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Malda boy saves lives : 10 साल के बच्चे ने टाला बड़ा हादसा, ट्रैक के नीचे गड्ढ़ा देख टीशर्ट लहराकर रुकवाई ट्रेन

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 23, 2023, 10:51 PM IST

बंगाल में एक दस साल के बच्चे ने बड़ा ट्रेन हादसा होने से बचा लिया. रेलवे ट्रैक के नीचे बड़ा गड्ढा देखकर वह अपनी लाल टीशर्ट लहराने लगा, जिसे देख लोको पायलट ने ट्रेन रोक दी. बच्चे की सूझबूझ की चर्चा हो रही है, रेलवे ने उसे पुरस्कार देने का फैसला किया है.

Malda boy saves lives
ट्रैक के नीचे गड्ढ़ा

मालदा : पांचवीं में पढ़ने वाले मुर्सेलिम ने अपनी सूझबूझ से पैसेंजर ट्रेन को एक बड़े हादसे से बचा लिया. रेलवे लाइन के नीचे बड़े गड्ढे पर उसकी नजर पड़ गई. उसने समय रहते ट्रेन रुकवा दी. मुर्सेलिम को नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर रेलवे द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा.

10 साल के मुर्सेलिम का घर हरिश्चंद्रपुर दूसरे ब्लॉक के मशालदह ग्राम पंचायत के करियाली गांव में है. पिता इस्माइल शेख प्रवासी श्रमिक हैं. मोरजिना खातून दो बेटों और एक बेटी के साथ रहती हैं. मुर्सेलिम शुक्रवार दोपहर करीब तीन बजे आउटर वालुका रोड रेलवे स्टेशन से सटे एक जलाशय में मछली पकड़ने गया था. तभी उसकी नजर रेलवे लाइन के नीचे एक बड़े गड्ढे पर पड़ी. कम दबाव के कारण मालदा जिले में पिछले कुछ दिनों से अच्छी बारिश हो रही है. शायद इसी वजह से रेलवे लाइन के नीचे का पत्थर खिसक गया और छेद हो गया.

टी शर्ट लहराकर रुकवाई ट्रेन : मुर्सेलिम ने यह देखकर कि सियालदह-सिलचर अप कंचनजंगा एक्सप्रेस उस लाइन पर पूरी गति से दौड़ रही थी, उसने तुरंत अपनी लाल टी-शर्ट उतार दी और उसे जोर से लहराते हुए लाइन पर खड़ा हो गया, ताकि ट्रेन चालक दूर से ही देख सके.

ट्रेन के गार्ड ने इसे देखा और ट्रेन रुकवा दी. वह नीचे आया और छेद की जांच की. इस तरह मुर्सेलिम ने कई यात्रियों की जान बचाई. गार्ड ने उसकी पीठ थपथपाई. फिर खबर भालुका रोड स्टेशन तक गई, जीआरपी, आरपीएफ और रेलवे कर्मचारी मौके पर पहुंचे. लाइन के नीचे का छेद भरा गया. ट्रेन डेढ़ घंटे बाद सिलचर के लिए रवाना हुई.

यह खबर फैलते ही 10 साल का मुर्सेलिम इलाके में हीरो बन गया. मुर्सेलिम की मां मोरजिना को अपने बेटे के काम पर गर्व है. उन्होंने कहा कि 'उसने इतने सारे लोगों की जान बचाई है. उस पर इससे ज्यादा गर्व नहीं हो सकता! ट्रेन के गार्ड ने भी लड़के को धन्यवाद दिया.'

वहीं मुर्सेलिम ने कहा, 'जब मैं मछली पकड़ने गया तो मेरी नजर रेल लाइन के नीचे छेद पर पड़ी. ट्रेन को उस लाइन पर आते देख मैंने अपनी टी-शर्ट उतार दी और लहराने लगा. आखिरकार ट्रेन रुकी और गार्ड ने इतने सारे लोगों की जान बचाने के लिए मुझे धन्यवाद दिया.'

एक ग्रामीण सहीमुद्दीन ने कहा, बच्चे ने बहुत अच्छा काम किया है. एक अन्य ग्रामीण अब्दुस सत्तार ने कहा, 'मैं उस समय वहां नहीं था. मैंने सुना कि मुर्सेलिम ने अपनी टी-शर्ट लहराई और ड्राइवर को ट्रेन रोकने का संकेत दिया. कुछ अन्य बच्चे लाइन के साथ चले गए और गार्ड को संकेत दिया. वैसे भी, आख़िरकार रेल दुर्घटना टल गई. कई लोगों की जान बच गई.'

इनाम की घोषणा : नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर रेलवे ने मुर्सेलिम के लिए इनाम की घोषणा की है. एनएफ रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सब्यसाची डे ने कहा, 'घटना हमारे संज्ञान में आ गई है. हमने बच्चे को पुरस्कृत करने का फैसला किया है. जल्द ही उसे इनाम सौंप दिया जाएगा.'

