सूरजपुर: कोरोना काल में छत्तीसगढ़ सरकार के सामने दोहरा संकट खड़ा हो गया है. एक ओर जहां प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, ऐसे में प्रदेश के करीब 13 हजार संविदा स्वास्थ्यकर्मियों ने हड़ताल शुरू कर दी है.
संविदा स्वास्थ्यकर्मियों ने पूरे प्रदेश में नियमितीकरण की मांग को लेकर शनिवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है. ऐसे में सूरजपुर जिले में भी एनआरएचएम स्वास्थ्य कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. इनमें डॉक्टर नर्स, लैब टेक्नीशियन समेत अन्य कर्मचारी शामिल हैं.
नियमितीकरण की मांग
कर्मचारी संघ का कहना है कि 15 सालों से सभी स्वास्थ्यकर्मी छत्तीसगढ़ की स्वास्थ सुविधाओं को सुदृढ़ बनाने में लगे हैं. लेकिन इसके बाद भी हमारा नियमितीकरण नहीं किया गया है. इसको लेकर समय-समय पर स्वास्थ्य कर्मचारी भी बार-बार मांग करते रहे हैं. वर्तमान सरकार ने भी अपने घोषणापत्र में संविदा स्वास्थ्यकर्मियों के नियमितीकरण को शामिल किया था. लेकिन कोई सकारात्मक रुख अभी तक नहीं दिखाई दे रहा है.
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प्रदेश में लागू है एस्मा एक्ट
स्वास्थ्य कर्मचारियों का कहना है कि वे जानते हैं कि प्रदेश में उस वक्त एस्मा (ESSENTIAL SERVICES MAINTENANCE ACT, 1968 या आवश्यक सेवा अनुरक्षण कानून) एक्ट लागू है. इसके उल्लंघन पर हम कार्रवाई के लिए भी तैयार हैं. लेकिन जब तक सरकार हमारी मांगें पूरी नहीं करती तब तक स्वास्थ्यकर्मियों की ये हड़ताल जारी रहेगी.