सूरजपुर: हर साल बारिश से कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बन जाती है. जिसके चलते कई घरों में नालियों का गंदा पानी भी घुस जाता है. सूरजपुर में 2 दिनों से रुक-रुक कर बारिश हो रही है, जिसने नगर पालिका के दावों की पोल खोलकर रख दी है. शहर के कई वार्डों में बारिश के बाद जलभराव हो गया है.
छत्तीसगढ़ में पिछले गुरुवार को मानसून ने दस्तक दी है. इसी के साथ मौसम विभाग ने प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश की संभावना जताई थी. मानसून के आने से जहां किसानों के चेहरे पर मुस्कान आ गई है, वहीं शहरी क्षेत्र के लोगों के माथे पर चिंता की लकीरें आ गई है. क्योंकि शहरी क्षेत्रों में नालियां साफ नहीं होने से हर साल उन्हें जलभराव की स्थिति का सामना करना पड़ता है.
किसानों के चेहरे पर आई मुस्कान
इधर, मानसून की दस्तक से किसानों के चेहरे पर मुस्कान आ गई है. किसानों ने खेतों को तैयार करना शुरू कर दिया है. अब लोग धान बीज भी खरीदने बाजारों में आते दिख रहे हैं. वहीं जिले के ग्रामीण इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश और ओलावृष्टि भी हो रही है. बारिश के कारण तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है.
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इंतजाम सुधारने के निर्देश
इधर, राजनांदगांव शहर में भी जलभराव की खबर को ETV भारत ने प्रमुखता से उठाया था, जिसके बाद महापौर ने इन क्षेत्र का दौरा किया है और ड्रेनेज सिस्टम को सुधारने के निर्देश दिए हैं. नगर निगम हर साल मानसून से पहले 20 लाख रुपये नालों की सफाई कर करता है, लेकिन हर साल लोगों को जलभराव की स्थिति का सामना करना पड़ता है.