में हुई है.

बताया गया कि, अंकुर सिंह सिवान में हथियार की फैक्ट्री चलाता है और बबलू शर्मा आगे सप्लाई करवाता है. एसीपी ऑपरेशन रामअवतार की देखरेख में इंस्पेक्टर स्पेशल स्टाफ नवीन कुमार, सब इंस्पेक्टर सुरेश, तरुण राणा, बहादुर सिंह, विजय गौर, सत्येंद्र, हेड कॉन्स्टेबल राजकुमार, देव और अजय कुमार की टीम ने सीसीटीवी फुटेज, टेक्निकल सर्विलेंस और लोकल इंटेलिजेंस की मदद से इस गैंग तक पहुंची. पुलिस टीम को सूचना मिली थी कि सनी, बाजार चौक, ककरोला के पास हथियार के साथ आने वाला है. इसके बाद टीम ने वहां पर छापा मारा गया, जहां से सत्येंद्र, राहुल और अंकुर को पकड़ लिया. तलाशी में उनके पास से दो पिस्टल, 9 जिंदा कारतूस और मोटरसाइकिल बरामद की गई. इनसे पूछताछ के बाद पुलिस ने शिव कुमार यादव को भी ओल्ड पालम रोड से पकड़ लिया. पूछताछ में पता चला की सत्येंद्र और शिवकुमार आपस में रिलेटिव हैं.

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उन्होंने बताया कि सत्येंद्र, शिवकुमार के लिए काम करता है. शिवकुमार की बिजेंदर नाम के एक बिजनेसमैन के साथ पार्टनरशिप थी और उसी के दौरान विवाद होने पर शिवकुमार ने उसकी हत्या करने की प्लानिंग की थी. इसके लिए उसने सिवान से शूटर को हायर किया था. मार्च में यह लोग सिवान गए, जहां इनकी राहुल और अंकुर से मुलाकात हुई बिजेंदर की हत्या की सुपारी दी गई. राहुल और अंकुर ने यह प्रपोजल स्वीकार कर लिया. शिवकुमार ने फिर सत्येंद्र के जरिए राहुल तक फंड पहुंचाने की प्लानिंग तय की. इसके बाद राहुल और अंकुर, सतेंद्र के साथ दिल्ली आ गए, जहां पर ककरोला के भारत विहार में उनके रुकने का इंतजाम किया गया और वारदात को अंजाम देने के लिए मोटरसाइकिल भी उपलब्ध कराई गई. राहुल यादव शूटर है जो बबलू शर्मा से हथियार खरीद कर लाया था. जब पुलिस टीम बिहार पहुंची तो पता चला कि वहां पाली गन हाउस के नाम से वह फैक्ट्री चला रहा है, जहां से 6 हथियार और दो जिंदा कारतूस बरामद किए गए.

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Last Updated : Mar 31, 2023, 12:36 PM IST
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