श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर पुलिस ने गुरुवार को दावा किया कि पिछले महीने यहां आयोजित एक समारोह के दौरान राष्ट्रगान बजाए जाने पर खड़े नहीं होने के लिए एक दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है. जून में आयोजित समारोह में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा सहित जम्मू-कश्मीर के कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे. जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ईटीवी भारत को बताया कि कुछ पुलिस कर्मियों को भी ड्यूटी के दौरान गैर-जिम्मेदार होने के लिए निलंबित कर दिया गया है क्योंकि वे यह सुनिश्चित करने में विफल रहे कि राष्ट्रगान के समय हर कोई खड़ा हो.
उन्होंने आगे कहा कि पेडल फॉर पीस' साइकिलिंग इवेंट के समापन समारोह के दौरान, कुछ उपस्थित लोगों ने खड़े नहीं हो कर राष्ट्रीय झंडे का अपमान किया. जानकारी के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 25 जून को इस कार्यक्रम की मेजबानी की. राष्ट्रगान की अवमानना को गंभीरता से लेते हुए जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी थी. अधिकारी ने कहा कि चौदह लोगों को सीआरपीसी की धारा 107 और 151 के तहत हिरासत में लिया गया है. हिरासत में लिए गए सभी लोगों को श्रीनगर की सेंट्रल जेल भेज दिया गया है.
बता दें कि उस कार्यक्रम में उपराज्यपाल ने कार्यक्रम के दौरान पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित किया. उन्होंने लोगों के उत्कृष्ट उत्साह, समर्पण और जुनून के लिए आभार व्यक्त किया था. इस वर्ष 'पेडल फॉर पीस' में 8 डिवीजनों के 2557 साइकिल चालकों ने भाग लिया था. इस दौरान उपराज्यपाल ने कहा था कि पूरे देश को हमारे युवाओं पर गर्व है. उन्होंने कहा कि युवाओं ने जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश को उद्यम, नवाचार और आविष्कार के स्थान में बदल दिया है.
इस कार्यक्रम में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ, अन्य उपस्थित लोगों में उपराज्यपाल के सलाहकार राजीव राय भटनागर, एसीएस गृह विभाग के आर के गोयल, डीजीपी दिलबाग सिंह और एडीजीपी जम्मू-कश्मीर सशस्त्र पुलिस के एसजेएम गिलानी शामिल थे.