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सूरजपुर: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के मुख्यद्वार पर मिला अजगर, मचा हड़कंप

भटगांव नगर पंचायत के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के गेट के पास एक पेड़ पर अजगर मिला है. जिससे अस्पताल में हड़कंप मच गया. नगर पंचायत का एक शख्स आशीष और पार्षद कृष्णा ने दो घंटे की मशक्कत के बाद सांप को गेट के ग्रिल से उतार जंगल में छोड़ दिया है.

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Published : Sep 10, 2020, 8:34 PM IST

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सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मिला पाइथन सांप

सूरजपुर: भटगांव नगर पंचायत के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के मेन गेट पर स्थित एक पेड़ पर एक अजगर ने अपना डेरा जमा लिया. जिसके बाद अस्पताल में आने वाले लोगों में दहशत फैल गई.

स्वास्थ्य केंद्र के मुख्यद्वार पर मिला अजगर

हालांकि नगर पंचायत का एक शख्स आशीष और पार्षद कृष्णा ने दो घंटे की मशक्कत के बाद सांप को गेट से उतार लिया और जंगल में छोड़ दिया. जिसके बाद अस्पताल प्रबंधन के साथ लोगों ने राहत की सांस ली.

सर्पदंश से कई लोगों की मौत

छत्तीसगढ़ में सर्पदंश से कई लोगों की मौत हो चुकी है. कई बार ग्रामीण टोने-टोटके के कारण अपनी जान गवां देते हैं. ग्रामीण कई बार मरीज को अस्पताल ले जाने के बजाय मरीज के उपर गोबर का लेप लगा देते हैं, लेकिन ऐसे टोने-टोटके मरीजों की जान ले लेते हैं.

ये न करें

  • डंक की जगह काटना, चूसना, दबाना बिल्कुल न करें
  • कसकर डोरी बिल्कुल न बांधे, इससे खतरा बढ़ जाता है
  • प्रेशर पट्टी बांधना जरुरी या उपयोगी नहीं है

सर्पदंश से बचने के उपाय

  • बारसात के मौसम में रात में बूट या जूते पहन कर घर से निकलें, क्योंकि पैर पड़ने के बाद ही सांप डसते हैं.
  • रात में बाहर निकलते समय टॉर्च जरूर साथ रखें, ताकि आप टॉर्च की रोशनी में सांप या अन्य जहरीले कीड़ों को देख सकें.
  • ग्रामीण क्षेत्रों में लाठी के साथ खेत में जाना चाहिए. अगर किसी काम से रात में निकलते हैं, तब भी लाठी लेकर निकलें.
  • रात के अंधेरे में चलते समय कुछ अंतराल पर पैर पटकते रहना चाहिए, ताकि आवाज से सांप रास्ते से हट जाए.

सांप के काटने पर क्या करें

  • सबसे पहले पीड़ित को सीधा लिटा दें और बिना देरी के अस्पताल पहुंचाएं.
  • काटने वाले सांप को पहचानने की कोशिश करें, ताकि इलाज करने में आसानी हो.
  • पीड़ित को बेहोश नहीं होने दें और गर्माहट प्रदान करने का पूरा प्रयास करें.
  • पीड़ित को सीधा लेटाकर ही रखें, अन्यथा शरीर में हलचल होने से जहर फैल सकता है.
  • अगर हाथ में सांप ने काटा है तो नीचे की ओर लटकाकर रखें ताकि जहर शरीर में तेजी से न फैले.
  • सर्पदंश के स्थान को पोटैशियम परमेगनेट या लाल दवा के पानी या साबुन से धोना चाहिए.

सूरजपुर: भटगांव नगर पंचायत के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के मेन गेट पर स्थित एक पेड़ पर एक अजगर ने अपना डेरा जमा लिया. जिसके बाद अस्पताल में आने वाले लोगों में दहशत फैल गई.

स्वास्थ्य केंद्र के मुख्यद्वार पर मिला अजगर

हालांकि नगर पंचायत का एक शख्स आशीष और पार्षद कृष्णा ने दो घंटे की मशक्कत के बाद सांप को गेट से उतार लिया और जंगल में छोड़ दिया. जिसके बाद अस्पताल प्रबंधन के साथ लोगों ने राहत की सांस ली.

सर्पदंश से कई लोगों की मौत

छत्तीसगढ़ में सर्पदंश से कई लोगों की मौत हो चुकी है. कई बार ग्रामीण टोने-टोटके के कारण अपनी जान गवां देते हैं. ग्रामीण कई बार मरीज को अस्पताल ले जाने के बजाय मरीज के उपर गोबर का लेप लगा देते हैं, लेकिन ऐसे टोने-टोटके मरीजों की जान ले लेते हैं.

ये न करें

  • डंक की जगह काटना, चूसना, दबाना बिल्कुल न करें
  • कसकर डोरी बिल्कुल न बांधे, इससे खतरा बढ़ जाता है
  • प्रेशर पट्टी बांधना जरुरी या उपयोगी नहीं है

सर्पदंश से बचने के उपाय

  • बारसात के मौसम में रात में बूट या जूते पहन कर घर से निकलें, क्योंकि पैर पड़ने के बाद ही सांप डसते हैं.
  • रात में बाहर निकलते समय टॉर्च जरूर साथ रखें, ताकि आप टॉर्च की रोशनी में सांप या अन्य जहरीले कीड़ों को देख सकें.
  • ग्रामीण क्षेत्रों में लाठी के साथ खेत में जाना चाहिए. अगर किसी काम से रात में निकलते हैं, तब भी लाठी लेकर निकलें.
  • रात के अंधेरे में चलते समय कुछ अंतराल पर पैर पटकते रहना चाहिए, ताकि आवाज से सांप रास्ते से हट जाए.

सांप के काटने पर क्या करें

  • सबसे पहले पीड़ित को सीधा लिटा दें और बिना देरी के अस्पताल पहुंचाएं.
  • काटने वाले सांप को पहचानने की कोशिश करें, ताकि इलाज करने में आसानी हो.
  • पीड़ित को बेहोश नहीं होने दें और गर्माहट प्रदान करने का पूरा प्रयास करें.
  • पीड़ित को सीधा लेटाकर ही रखें, अन्यथा शरीर में हलचल होने से जहर फैल सकता है.
  • अगर हाथ में सांप ने काटा है तो नीचे की ओर लटकाकर रखें ताकि जहर शरीर में तेजी से न फैले.
  • सर्पदंश के स्थान को पोटैशियम परमेगनेट या लाल दवा के पानी या साबुन से धोना चाहिए.
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