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RSS में मुस्लिम समाज की एंट्री, अलीगढ़ में 35 मुस्लिम महिलाएं जुड़ीं

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Published : Oct 19, 2022, 8:02 PM IST

अलीगढ़ में मुस्लिम समाज के लोगों ने RSS (Rashtriya Swayamsevak Sangh) की सदस्यता ग्रहण की है.

RSS में मुस्लिम समाज की एंट्री
RSS में मुस्लिम समाज की एंट्री.

अलीगढ़ः जिले में बुधवार को मुस्लिम समाज के 50 से अधिक लोगों ने RSS (Rashtriya Swayamsevak Sangh) की सदस्यता ग्रहण की है, इनमें करीब 35 महिलाएं शामिल है. सदस्यता कार्यक्रम मुस्लिम बहुल क्षेत्र उस्मानपाड़ा में आयोजित किया गया. आरएसएस की सदस्यता लेने वाले मुस्लिम समाज के लोगों ने सीएम योगी और मोदी सरकार के योजनाओं की तारीफ की. भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा की जिला उपाध्यक्ष फरहीन अंसारी के मुताबिक हमने 35 से अधिक मुस्लिम महिलाओं को RSS से जोड़ा है. कुल 50 मुस्लिम पुरुष और महिलाओं को संगठन से जोड़ा गया है.

जानकारी देतीं फरहीन अंसारी.

भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा की जिला उपाध्यक्ष फरहीन अंसारी ने बताया कि जब तक प्रदेश में भाजपा की सरकार नहीं थी, तब मुसलमानों को एक वोट बैंक के तौर पर इस्तेमाल किया जाता था लेकिन, आज मुसलमान भाजपा और आरएसएस जुड़ने को तैयार है. फरहीन अंसारी ने कहा कि मुस्लिम समुदाय को जोड़ने की कोशिश की जा रही है. RSS एक गैर राजनीतिक और सामाजिक संगठन है जो समय - समय पर बिना भेदभाव के भारतीयों की मदद करता रहा है.

मुस्लिम समाज की भी मदद हो रही है . पहले खुले दिल से हमें लोगों का स्वागत करना है फिर संगठन साथ खड़ा होगा. फरहीन बताती है कि जुड़ने वाले से ज्यादा जोड़ने वाले में काबिलियत होनी चाहिए. अगर हमारे अंदर काबिलियत है तो मुसलमान समाज के लोग जुड़ेंगे. पसमांदा मुस्लिम समाज के लिए सरकार ने कई योजनाएं चलाई हैं. योजनाओं का लाभ मुस्लिम समुदाय को दिया जा रहा है.

फरहीन मोहसिन ने मदरसे और वक्फ जमीनों के सर्वों को लेकर कहा कि मुसलमानों के बच्चों का हक है कि दीनी तालिम से ऊपर उठकर, दुनियावी तालीम हासिल करें. सर्वे होना चाहिए. जब हम गलत नहीं है, तो हमारे अंदर डर और खौफ कैसा? वहीं, पूर्व सपा विधायक जमीर उल्ला खान ने हर घर में मदरसे खोले जाने पर कहा कि क्या जमीर उल्लाह के बच्चे पब्लिक स्कूल में नहीं पढ़ते. उन्होंने अपने बच्चों को मदरसे में क्यों नहीं पढ़ाया. क्यों नहीं उन्होंने अपने बच्चे को दीनी तालीम दिलाई.

ये भी पढ़ेंः खुदाई के दौरान निकला शिवलिंग, लोगों ने भजन कीर्तन कर किया जलाभिषेक

अलीगढ़ः जिले में बुधवार को मुस्लिम समाज के 50 से अधिक लोगों ने RSS (Rashtriya Swayamsevak Sangh) की सदस्यता ग्रहण की है, इनमें करीब 35 महिलाएं शामिल है. सदस्यता कार्यक्रम मुस्लिम बहुल क्षेत्र उस्मानपाड़ा में आयोजित किया गया. आरएसएस की सदस्यता लेने वाले मुस्लिम समाज के लोगों ने सीएम योगी और मोदी सरकार के योजनाओं की तारीफ की. भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा की जिला उपाध्यक्ष फरहीन अंसारी के मुताबिक हमने 35 से अधिक मुस्लिम महिलाओं को RSS से जोड़ा है. कुल 50 मुस्लिम पुरुष और महिलाओं को संगठन से जोड़ा गया है.

जानकारी देतीं फरहीन अंसारी.

भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा की जिला उपाध्यक्ष फरहीन अंसारी ने बताया कि जब तक प्रदेश में भाजपा की सरकार नहीं थी, तब मुसलमानों को एक वोट बैंक के तौर पर इस्तेमाल किया जाता था लेकिन, आज मुसलमान भाजपा और आरएसएस जुड़ने को तैयार है. फरहीन अंसारी ने कहा कि मुस्लिम समुदाय को जोड़ने की कोशिश की जा रही है. RSS एक गैर राजनीतिक और सामाजिक संगठन है जो समय - समय पर बिना भेदभाव के भारतीयों की मदद करता रहा है.

मुस्लिम समाज की भी मदद हो रही है . पहले खुले दिल से हमें लोगों का स्वागत करना है फिर संगठन साथ खड़ा होगा. फरहीन बताती है कि जुड़ने वाले से ज्यादा जोड़ने वाले में काबिलियत होनी चाहिए. अगर हमारे अंदर काबिलियत है तो मुसलमान समाज के लोग जुड़ेंगे. पसमांदा मुस्लिम समाज के लिए सरकार ने कई योजनाएं चलाई हैं. योजनाओं का लाभ मुस्लिम समुदाय को दिया जा रहा है.

फरहीन मोहसिन ने मदरसे और वक्फ जमीनों के सर्वों को लेकर कहा कि मुसलमानों के बच्चों का हक है कि दीनी तालिम से ऊपर उठकर, दुनियावी तालीम हासिल करें. सर्वे होना चाहिए. जब हम गलत नहीं है, तो हमारे अंदर डर और खौफ कैसा? वहीं, पूर्व सपा विधायक जमीर उल्ला खान ने हर घर में मदरसे खोले जाने पर कहा कि क्या जमीर उल्लाह के बच्चे पब्लिक स्कूल में नहीं पढ़ते. उन्होंने अपने बच्चों को मदरसे में क्यों नहीं पढ़ाया. क्यों नहीं उन्होंने अपने बच्चे को दीनी तालीम दिलाई.

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