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सूरजपुर में अवैध रेत उत्खनन से ग्रामीण परेशान, बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने

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Published : Apr 23, 2021, 9:46 PM IST

सूरजपुर में ग्रामीण रेत के अवैध उत्खनन के आरोप लगा रहे हैं. वहीं इस मामले में केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह और संसदीय सचिव पारसनाथ राजवाड़े भी आमने-सामने आ गए हैं. बीजेपी नेता रेणुका सिंह ने रेत के टेंडर प्रक्रिया पर सवाल खड़े किए, तो कांग्रेस नेता ने बीजेपी शासन काल की याद दिलाते हुए जवाब दिया है.

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सूरजपुर में अवैध रेत उत्खनन

सूरजपुर: जिले में कोरोना संक्रमण नियंत्रण के लिए लॉकडाउन चल रहा है. लेकिन इस दौरान जिले के नदियों से लगातार रेत का उत्खनन जारी है. ग्रामीण इलाकों में इस उत्खनन का विरोध भी हो रहा है. कई सरपंच और ग्रामीणों का कहना है कि बिना उनके इजाजत के रेत उत्खनन का टेंडर जारी कर दिया गया है. साथ ही नदियों से रेत का अवैध उत्खनन किए जाने के आरोप भी लगाए जा रहे हैं. वहीं बीजेपी और कांग्रेस नेता भी इस मामले को लेकर आमने-सामने आ गए हैं.

सूरजपुर में अवैध रेत उत्खनन

अवैध रेत उत्खनन के विरोध में ग्रामीणों ने किया कलेक्ट्रेट का घेराव

ग्रामीणों को नदियों की चिंता

हर्राटीकरा गांव के ग्रामीणों और सरपंच का कहना है कि जिन रेत खदानों के लिए टेंडर दिया गया है. उन इलाकों के अलावा नदी-नालों से अवैध रेत उत्खनन भी चल रहा है.गांव में तेज रफ्तार से रेत परिवहन करते वाहनों से भी ग्रामीण परेशान हो रहे हैं. उनका कहना है कि खनिज विभाग भी शिकायतों पर खास ध्यान नहीं दे रहा है. ऐसे में तस्कर दिन-दहाड़े रेत उत्खनन कर रहे हैं. अवैध रेत उत्खनन से नदी-नालों में जलस्तर गिरने की चिंता भी ग्रामीणों को सता रही है.

बीजेपी-कांग्रेस आमने-सामने

कांकेर: अवैध रेत और ईंट परिवहन पर बड़ी कार्रवाई, 20 वाहन जब्त

केंद्रीय राज्य मंत्री ने उठाए सवाल

सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह ने टेंडर प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर दिए हैं. उन्होंने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर रेत के जरिए पैसे कमाने का आरोप लगाया है. साथ ही कहा है कि रेत के टेंडर जारी होने से रेत की कीमत बढ़ गई है. गरीब लोगों को घर बनाने में दिक्कत हो रही है. उन्होंने उदाहरण के तौर पर प्रधानमंत्री आवास योजना की जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि 1 लाख 45 हजार रुपए में आवास योजना के तहत घर बनाने होते हैं. लेकिन आज 500 रुपए में बिकने वाले रेत की कीमत 2 हजार से 3 हजार के बीच है. ऐसे में गरीब आदमी घर कैसे तैयार कर सकेगा.

रेत खदान के विरोध में प्रदर्शन, सरपंच ने वापस लिया समर्थन

संसदीय सचिव पारसनाथ राजवाड़े ने दिया जवाब

कांग्रेस नेता और संसदीय सचिव पारसनाथ राजवाड़े ने केंद्रीय राज्य मंत्री के बयान पर कटाक्ष करते हुए उन पर अनाप-शनाप बोलने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि बीजेपी जब सत्ता में थी तो अवैध शराब बेचकर पैसे कमा रही थी. बीजेपी को सहन नहीं हो रहा कि सबकुछ सुचारू रूप से चल रहा है. उन्होंने कहा कि कुछ खदानों के ठेके हो गए हैं. लेकिन अभी उत्खनन नहीं हो रहा है. अगर अवैध उत्खनन या फिर अधिक कीमत में रेत सप्लाई होगी तो कार्रवाई की जाएगी.

