केंद्रपाड़ा (ओडिशा) : भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान में जंगली जानवरों की आवाजाही पर नजर रखने के लिए कम से कम 20 कैमरे लगाए गए हैं. वन्यजीवों को पकड़ने वाले कैमरा ट्रैप ज्यादातर रात में इन्फ्रारेड सेंसर द्वारा सक्रिय होते हैं.
राजनगर के डीएफओ डॉ. जगयंदुत्ता पति कहते हैं कि वे शरीर की गर्मी या किसी जानवर की हरकत का पता लगाकर तस्वीरें लेते हैं. इन कैमरों को जानवरों और इंसानों से बचाने के लिए छलावरण तरीके से डिजाइन किया गया है. वन विभाग ने हाल ही में वनकर्मियों के लिए कैमरों को ठीक से संभालने के लिए प्रशिक्षित किया है. इन कैमरों में 1 महीने की वीडियो रिकॉर्डिंग स्टोरेज क्षमता है.
यह भी पढ़ें-बीजेपी नेता का विवादित ट्वीट, कैलाश विजयवर्गीय और कुत्ते की तस्वीर के साथ लिखा...
भितरकनिका में भारत के खारे पानी के मगरमच्छों की उच्चतम सांद्रता है, जिसका संरक्षण 1975 में बहुत पहले शुरू किया गया था. भितरकनिका में मगरमच्छों की आबादी 1768 होने का अनुमान है.