ETV Bharat / state

Rain Water Filled In Surajpur School: एक ऐसा स्कूल जो बारिश में बन जाता है तालाब, जानिए कैसे पढ़ाई करते हैं बच्चे

Rain Water Filled In Surajpur School सूरजपुर के भटगांव नगर पंचायत कार्यालय के पास के सरकारी प्राथमिक विद्यालय में बारिश के दिनों में पानी डेढ़ फीट तक भर जाता है. स्कूल में बरसात के पानी के साथ ही एसईसीएल कॉलोनी के नाली का पानी भी भर जाता है. स्कूल परिसर में पानी होने के कारण बच्चे को काफी दिक्कतें होती है.

Rain Water Filled In Surajpur School
स्कूल में भरा बारिश का पानी
author img

By

Published : Aug 3, 2023, 9:17 PM IST

स्कूल में भरा बारिश का पानी

सूरजपुर: छत्तीसगढ़ के कई जिलों में पिछले 4 दिनों से भारी बारिश हो रही है. बारिश के कारण कई इलाके जलमग्न हो चुके हैं. इस बीच जिले के नगर पंचायत भटगांव का एक प्राथमिक स्कूल तालाब में तब्दील हो चुका है. इस स्कूल की हालत तो ऐसी है, जैसे -गंदगी का दरिया है और डूब के जाना है. यहां पढ़ रहे बच्चों के हालात कुछ ऐसे ही हैं.

स्कूल परिसर में भर जाता है पानी: दरअसल, हम बात कर रहे हैं भटगांव के नगर पंचायत कार्यालय के पास के सरकारी प्राथमिक विद्यालय भटगांव की. इस स्कूल में पहली कक्षा से लेकर 5वीं तक की पढ़ाई होती है. यहां कुल 103 बच्चे पढ़ रहे हैं. इस स्कूल में पढ़ाई होने के कारण इस विद्यालय का चयन पीएम श्री विद्यालय के लिए भी हुआ है. हालांकि बारिश के दिनों में ये स्कूल तालाब बन जाता है. बरसात के पानी के साथ ही एसईसीएल कॉलोनी के नाली के पानी से स्कूल का परिसर डूब जाता है. यहां एक से डेढ़ फीट तक पानी भर जाता है. ये पानी काफी गंदा और काला होता है.

बारिश में विद्यालय के सामने प्रांगण में काफी पानी भरने लगता है. बारिश के पानी के साथ-साथ एसईसीएल कॉलोनी का गंदा नाली भी यहां जमा हो जाता है. लगातार बारिश होने से विद्यालय का प्रांगण पूरी तरह से डूब जाता है. बच्चों और शिक्षकों को पानी में घुस कर आना पड़ता है. -कौशल्या, स्कूल की प्रधान पाठिका

Female Teacher Crosses River: सिर्फ 10 बच्चों के लिए हर रोज नदी पार कर स्कूल पहुंचती है महिला टीचर कर्मिला टोप्पो
Manendragarh Chirmiri Bharatpur: मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर में सिस्टम बदहाल, नाले में शौच को मजबूर नौनिहाल
Students Repairing Roof Of School: कोंडागांव में स्कूली छात्रों से छत मरम्मत कराने का मामला, ईटीवी भारत की खबर का असर, दो शिक्षक निलंबित

बारिश में बच्चों की उपस्थिति होती है कम: बारिश के दिनों में जमा हुए गंदे पानी को पार कर हर रोज बच्चे कक्षा में जाते हैं. हालांकि पानी काफी गंदा और काला होने के कारण इन बच्चों को संक्रमित बिमारी का भी खतरा होता है. यही कारण है कि कई परिजन ऐसे हालात में बच्चों को स्कूल नहीं भेजते और बच्चों की उपस्थिति ऐसे दिनों में कम हो जाती है.

अभी जानकारी मिली है. जानकारी के बाद ही कार्रवाई होती है. बारिश काफी तेज हो रही है. बारिश कम होते ही समस्या का निपटान किया जाएगा. -राम ललित पटेल, जिला शिक्षा अधिकारी, सूरजपुर

जल्द समस्या निपटान का मिला आश्वासन: अभिभावकों की मानें तो बरसात के दिनों में बारिश का पानी और एस ई सी एल कॉलोनी के नाली का गंदा पानी दोनों मिल जाता है. ये पानी स्कूल के परिसर में जमा हो जाता है. इससे बच्चों के कपड़े और जूते भीग जाते हैं.गंदे पानी से बीमारी और संक्रमण का खतरा रहता है. स्कूल की ओर से इस बारे में एसईसीएल प्रबंधन और नगर पंचायत को पत्र लिखकर नाली को बंद कराने या अन्य विकल्प की मांग की गई है. इस बारे में जिला शिक्षा अधिकारी ने जल्द ही समस्या निपटान का आश्वासन दिया है.

