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सूरजपुर: प्रशासन ने किया धान का भुगतान, किसानों में उत्साह

धान खरीदी शुरु होने से पहले विपक्ष ने किसानों की परेशानी को मुद्दे बनाकर आंदोलन कर रहा था, लेकिन धान खरीदी शुरू होने के बाद किसानों मे खासा उत्साह देखने को मिल रहा है.

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Published : Dec 28, 2019, 6:29 PM IST

Updated : Dec 29, 2019, 1:05 AM IST

administration paid the farmers paddy in surajpur
प्रशासन ने किया धान का भुगतान

सूरजपुर: धान खरीदी शुरु होने से पहले विपक्ष ने किसानों कि परेशानी को मुद्दे बनाकर आंदोलन कर रहा था, लेकिन धान खरीदी शुरू होने के बाद किसानों मे खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. वहीं केवल 13 दिनों में जिला प्रशासन ने अब तक धान उपार्जन केंद्र में किसानों को 16 करोड़ 66 लाख रुपए का भुगतान किया है. इससे किसानों के चेहरे पर खुशी की लहर है.

सूरजपुर में धान खरीदी से किसानों में उत्साह

एक ओर धान खरीदी को लेकर विपक्ष के नेता हाय तौबा मचाए हुए थे. वहीं आरोप-प्रत्यारोप लगाकर किसानों कि हितैषी कई संगठन बनने का दावा कर रही थी, लेकिन एक दिसंबर से धान खरीदी शुरू होने के बाद ही जिले के किसानों में उत्साह देखा जा रहा है. जहां हर साल धान कि खेती को लेकर मौसम कि मार झेलने वाले किसान इस साल खुश हैं.

समर्थन मूल्य किसानों के खाते में आने का दावा

भले ही धान कि खेती देर से पूरी हुई, लेकिन किसानों कि चिंता इन दिनों धान खरीदी केन्द्रों में दूर होती दिखाई दे रही है. किसानों का कहना है कि '1835 रुपए तो किसानों को मिल रहे हैं. साथ ही बाकी के समर्थन मूल्य भी किसानों के खाते में आने का खुद ही दावा कर रहे हैं'.

किसानों के चेहरे पर चमक

बताया जा रहा है जिले में इस बार पंजीकृत किसान 35 हजार 920 है. पिछले बार कि तुलना में पांच हजार ज्यादा किसान पंजीकृत हुए. वहीं धान खरीदी के पिछले 12 दिनों में लगभग 3 हजार किसानों ने 1 लाख बीस हजार क्विंटल धान बेचा है. साथ ही सोलह करोड़ 66 लाख रुपए का किसानों को भुगतान किया है. इससे किसानों के चेहरे पर चमक आ गई है. इतना ही नहीं अवैध धान को लेकर प्रशासन ने जो कोचियों पर सख्ती बरती है, उससे किसान काफी खुश हैं. साथ ही अब शासन के महत्वाकांक्षी योजना के तहत बने गौठानों में छोटे किसान भी धान से निकलने वाला पैरा और चारा दान कर रहे हैं.

किसानों से कलेक्टर की अपील

वहीं कलेक्टर दीपक सोनी ने किसानों को परेशानी या गुमराह होने कि स्थिति से निपटने के लिए एक टोल फ्री नंबर भी जारी किया है, जिसमें किसान सीधे अपनी समस्याएं बता सकते हैं. साथ ही कलेक्टर ने अपनी समस्याओं को बताने के लिए किसानों से अपील भी की है.

सूरजपुर: धान खरीदी शुरु होने से पहले विपक्ष ने किसानों कि परेशानी को मुद्दे बनाकर आंदोलन कर रहा था, लेकिन धान खरीदी शुरू होने के बाद किसानों मे खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. वहीं केवल 13 दिनों में जिला प्रशासन ने अब तक धान उपार्जन केंद्र में किसानों को 16 करोड़ 66 लाख रुपए का भुगतान किया है. इससे किसानों के चेहरे पर खुशी की लहर है.

सूरजपुर में धान खरीदी से किसानों में उत्साह

एक ओर धान खरीदी को लेकर विपक्ष के नेता हाय तौबा मचाए हुए थे. वहीं आरोप-प्रत्यारोप लगाकर किसानों कि हितैषी कई संगठन बनने का दावा कर रही थी, लेकिन एक दिसंबर से धान खरीदी शुरू होने के बाद ही जिले के किसानों में उत्साह देखा जा रहा है. जहां हर साल धान कि खेती को लेकर मौसम कि मार झेलने वाले किसान इस साल खुश हैं.

समर्थन मूल्य किसानों के खाते में आने का दावा

भले ही धान कि खेती देर से पूरी हुई, लेकिन किसानों कि चिंता इन दिनों धान खरीदी केन्द्रों में दूर होती दिखाई दे रही है. किसानों का कहना है कि '1835 रुपए तो किसानों को मिल रहे हैं. साथ ही बाकी के समर्थन मूल्य भी किसानों के खाते में आने का खुद ही दावा कर रहे हैं'.

