अलाप्पुझा: गांव में रहने वाले किसी बच्चे के लिए फरारी और लेम्बोर्गिनी दूर का सपना हो सकता है. केरल के एक गांव में रहने वाले अग्निवेश ने स्पोर्ट्स रेसिंग कार खरीदने के अपने सपने का खुद ही एक बनाकर पूरा करने का फैसला किया. अग्निवेश अब अपने गांव वलवनाड में नायक बन चुका है और लोग उनके घर उसके सपनों की कार देखने के लिए पहुंच रहे हैं.
कलावूर गवर्नमेंट हायर सेकेंडरी स्कूल के छात्र अग्निवेश ने Youtube की मदद से कार (student made a car with the help of youtube) बनाने की जटिल यांत्रिकी सीखी. कार के सभी पुर्जे स्थानीय रूप से मंगवाए गए और एक 100 सीसी स्कूटर इंजन से तीन पहियों वाली कार तैयार करना शुरू कर दिया. उनकी यह कार 35 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज देती है और एक व्यक्ति आराम से यात्रा कर सकता है. अग्निवेश ने अपने पिता के पुराने स्कूटर के इंजन का इस्तेमाल किया और हर काम फिटिंग, असेंबलिंग, वेल्डिंग खुद ही किया.
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अग्निवेश ने पहले भी वाहन बनाए थे और यह उनका तीसरा वाहन है. उन्होंने जो वाहन पहले बनाए थे, वे कृषि उपयोग के लिए थे. अग्निवेश के पिता सत्यप्रकाश स्थानीय प्रशासन विभाग में कार्यरत हैं और माता एस सुधा जीएसटी विभाग में कार्यरत हैं.