भोपाल : मध्य प्रदेश में ग्यारहवीं और 12वीं के स्कूल खुल गए हैं. सरकार ने 26 जुलाई से इन्हें खोलने का आदेश जारी कर दिए हैं. ऐसे में स्कूलों का नजारा देखते ही बन रहा है. स्कूलों में पहले दिन ही बच्चों की अच्छी-खासी संख्या नजर आई, लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग और गाइडलाइन का पालन यहां पर देखने को मिल रहा है.
राजधानी के टीटी नगर स्थित मॉडल स्कूल में बच्चों का गेट पर ही पहले टेंपरेचर चेक किया गया. उसके बाद मास्क और सैनिटाइजर देने के बाद ही बच्चों को स्कूल में प्रवेश दिया गया. वहीं, दूसरी और उनके स्वागत में प्राचार्य रेखा शर्मा ने खुद बच्चों को मास्क और सैनिटाइजर की बोतल दी. बच्चे भी स्कूल आकर बेहद खुश नजर आए. इनका कहना है कि अब सोशल डिस्टेंसिंग के माध्यम से ही वह गाइडलाइन का पालन करेंगे. इसके अलावा क्लास में भी बच्चे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते नजर आए.
50 फीसदी क्षमता के साथ खुले स्कूल
प्रदेश में सोमवार से 11वीं और 12वीं के छात्रों के लिए 50 फीसदी क्षमता के साथ स्कूल खुल गए हैं. गाइडलाइन के अनुसार अन्य 50 फीसदी बच्चों को अगले दिन स्कूल बुलाया जाएगा. शुरुआत में स्कूलों को दो दिन ही लगाया जाएगा. बच्चों के आने से पहले ही सभी स्कूल के क्लासरूम में सैनेटाइजर का छिड़काव करवाया गया है, साथ ही बच्चों को कोरोना प्रोटोकाल का पालन करवाने की भी पूरी व्यवस्था की गई है.
कोविड गाइडलाइन का सख्ती से पालन
स्कूलों को खोलने के लिए संचालकों को विशेष दिशा-निर्देश दिए गए हैं. प्रशासन ने सभी स्कूल संचालकों को निर्देशों का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए हैं. स्कूलों में बच्चों के बैठने वाली बेंच के बीच में 2 गज की दूरी का पूरा ध्यान रखा जा रहा है. एक बेंच पर सिर्फ एक ही छात्र को बैठने की अनुमति है. क्लास टीचर्स बच्चों को आधे-आधे हिस्से में बांटकर एक दिन में सिर्फ 50 फीसदी बच्चों को ही बुलाएंगे. साथ ही सभी टीचर्स को वैक्सीन लगवाना अनिवार्य होगा.
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क्या है गाइडलाइन?