किसानों के चेहरे पर चमक

बताया जा रहा है जिले में इस बार पंजीकृत किसान 35 हजार 920 है. पिछले बार कि तुलना में पांच हजार ज्यादा किसान पंजीकृत हुए. वहीं धान खरीदी के पिछले 12 दिनों में लगभग 3 हजार किसानों ने 1 लाख बीस हजार क्विंटल धान बेचा है. साथ ही सोलह करोड़ 66 लाख रुपए का किसानों को भुगतान किया है. इससे किसानों के चेहरे पर चमक आ गई है. इतना ही नहीं अवैध धान को लेकर प्रशासन ने जो कोचियों पर सख्ती बरती है, उससे किसान काफी खुश हैं. साथ ही अब शासन के महत्वाकांक्षी योजना के तहत बने गौठानों में छोटे किसान भी धान से निकलने वाला पैरा और चारा दान कर रहे हैं.

किसानों से कलेक्टर की अपील

वहीं कलेक्टर दीपक सोनी ने किसानों को परेशानी या गुमराह होने कि स्थिति से निपटने के लिए एक टोल फ्री नंबर भी जारी किया है, जिसमें किसान सीधे अपनी समस्याएं बता सकते हैं. साथ ही कलेक्टर ने अपनी समस्याओं को बताने के लिए किसानों से अपील भी की है.

Intro:सूरजपुर जिले मे धान खरीदी शुरु होने से पहले विपक्ष द्वारा किसानो कि परेशानी कि बात कर आंदोलन किया जा रहा था,,,लेकिन धान खरीदी शुरु होने के बाद किसानो मे खासा उत्साह देखने को मिल रहा है,,,जहां केवल 13 दिनो मे जिले मे अब तक धान उपार्जन के सोलह करोङ 66 लाख रुपए का भुगतान किसानो को कर जिला प्रशासन उपलब्धी हासिल कर रहा है,,,,
Body:एक ओर धान खरीदी को लेकर विपक्ष हाय तौबा मचाए हुए थे,,,जहां कई आरोप प्रत्यारोप लगाकर किसानो कि हितैषी कई संगठन बनने का दावा कर रही थी,,,लेकिन एक दिसंबर से धान खरीदी शुरु होने के बाद ही जिले के किसानो मे काफी उत्साह दिख रहा है,,,जहां हर साल धान कि खेती को लेकर मौसम कि मार झेलने वाले किसान इस साल खुश है,,,भले ही धान कि खेती देर से पुरी हुई,,,लेकिन किसानो कि चिंता इन दिनो धान खरीदी केन्द्रो मे दुर होते दिखाई दे रही है,,,जहां किसान हर बार कि तरह धान खरीदी केन्द्रो मे परेशानी से जुझने कि तैयारी मे पहुंच रहा था,,,लेकिन नए कांग्रेस शासन के मंशानुरुप इस बार किसानो को एक एक सप्ताह धान खरीदी केन्द्रो मे नही बिताना पङ रहा है,,,बल्की किसान नए सिस्टम से धान खरीदी और किसानो के सहुलियत को देख काफी उत्साहीत है,,,जहां किसान शासन के समर्थन मुल्य को लेकर भी खुश है,,,किसानो का दावा है कि 1835 रुपए तो किसानो को मिल रहे है,,,साथ ही बाकी के समर्थन मुल्य भी किसानो के खाते मे आने का खुद ही दावा कर रहे है,,,

बाईट-1- -जगन्नाथ,,,किसान

जिले मे हर बार किसान कर्ज मे डुबे रहने कि वजह से काफी परेशानी का सामना कर रहे थे,,,ऐसे मे इस बार किसानो के लिए धान खरीदी किसी त्यौहार से कम नजर नही आ रहा,,,जहां जिले मे इस बार पंजीकृत किसान पैंतीस हजार नौ सौ बीस है,,पिछले बार कि तुलना मे पांच हजार ज्यादा किसान पंजीकृत हुए,,वही धान खरीदी के पिछले 12 दिनो मे लगभग तीन हजार किसानो ने एक लाख बीस हजार क्वींटल धान बिक्री किया है,,,वही सोलह करोङ 66 लाख रुपए का किसानो को भुगतान किया गया है,,,जहां अवैध धान को लेकर जिला प्रशासन काफी सख्त है ,,,जिससे अवैध धान कोचियो पर कार्यवाही से किसान काफी खुश है और किसानो का मानना है कि धान खरीदी केन्द्रो मे और भुगतान मे देरी के कारण किसान कोचियो का सहारा लेते थे ,,जहां अब धान खरीदी केन्द्रो मे मिलने वाले सहुलियत और तत्काल भुगतान से सीधे फसल धान खरीदी केन्द्रो मे पहुंचने से सीधे लाभ मिल रहा है,,,जिसके कारण अब शासन के महत्वाकांक्षी योजना के तहत बने गौठानो मे भी छोटे किसान भी धान से निकलने वाले पैरा चारा दान कर रहे है,,,,वही जिले के कलेक्टर दिपक सोनी ने किसानो को परेशानी या गुमराह होने कि स्थिति से निबटने के लिए एक टोल फ्री नंबर भी जारी किया है,,,जिसमे किसान सीधे अपनी समस्याए बता सकते है,,,और कलेक्टर ने अपनी समस्याओ को बताने के लिए किसानो से अपील भी किए,,,,

बाईट---- दीपक सोनी,,,कलेक्टर सूरजपुर
Conclusion:बहरहाल शासन कि इस बार धान खरीदी मे किसानो के हित के लिए खरीदी केन्द्रो को किसानो के हिसाब से सहुलियत बनाने का प्रयास और किसानो के धान का भुगतान कि राशी किसानो के चेहरो कि खुशी शासन कि किसान हितैषी पहल साफ जाहिर कर रहा है,,,
Last Updated : Dec 29, 2019, 1:05 AM IST
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