टिहरी: जिले के सकलाना पट्टी में प्रकृति ने अपना रौद्र रुप दिखाया है. जिससे क्षेत्र में दहशत का माहौल है. दरअसल आज सुबह मरोड़ा पुल और सकलाना पट्टी में मलबा आने से एक घर क्षतिग्रस्त हो गया है. जिसमें एक बालक और बालिका दब गए हैं. घटना के बाद दोनों बच्चों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया है.
भारी बारिश से ढहा मकान: तहसील धनोल्टी के ग्राम मरोड़ा में रात में हुई बारिश से प्रवीण दास के मकान के पीछे की दीवार टूट गई. जिससे उनके दो बच्चे कुमारी स्नेहा उम्र 12 वर्ष, रणवीर उम्र 10 वर्ष मलबे में दब गए. राजस्व उप निरीक्षक ल्वारखा और पुलिस चौकी सत्यो द्वारा बच्चों को मलबे से निकालकर इलाज के लिए पीएचसी सत्यो पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
गौरीकुंड में भूस्खलन होने से हुआ भीषण हादसा: बता दें कि इससे पहले केदारनाथ यात्रा का मुख्य पड़ाव कहे जाने वाले गौरीकुंड में एक भीषण हादसा हुआ है. जिसमें 23 लोग लापता हो गए हैं, जबकि 3 लोगों की मौत हो गई है. भूस्खलन होने से मलबा और बोल्डर 3 दुकानों के ऊपर गिर गए थे. जिस वक्त ये हादसा हुआ उस वक्त दुकानों में कई लोग मौजूद थे. हादसा इतना भयानक था कि लोगों को संभालने तक का समय नहीं मिला और वो गाल के गाल में समा गए.
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थराली में बोल्डर और मलबा नदी में समा गए: चमोली जिले के थराली में शुक्रवार शाम इन आवासीय मकानों के नीचे पिंडर नदी के किनारे चट्टान खिसकने से बड़े बोल्डर और मलबा नदी में समा गए. जिसके बाद चट्टान के ऊपर बसे अनुसूचित जाति बस्ती के 5 परिवारों के आवासीय मकानों को खतरा उत्पन्न हो गया है. वहीं तहसीलदार प्रदीप नेगी ने मौके का मुआयना कर भूसखलन की जद में रह रहे दो परिवारों को सुरक्षित शिफ्ट करवा दिया है.
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