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उत्तराखंड पुलिस के आतंकवादी रोधी दस्ते में शामिल हुईं 22 महिला कमांडो

उत्तराखंड पुलिस के आतंकवादी रोधी दस्ते (एटीएस) में अब महिला कमांडो भी नजर आएंगी. अथक परिश्रम के बाद 22 महिला कमांडो दस्ते में शामिल हुई हैं. यह पहली बार है, जब राज्य एटीएस में महिला कमांडो शामिल हुई हैं. विस्तार से पढ़ें पूरी खबर...

उत्तराखंड पुलिस
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Published : Feb 24, 2021, 5:48 PM IST

Updated : Feb 24, 2021, 7:54 PM IST

देहरादून : उत्तराखंड के ATS विंग में आज पहला महिला कमांडो दस्ता शामिल हो गया है. दून पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दस्ते का शुभारंभ किया, जिसके बाद दस्ते ने सीएम के सामने डेमो प्रस्तुत किया.

गौर हो कि महीनों की कड़ी ट्रेनिंग के बाद महिला कमांडो के इस दल को राज्य और देश की सुरक्षा करने का मौका मिलेगा. आधुनिक हथियारों से लैस होकर सुबह से शाम तक ट्रेनिंग के अलग-अलग सत्र में पसीना बहातीं महिला कमांडो के इस दस्ते ने हर उस तकनीक को सीखा है, जिससे पार पाकर उनको आतंकवादियों के हर मंसूबों को समय रहते नेस्तनाबूद करना है. इन महिला कमांडोज को बिना देखे पलक झपकते ही ऑपरेशन को सफल बनाने की हर उस तकनीक से रूबरू करा कर प्रशिक्षित गया है, जिससे वह आम से लेकर खास लोगों को मुसीबत के समय आतंकी गतिविधियों से निजात दिला सकें.

देखिए शुभारंभ की एक झलक.

बता दें कि उत्तराखंड एटीएस में पहली बार महिला कमांडो दस्ते को तैयार करने के लिए सिविल पुलिस, आर्म्ड पुलिस व पीएसी से 38 महिला पुलिस कर्मियों ने आवेदन किया था. शारीरिक और मानसिक दक्षता जैसे अन्य कमांडो वाले मानक में केवल 22 महिला पुलिसकर्मियों का ही एटीएस में चयन हुआ है.

पढ़ें-भारत में एक मार्च से शुरू होगा दूसरे चरण का टीकाकरण : केंद्र सरकार

वहीं, देहरादून में मुख्यमंत्री ने स्मार्ट सिटी पुलिस दल और स्मार्ट चीता पुलिस दल का भी उद्घाटन किया. पहले चरण में स्मार्ट चीता पुलिसकर्मियों का एक दल, हाईटेक सीपीयू की तर्ज पर आधुनिक संसाधनों उपकरणों और हथियारों के साथ सड़कों पर उतरेगा.

बता दें कि सबसे पहले हरिद्वार एटीएस में आठ जनवरी 2021 से 22 चयनित महिला कमांडो की ट्रेनिंग हुई थी. ट्रेनिंग 30 जनवरी 2021 तक फ्री कोर्स के रूप में चली थी. ट्रेनिंग में शारीरिक और मानसिक दक्षता से मजबूत बनाने के साथ ही युद्ध कौशल के शुरुआती गुण भी सिखाए गए. इस दौरान सात दिन का ब्रेक भी दिया गया था.

नरेंद्र नगर पीटीसी ट्रेनिंग सेंटर में प्रशिक्षण

  • आठ फरवरी से 20 फरवरी तक नरेंद्र नगर पीटीसी ट्रेनिंग सेंटर में इन 22 महिला कमांडो को व्यापक रूप से कमांडो ट्रेनिंग
  • देशी-विदेशी कमांडो मॉड्यूल की तकनीक से रूबरू करा कर प्रशिक्षण दिया गया.
  • मिलिट्री के बड़े ऑपरेशन के साथ-साथ युद्ध कौशल के गुण भी कमांडो के विशेष मेंटर द्वारा दिये गये.

देहरादून में प्रशिक्षण

  • 20 फरवरी 2021 से 24 फरवरी 2021 तक देहरादून पुलिस लाइन में ट्रेनिंग हुई.
  • सभी 22 महिला कमांडो को अत्याधुनिक हथियार एके-47 ड्राइवर और हाईटेक हथियारों से ट्रेनिंग दी जा रही है.
  • किस तरह से पलक झपकते ही निशाने को सटीक लगाना है, इसी प्रकार की कई तरह से ट्रेनिंग दी जा रही है.

आज सीएम के सामने दिया डेमो

  • देहरादून पुलिस लाइन में मुख्यमंत्री को कमांडो दस्ते ने बेसिक ट्रेनिंग का डेमो दिया.
  • सभी महिला कमांडो वापस नरेंद्र नगर पीटीसी में एडवांस ट्रेनिंग के पहले चरण के तहत अन्य प्रशिक्षण के लिए लौटीं हैं.

मार्च तक ट्रेनिंग

  • दो महीने की प्रस्तावित शुरुआती बेसिक ट्रेनिंग का अंतिम पड़ाव मार्च के अंतिम सप्ताह तक नरेंद्र नगर पीटीसी में चलेगा.
  • इसके बाद एक अप्रैल 2021 से तैयार किए गए महिला कमांडो दस्ते को महाकुंभ में एक महीने के लिए पहली तैनाती के लिए भेजा जाएगा.

