नई दिल्ली : यह साल जल शक्ति मंत्रालय के लिए ऐतिहासिक रहा जहां कई बड़े फैसले लिए गए और कई लंबित मुद्दों का हल निकाला गया. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Union minister Gajendra Singh Shekhawat) ने यह बात कही.
उन्होंने कहा कि अगले साल जल जीवन मिशन को बढ़ाने और ज्यादा से ज्यादा ग्रामीण घरों में नल जल कनेक्शन देने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा. जल शक्ति मंत्रालय के लिए जाता हुआ वर्ष कैसा रहा, इस बारे में बातचीत में उन्होंने कहा कि जो भी जिम्मेदारियां दी गयी थीं, पूरी कर ली गयीं.
शेखावत ने कहा, 'यह साल मंत्रालय के लिए वास्तव में ऐतिहासिक रहा. नदियों को जोड़ने के काफी समय से लंबित मुद्दे का समाधान निकाला गया. इस संबंध में उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के बीच समझौता भी हुआ.' उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सरकारों ने केन और बेतवा नदियों को जोड़ने से संबंधित समझौते पर इस साल की शुरुआत में हस्ताक्षर किए थे. शेखावत ने कहा कि 2021 जल शक्ति मंत्रालय के लिए बहुत महत्वपूर्ण रहा क्योंकि बांध सुरक्षा से संबंधित कानून पारित किया गया.
संसद ने शीतकालीन सत्र में एक विधेयक पारित किया जिसमें देश में विशिष्ट बांधों की सुरक्षा के लिए एक संस्थागत प्रणाली स्थापित करने का प्रावधान है. इसमें बांधों की निगरानी, निरीक्षण, परिचालन और रख-रखाव का प्रावधान है. सरकार ने दिसंबर में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY) का विस्तार किया जिसकी शुरुआत 2015 में की गयी थी.
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मंत्री ने कहा कि रेणुकाजी और लखवार बांधों का निर्माण राष्ट्रीय राजधानी की जल आपूर्ति की जरूरतों के लिए महत्वपूर्ण होगा और इससे नदी का 'पुनर्जन्म' होगा. अगले वर्ष के लिए अपने दृष्टिकोण को साझा करते हुए शेखावत ने कहा कि जल शक्ति मंत्रालय के लिए सबसे बड़ा लक्ष्य चालू परियोजनाओं को समयबद्ध तरीके से पूरा करना है.
उन्होंने कहा, 'पेयजल आपूर्ति हर घर तक करनी है, यह हमारा सर्वोपरि लक्ष्य है.' राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के तहत 2021 में हुई प्रगति का उल्लेख करते हुए मिशन के महानिदेशक रंजन मिश्रा ने कहा कि इस साल जन भागीदारी के लिहाज से ऐतिहासिक रहा जहां गंगा उत्सव और गंगा मशाल अभियान जैसे अनेक सरकारी अभियानों में जबरदस्त समर्थन मिला.
(पीटीआई-भाषा)