पूर्वी रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कौशिक मित्रा ने मुर्सेलिम के काम की सराहना की. उन्होंने कहा, 'शायद नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर रेलवे में हुई घटना के कारण यह मामला हमारे ध्यान में नहीं आया. पूर्वी रेलवे की ओर से मैं बच्चे को बधाई देता हूं. लेकिन इसके लिए उसे पुरस्कृत करने के बारे में अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है.'

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मालदा : पांचवीं में पढ़ने वाले मुर्सेलिम ने अपनी सूझबूझ से पैसेंजर ट्रेन को एक बड़े हादसे से बचा लिया. रेलवे लाइन के नीचे बड़े गड्ढे पर उसकी नजर पड़ गई. उसने समय रहते ट्रेन रुकवा दी. मुर्सेलिम को नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर रेलवे द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा.

10 साल के मुर्सेलिम का घर हरिश्चंद्रपुर दूसरे ब्लॉक के मशालदह ग्राम पंचायत के करियाली गांव में है. पिता इस्माइल शेख प्रवासी श्रमिक हैं. मोरजिना खातून दो बेटों और एक बेटी के साथ रहती हैं. मुर्सेलिम शुक्रवार दोपहर करीब तीन बजे आउटर वालुका रोड रेलवे स्टेशन से सटे एक जलाशय में मछली पकड़ने गया था. तभी उसकी नजर रेलवे लाइन के नीचे एक बड़े गड्ढे पर पड़ी. कम दबाव के कारण मालदा जिले में पिछले कुछ दिनों से अच्छी बारिश हो रही है. शायद इसी वजह से रेलवे लाइन के नीचे का पत्थर खिसक गया और छेद हो गया.

टी शर्ट लहराकर रुकवाई ट्रेन : मुर्सेलिम ने यह देखकर कि सियालदह-सिलचर अप कंचनजंगा एक्सप्रेस उस लाइन पर पूरी गति से दौड़ रही थी, उसने तुरंत अपनी लाल टी-शर्ट उतार दी और उसे जोर से लहराते हुए लाइन पर खड़ा हो गया, ताकि ट्रेन चालक दूर से ही देख सके.

ट्रेन के गार्ड ने इसे देखा और ट्रेन रुकवा दी. वह नीचे आया और छेद की जांच की. इस तरह मुर्सेलिम ने कई यात्रियों की जान बचाई. गार्ड ने उसकी पीठ थपथपाई. फिर खबर भालुका रोड स्टेशन तक गई, जीआरपी, आरपीएफ और रेलवे कर्मचारी मौके पर पहुंचे. लाइन के नीचे का छेद भरा गया. ट्रेन डेढ़ घंटे बाद सिलचर के लिए रवाना हुई.

यह खबर फैलते ही 10 साल का मुर्सेलिम इलाके में हीरो बन गया. मुर्सेलिम की मां मोरजिना को अपने बेटे के काम पर गर्व है. उन्होंने कहा कि 'उसने इतने सारे लोगों की जान बचाई है. उस पर इससे ज्यादा गर्व नहीं हो सकता! ट्रेन के गार्ड ने भी लड़के को धन्यवाद दिया.'

वहीं मुर्सेलिम ने कहा, 'जब मैं मछली पकड़ने गया तो मेरी नजर रेल लाइन के नीचे छेद पर पड़ी. ट्रेन को उस लाइन पर आते देख मैंने अपनी टी-शर्ट उतार दी और लहराने लगा. आखिरकार ट्रेन रुकी और गार्ड ने इतने सारे लोगों की जान बचाने के लिए मुझे धन्यवाद दिया.'

एक ग्रामीण सहीमुद्दीन ने कहा, बच्चे ने बहुत अच्छा काम किया है. एक अन्य ग्रामीण अब्दुस सत्तार ने कहा, 'मैं उस समय वहां नहीं था. मैंने सुना कि मुर्सेलिम ने अपनी टी-शर्ट लहराई और ड्राइवर को ट्रेन रोकने का संकेत दिया. कुछ अन्य बच्चे लाइन के साथ चले गए और गार्ड को संकेत दिया. वैसे भी, आख़िरकार रेल दुर्घटना टल गई. कई लोगों की जान बच गई.'

इनाम की घोषणा : नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर रेलवे ने मुर्सेलिम के लिए इनाम की घोषणा की है. एनएफ रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सब्यसाची डे ने कहा, 'घटना हमारे संज्ञान में आ गई है. हमने बच्चे को पुरस्कृत करने का फैसला किया है. जल्द ही उसे इनाम सौंप दिया जाएगा.'

पूर्वी रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कौशिक मित्रा ने मुर्सेलिम के काम की सराहना की. उन्होंने कहा, 'शायद नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर रेलवे में हुई घटना के कारण यह मामला हमारे ध्यान में नहीं आया. पूर्वी रेलवे की ओर से मैं बच्चे को बधाई देता हूं. लेकिन इसके लिए उसे पुरस्कृत करने के बारे में अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है.'

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