एटा: जिले में गोशालाओं की दर्द भरी कहानी किसी कब्रगाह से कम नहीं है. ताजा मामला जिले के रिजोर क्षेत्र के बाहिदपुर बीबी गौशाला का है, जहां 4 दिन में 20 गोवंशों की मौत से सिद्ध होता है कि प्रशासन किस तरह लचर नजर आ रहा है. प्रदेश सरकार गोरक्षा के लिए लगातार फंड जिला प्रशासन को दे रही है. गौशालाएं बनवा रही हैं. वहीं, सिस्टम सरकार के मंसूबों पर पानी फेरता नजर आ रहा है.
जब मीडिया ने गो सेवा में लगे गो सेवक से बात की तो उसकी भी दर्द भरी कहानी कुछ अलग ही थी. बाहिदपुर गोशाला पर तैनात रामकिशोर ने बताया कि हमारे यहां 230 गायें थीं, जिसमें से 4 दिन में 20 गायों की मौत हो चुकी है.
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रामकिशोर ने बताया कि गायों को चारा नहीं मिल पा रहा है. भूख की वजह से गायों की मौत हो रही है. गोदाम खाली हो चुका है. भूसा नहीं है. ट्रैक्टर से भूसा जो कभी-कभी आता है उससे कुछ होता नहीं है, हमें भी तीन तीन महीने हो जाते हैं, पगार नहीं मिलती है, कहां से देखभाल करें.
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वहीं, जब इस मामले में डीएम अंकित कुमार अग्रवाल से बात करने की कोशिश की गई तो फोन उनके स्टेनो ने उठाया और कहा कि इस मामले में जिला पशु चिकित्सा अधिकारी से बात कर लीजिए, साहब अभी बिजी हैं.
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