श्योपुर। कूनो नेशनल पार्क की सैर करने आने वाले पर्यटक अब चीतों की अठखेलियां भी देख सकेंगे. यहां नामीबिया और साउथ अफ्रीका से लाए गए 20 चीतों में से दो ओबान और आशा को शनिवार को बाड़े से निकालकर खुले जंगल में छोड़ दिया गया है. ओबान नर और आशा मादा चीता है. ये दोनों कूनो नेशनल पार्क की आबो-हवा में पूरी तरह ढल चुके हैं.
-
कूनो राष्ट्रीय उद्यान के बाड़े से दो चीतों को जंगल में छोड़ा गया. #MP #KunoNationalPark #Cheetah pic.twitter.com/ICmxkQxfLX
— ETVBharat MP (@ETVBharatMP) March 11, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">कूनो राष्ट्रीय उद्यान के बाड़े से दो चीतों को जंगल में छोड़ा गया. #MP #KunoNationalPark #Cheetah pic.twitter.com/ICmxkQxfLX
— ETVBharat MP (@ETVBharatMP) March 11, 2023कूनो राष्ट्रीय उद्यान के बाड़े से दो चीतों को जंगल में छोड़ा गया. #MP #KunoNationalPark #Cheetah pic.twitter.com/ICmxkQxfLX
— ETVBharat MP (@ETVBharatMP) March 11, 2023
नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से लाए गए थे चीते: श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में 17 सितंबर 2022 को नामीबिया से 8 चीते लाए गए थे. इनमें तीन नर और 5 मादा चीते थे. इनको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर उनके ही हाथों पार्क में छोड़ा गया था. इसके बाद 18 फरवरी 2023 को दक्षिण अफ्रीका से 12 और चीते लाकर यहां छोड़े गए. इन 12 चीतों में 7 नर और 5 मादा थी. इस तरह कूनो नेशनल पार्क में अब तक कुल 20 चीते छोड़े जा चुके हैं. जिनमें 10 नर और 10 ही मादा हैं.
मध्यप्रदेश में वन्यप्राणियों की खबरों से जुड़ी खबरें भी जरूर पढे़ं |
कॉलर आईडी के जरिए रखी जाएगी नजर: चीतों के आने के बाद से ही पर्यटक कूनो में इनके खुले विचरण का इंतजार कर रहे थे. शनिवार को पीसीसीएफ जेएस चौहान ने ओबान और आशा को उनके बाड़ों से बाहर निकाला. फिलहाल, इन दोनों की गतिविधियों पर कॉलर आईडी के जरिए पार्क प्रबंधन नजर रखेगा. कूनो के जंगल में पहले ही तेंदुआ, भालू जैसे कई वन्य प्राणी भी मौजूद हैं. ऐसे में ओबान और आशा का इन जानवरों से सामना हो सकता है. चीतों की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने के लिए पार्क प्रबंधन ने विशेष टीमें भी बनाई हैं. पीसीसीएफ चौहान ने कहा कि ओबान और आशा की स्थिति देखकर अन्य चीतों को भी चरणबद्ध तरीके से खुले जंगल में जल्द ही छोड़ा जाएगा.