स्कूल में भरा बारिश का पानी

सूरजपुर: छत्तीसगढ़ के कई जिलों में पिछले 4 दिनों से भारी बारिश हो रही है. बारिश के कारण कई इलाके जलमग्न हो चुके हैं. इस बीच जिले के नगर पंचायत भटगांव का एक प्राथमिक स्कूल तालाब में तब्दील हो चुका है. इस स्कूल की हालत तो ऐसी है, जैसे -गंदगी का दरिया है और डूब के जाना है. यहां पढ़ रहे बच्चों के हालात कुछ ऐसे ही हैं.

स्कूल परिसर में भर जाता है पानी: दरअसल, हम बात कर रहे हैं भटगांव के नगर पंचायत कार्यालय के पास के सरकारी प्राथमिक विद्यालय भटगांव की. इस स्कूल में पहली कक्षा से लेकर 5वीं तक की पढ़ाई होती है. यहां कुल 103 बच्चे पढ़ रहे हैं. इस स्कूल में पढ़ाई होने के कारण इस विद्यालय का चयन पीएम श्री विद्यालय के लिए भी हुआ है. हालांकि बारिश के दिनों में ये स्कूल तालाब बन जाता है. बरसात के पानी के साथ ही एसईसीएल कॉलोनी के नाली के पानी से स्कूल का परिसर डूब जाता है. यहां एक से डेढ़ फीट तक पानी भर जाता है. ये पानी काफी गंदा और काला होता है.

बारिश में विद्यालय के सामने प्रांगण में काफी पानी भरने लगता है. बारिश के पानी के साथ-साथ एसईसीएल कॉलोनी का गंदा नाली भी यहां जमा हो जाता है. लगातार बारिश होने से विद्यालय का प्रांगण पूरी तरह से डूब जाता है. बच्चों और शिक्षकों को पानी में घुस कर आना पड़ता है. -कौशल्या, स्कूल की प्रधान पाठिका

Female Teacher Crosses River: सिर्फ 10 बच्चों के लिए हर रोज नदी पार कर स्कूल पहुंचती है महिला टीचर कर्मिला टोप्पो
Manendragarh Chirmiri Bharatpur: मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर में सिस्टम बदहाल, नाले में शौच को मजबूर नौनिहाल
Students Repairing Roof Of School: कोंडागांव में स्कूली छात्रों से छत मरम्मत कराने का मामला, ईटीवी भारत की खबर का असर, दो शिक्षक निलंबित

बारिश में बच्चों की उपस्थिति होती है कम: बारिश के दिनों में जमा हुए गंदे पानी को पार कर हर रोज बच्चे कक्षा में जाते हैं. हालांकि पानी काफी गंदा और काला होने के कारण इन बच्चों को संक्रमित बिमारी का भी खतरा होता है. यही कारण है कि कई परिजन ऐसे हालात में बच्चों को स्कूल नहीं भेजते और बच्चों की उपस्थिति ऐसे दिनों में कम हो जाती है.

अभी जानकारी मिली है. जानकारी के बाद ही कार्रवाई होती है. बारिश काफी तेज हो रही है. बारिश कम होते ही समस्या का निपटान किया जाएगा. -राम ललित पटेल, जिला शिक्षा अधिकारी, सूरजपुर

जल्द समस्या निपटान का मिला आश्वासन: अभिभावकों की मानें तो बरसात के दिनों में बारिश का पानी और एस ई सी एल कॉलोनी के नाली का गंदा पानी दोनों मिल जाता है. ये पानी स्कूल के परिसर में जमा हो जाता है. इससे बच्चों के कपड़े और जूते भीग जाते हैं.गंदे पानी से बीमारी और संक्रमण का खतरा रहता है. स्कूल की ओर से इस बारे में एसईसीएल प्रबंधन और नगर पंचायत को पत्र लिखकर नाली को बंद कराने या अन्य विकल्प की मांग की गई है. इस बारे में जिला शिक्षा अधिकारी ने जल्द ही समस्या निपटान का आश्वासन दिया है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.