कुंभ के बाद फिर ट्रेनिंग

  • 30 अप्रैल को कुंभ समाप्त होने के उपरांत सभी 22 महिला कमांडो को आगे अलग-अलग चरणबद्ध तरीके से एडवांस कमांडो ट्रेनिंग दी जाएगी.

देहरादून : उत्तराखंड के ATS विंग में आज पहला महिला कमांडो दस्ता शामिल हो गया है. दून पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दस्ते का शुभारंभ किया, जिसके बाद दस्ते ने सीएम के सामने डेमो प्रस्तुत किया.

गौर हो कि महीनों की कड़ी ट्रेनिंग के बाद महिला कमांडो के इस दल को राज्य और देश की सुरक्षा करने का मौका मिलेगा. आधुनिक हथियारों से लैस होकर सुबह से शाम तक ट्रेनिंग के अलग-अलग सत्र में पसीना बहातीं महिला कमांडो के इस दस्ते ने हर उस तकनीक को सीखा है, जिससे पार पाकर उनको आतंकवादियों के हर मंसूबों को समय रहते नेस्तनाबूद करना है. इन महिला कमांडोज को बिना देखे पलक झपकते ही ऑपरेशन को सफल बनाने की हर उस तकनीक से रूबरू करा कर प्रशिक्षित गया है, जिससे वह आम से लेकर खास लोगों को मुसीबत के समय आतंकी गतिविधियों से निजात दिला सकें.

देखिए शुभारंभ की एक झलक.

बता दें कि उत्तराखंड एटीएस में पहली बार महिला कमांडो दस्ते को तैयार करने के लिए सिविल पुलिस, आर्म्ड पुलिस व पीएसी से 38 महिला पुलिस कर्मियों ने आवेदन किया था. शारीरिक और मानसिक दक्षता जैसे अन्य कमांडो वाले मानक में केवल 22 महिला पुलिसकर्मियों का ही एटीएस में चयन हुआ है.

पढ़ें-भारत में एक मार्च से शुरू होगा दूसरे चरण का टीकाकरण : केंद्र सरकार

वहीं, देहरादून में मुख्यमंत्री ने स्मार्ट सिटी पुलिस दल और स्मार्ट चीता पुलिस दल का भी उद्घाटन किया. पहले चरण में स्मार्ट चीता पुलिसकर्मियों का एक दल, हाईटेक सीपीयू की तर्ज पर आधुनिक संसाधनों उपकरणों और हथियारों के साथ सड़कों पर उतरेगा.

बता दें कि सबसे पहले हरिद्वार एटीएस में आठ जनवरी 2021 से 22 चयनित महिला कमांडो की ट्रेनिंग हुई थी. ट्रेनिंग 30 जनवरी 2021 तक फ्री कोर्स के रूप में चली थी. ट्रेनिंग में शारीरिक और मानसिक दक्षता से मजबूत बनाने के साथ ही युद्ध कौशल के शुरुआती गुण भी सिखाए गए. इस दौरान सात दिन का ब्रेक भी दिया गया था.

नरेंद्र नगर पीटीसी ट्रेनिंग सेंटर में प्रशिक्षण

  • आठ फरवरी से 20 फरवरी तक नरेंद्र नगर पीटीसी ट्रेनिंग सेंटर में इन 22 महिला कमांडो को व्यापक रूप से कमांडो ट्रेनिंग
  • देशी-विदेशी कमांडो मॉड्यूल की तकनीक से रूबरू करा कर प्रशिक्षण दिया गया.
  • मिलिट्री के बड़े ऑपरेशन के साथ-साथ युद्ध कौशल के गुण भी कमांडो के विशेष मेंटर द्वारा दिये गये.

देहरादून में प्रशिक्षण

  • 20 फरवरी 2021 से 24 फरवरी 2021 तक देहरादून पुलिस लाइन में ट्रेनिंग हुई.
  • सभी 22 महिला कमांडो को अत्याधुनिक हथियार एके-47 ड्राइवर और हाईटेक हथियारों से ट्रेनिंग दी जा रही है.
  • किस तरह से पलक झपकते ही निशाने को सटीक लगाना है, इसी प्रकार की कई तरह से ट्रेनिंग दी जा रही है.

आज सीएम के सामने दिया डेमो

  • देहरादून पुलिस लाइन में मुख्यमंत्री को कमांडो दस्ते ने बेसिक ट्रेनिंग का डेमो दिया.
  • सभी महिला कमांडो वापस नरेंद्र नगर पीटीसी में एडवांस ट्रेनिंग के पहले चरण के तहत अन्य प्रशिक्षण के लिए लौटीं हैं.

मार्च तक ट्रेनिंग

  • दो महीने की प्रस्तावित शुरुआती बेसिक ट्रेनिंग का अंतिम पड़ाव मार्च के अंतिम सप्ताह तक नरेंद्र नगर पीटीसी में चलेगा.
  • इसके बाद एक अप्रैल 2021 से तैयार किए गए महिला कमांडो दस्ते को महाकुंभ में एक महीने के लिए पहली तैनाती के लिए भेजा जाएगा.

कुंभ के बाद फिर ट्रेनिंग

  • 30 अप्रैल को कुंभ समाप्त होने के उपरांत सभी 22 महिला कमांडो को आगे अलग-अलग चरणबद्ध तरीके से एडवांस कमांडो ट्रेनिंग दी जाएगी.
Last Updated : Feb 24, 2021, 7:54 PM IST
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