सूरजपुर: जिले में कोरोना संक्रमण नियंत्रण के लिए लॉकडाउन चल रहा है. लेकिन इस दौरान जिले के नदियों से लगातार रेत का उत्खनन जारी है. ग्रामीण इलाकों में इस उत्खनन का विरोध भी हो रहा है. कई सरपंच और ग्रामीणों का कहना है कि बिना उनके इजाजत के रेत उत्खनन का टेंडर जारी कर दिया गया है. साथ ही नदियों से रेत का अवैध उत्खनन किए जाने के आरोप भी लगाए जा रहे हैं. वहीं बीजेपी और कांग्रेस नेता भी इस मामले को लेकर आमने-सामने आ गए हैं.

सूरजपुर में अवैध रेत उत्खनन

अवैध रेत उत्खनन के विरोध में ग्रामीणों ने किया कलेक्ट्रेट का घेराव

ग्रामीणों को नदियों की चिंता

हर्राटीकरा गांव के ग्रामीणों और सरपंच का कहना है कि जिन रेत खदानों के लिए टेंडर दिया गया है. उन इलाकों के अलावा नदी-नालों से अवैध रेत उत्खनन भी चल रहा है.गांव में तेज रफ्तार से रेत परिवहन करते वाहनों से भी ग्रामीण परेशान हो रहे हैं. उनका कहना है कि खनिज विभाग भी शिकायतों पर खास ध्यान नहीं दे रहा है. ऐसे में तस्कर दिन-दहाड़े रेत उत्खनन कर रहे हैं. अवैध रेत उत्खनन से नदी-नालों में जलस्तर गिरने की चिंता भी ग्रामीणों को सता रही है.

बीजेपी-कांग्रेस आमने-सामने

कांकेर: अवैध रेत और ईंट परिवहन पर बड़ी कार्रवाई, 20 वाहन जब्त

केंद्रीय राज्य मंत्री ने उठाए सवाल

सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह ने टेंडर प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर दिए हैं. उन्होंने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर रेत के जरिए पैसे कमाने का आरोप लगाया है. साथ ही कहा है कि रेत के टेंडर जारी होने से रेत की कीमत बढ़ गई है. गरीब लोगों को घर बनाने में दिक्कत हो रही है. उन्होंने उदाहरण के तौर पर प्रधानमंत्री आवास योजना की जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि 1 लाख 45 हजार रुपए में आवास योजना के तहत घर बनाने होते हैं. लेकिन आज 500 रुपए में बिकने वाले रेत की कीमत 2 हजार से 3 हजार के बीच है. ऐसे में गरीब आदमी घर कैसे तैयार कर सकेगा.

रेत खदान के विरोध में प्रदर्शन, सरपंच ने वापस लिया समर्थन

संसदीय सचिव पारसनाथ राजवाड़े ने दिया जवाब

कांग्रेस नेता और संसदीय सचिव पारसनाथ राजवाड़े ने केंद्रीय राज्य मंत्री के बयान पर कटाक्ष करते हुए उन पर अनाप-शनाप बोलने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि बीजेपी जब सत्ता में थी तो अवैध शराब बेचकर पैसे कमा रही थी. बीजेपी को सहन नहीं हो रहा कि सबकुछ सुचारू रूप से चल रहा है. उन्होंने कहा कि कुछ खदानों के ठेके हो गए हैं. लेकिन अभी उत्खनन नहीं हो रहा है. अगर अवैध उत्खनन या फिर अधिक कीमत में रेत सप्लाई होगी तो कार्रवाई की जाएगी.

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