शिमला: प्रदेश में बारिश कहर बरपा रही है. बारिश से बीते दिनों दिनों में 102 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है. इस दौरान 9 लोगों की मौत हुई है, जबकि 14 लोग घायल भी हुए हैं. बारिश से 312 भेड़-बकरियों व पशुओं की भी मौत हुई हैं. इसके अलावा 32 घरों को नुकसान पहुंचा है जबकि 16 गौशाएं भी बारिश से क्षतिग्रस्त हो गई हैं.
प्रदेश में बीते 24 जून से अब तक बारिश से 9 लोगों की मौत हुई है, इनमें सोलन, शिमला और मंडी में दो-दो लोगों की मौत हुई है. जबकि चंबा, हमीरपुर और कुल्लू में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई. इसके अलावा 14 लोग घायल इस दौरान हुए हैं. इसके अलावा 312 भेड़-बकरियों व पशुओं की मौत भी हुई है. बारिश से बीते तीन दिनों में चार मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त और 28 मकान आंशिक तौर पर क्षतिग्रस्त हुए हैं. इनके अलावा 16 गौशलाएं भी बारिश से ढह गई हैं.
बारिश से 102 करोड़ का नुकसान: प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से भारी नुकसान हो रहा है. बीते 24 जून से अब तक प्रदेश में करीब 102.38 करोड़ रुपए का नुकसान बारिश कर चुकी है. इसमें सबसे ज्यादा नुकसान जल शक्ति विभाग को हुआ है. विभाग को करीब 73.68 करोड़ का नुकसान अब तक इस बारिश में हुआ है. बारिश से राज्य में सबसे ज्यादा 842 पेयजल परियोजनाएं प्रभावित हुई हैं, इससे करीब 56.26 करोड़ का नुकसान इन परियोजनाओं को हुआ है. वहीं प्रदेश में 190 सिंचाई परियोजनाओं को भी क्षति पहुंची है, जिससे करीब 14.38 करोड़ का नुकसान आंका गया है. इसके अलावा 12 सीवरेज परियोजनाएं भी प्रभावित हुई हैं जिनसे करीब तीन करोड़ का नुकसान आंका गया है.
पीडब्ल्यूडी को 27.79 करोड़ का बारिश से नुकसान: बारिश से प्रदेश में लोक निर्माण विभाग को भी 27.79 करोड़ का नुकसान हुआ है. इनमें सबसे ज्यादा 10.61 करोड़ का नुकसान लोक निर्माण विभाग के हमीरपुर जोन के तहत हुआ है जबकि मंडी जोन के तहत करीब 10 करोड़ का नुकसान आंका गया है. शिमला जोन के तहत करीब 2.77 करोड़ के नुकसान बारिश से सड़कों को हुआ है. इसके अलावा कांगड़ा जोन के तहत 3.81 करोड़ का नुकसान हुआ है और 60 लाख का नुकसान नेशनल हाईवे को पहुंचा है. बारिश से प्रदेश में कुल 301 सड़कें बंद हुई हैं. जिसमें सबसे ज्यादा 51 सड़कें मंडी में बंद हुई हैं इसके बाद पालमपुर में 40 सड़कें बंद हुई हैं. चंबा के डलहौजी में 23 सड़कें बंद हुई हैं. राज्य में करीब 390 मशीनें तैनात की गई हैं, जिनमें 196 जेसीबी भी हैं. बारिश से बंद हुई 301 सड़कों को खोलने का काम जारी हैं. इनमें से 80 सड़कों को आज या सुबह तक बहाल कर दिया जाएगा. 16 सड़कों को कल तक बहाल कर दिया जाएगा जबकि बाकी 106 सड़कों को भी एक दो दिन में बहाल किया जाएगा.
24 घंटों की मशक्कत के बाद चंडीगढ़-मनाली एनएच बहाल: बारिश बारिश से बंद पड़े चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे को 24 घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद बहाल कर दिया गया है. हाईवे बंद होने के कारण लगे कई किलोमीटर लंबे जाम में फंसे हजारों पर्यटकों ने हाईवे के बहाल होने पर राहत की सांस ली. बीती रात करीब 9 बजे चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे सात, छ और चार मील के पास भारी भूस्खलन के कारण बंद हो गया था. आज सुबह से ही हाईवे को बहाल करने की कोशिश की जा रही थी, लेकिन मौसम का साथ नहीं मिल रहा था, लेकिन फोरलेन निर्माण में लगी केएमसी कंपनी ने हार नहीं मानी और अपनी मशीनरी के साथ पूरी ताकत झोंक दी. इसके बाद शाम करीब 5 बजे हाईवे को यातायात के लिए बहाल कर दिया गया.
अगले तीन चार दिनों में जारी रहेगी बारिश: प्रदेश में अभी बारिश के दौर जारी रहेगा. मौसम विभाग के निदेशक सुरेंद्र पाल ने बताया कि आगामी 3 से 4 दिनों तक मानसून की बारिश जारी रहेगी. इस दौरान मानसून की सक्रियता और बढ़ने का अनुमान है. बीते 24 घंटों में राज्य के लगभग सभी हिस्सों में भारी बारिश रिकॉर्ड की गई है. सबसे ज्यादा बारिश मंडी जिले के सरकाघाट इलाके में 130 मिलीमीटर रिकॉर्ड हुई है. उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में भी जिला मंडी, शिमला, सिरमौर, सोलन, हमीरपुर, ऊना समेत कई ऐसे जिले हैं जहां भारी बारिश की संभावना बनी हुई है. इन जिलों में फ्लैश फ्लड और भूस्खलन समेत नदी नाले उफान पर रहेंगे. लिहाजा पर्यटकों और स्थानीय लोगों को जरूरी एहतियात बरतने के लिए कहा गया है.
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