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Civic Action Program in Sukma: अतिनक्सल प्रभावित डब्बा मरका में जवानों ने किया सिविक एक्शन कार्यक्रम, 2 दिन पहले 33 नक्सलियों ने किया था सरेंडर - Police personnel in Sukma Dabba Marka

Awareness Camp in Sukma security force बस्तर संभाग के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बल लगातार ग्रामीणों को विश्वास में लेने का प्रयास कर रहे हैं. इसी कड़ी में सुकमा जिले की अतिनक्सल प्रभावित क्षेत्र डब्बा मरका में 208 कोबरा और 212 सीआरपीएफ बल ने जन जागरूकता अभियान चलाया और सिविक एक्शन कार्यक्रम आयोजित किया. sukma news

Public Awareness Camp in Sukma
सुकमा में जन जागरूकता अभियान
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Published : Feb 18, 2023, 11:55 AM IST

सुकमा: पुलिस उपमहानिरीक्षक रेंज कोंटा सुनीत कुमार राय, जितेंद्र कुमार ओझा कमांडेड 208 और दीपक कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि "नक्सलवाद के खात्मे के लिए लगातार अंदरूनी क्षेत्रों में सुरक्षाबल के नए कैंप स्थापित किए जा रहे हैं. नए कैंप के खुलने से क्षेत्र में विकास तेजी से हो रहा है. अंदरूनी क्षेत्र के ग्रामीण पुलिस से दूरियां बनाए रखते थे. इन दूरियों को कम करने का काम लगातार सुकमा में पुलिस कर रही है. कैंप के जरिए सुरक्षाबल के जवान ग्रामीणों के नजदीक पहुंचकर उनकी समस्याओं का समाधान करने में जुटे हुए हैं. कुछ दिन पहले ही डब्बा मरका में नए कैंप स्थापित किया गया है. जिसका असर जल्द देखने को मिला."

अंदरूनी क्षेत्रों में से कैंप नक्सली गतिविधी में आई कमी: अंदरूनी क्षेत्रों में कैंप खुलने के कुछ दिन बाद ही क्षेत्र के 33 माओवादी, नक्सली विचारधारा को छोड़कर मुख्यधारा में शामिल हुए थे. एक बार फिर से सुरक्षाबल के जवानों ने इस क्षेत्र में जन जागरूकता अभियान चलाते हुए सिविक एक्शन का कार्यक्रम आयोजित किया. इस अभियान में सैकड़ों की संख्या में आसपास के ग्रामीण उपस्थित हुए.

यह भी पढ़ें: Naxalites surrendered in Sukma : नक्सलगढ़ सुकमा में 3 इनामी सहित 33 नक्सलियों ने किया सरेंडर, जानिए कैसे

जिन्हें सुरक्षाबल के जवानों द्वारा खाद्य सामग्री, खेलकूद का सामान, कपड़े और बच्चों के लिए शिक्षा संबंधी सामान और अन्य जरूरतमंद सामग्रियों का वितरण किया. इसके अलावा गांव में बीमारी की अवस्था में रहे ग्रामीणों का भी इस शिविर में इलाज करवा कर उन्हें दवाइयां भी उपलब्ध किया गया.

सुकमा: पुलिस उपमहानिरीक्षक रेंज कोंटा सुनीत कुमार राय, जितेंद्र कुमार ओझा कमांडेड 208 और दीपक कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि "नक्सलवाद के खात्मे के लिए लगातार अंदरूनी क्षेत्रों में सुरक्षाबल के नए कैंप स्थापित किए जा रहे हैं. नए कैंप के खुलने से क्षेत्र में विकास तेजी से हो रहा है. अंदरूनी क्षेत्र के ग्रामीण पुलिस से दूरियां बनाए रखते थे. इन दूरियों को कम करने का काम लगातार सुकमा में पुलिस कर रही है. कैंप के जरिए सुरक्षाबल के जवान ग्रामीणों के नजदीक पहुंचकर उनकी समस्याओं का समाधान करने में जुटे हुए हैं. कुछ दिन पहले ही डब्बा मरका में नए कैंप स्थापित किया गया है. जिसका असर जल्द देखने को मिला."

अंदरूनी क्षेत्रों में से कैंप नक्सली गतिविधी में आई कमी: अंदरूनी क्षेत्रों में कैंप खुलने के कुछ दिन बाद ही क्षेत्र के 33 माओवादी, नक्सली विचारधारा को छोड़कर मुख्यधारा में शामिल हुए थे. एक बार फिर से सुरक्षाबल के जवानों ने इस क्षेत्र में जन जागरूकता अभियान चलाते हुए सिविक एक्शन का कार्यक्रम आयोजित किया. इस अभियान में सैकड़ों की संख्या में आसपास के ग्रामीण उपस्थित हुए.

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जिन्हें सुरक्षाबल के जवानों द्वारा खाद्य सामग्री, खेलकूद का सामान, कपड़े और बच्चों के लिए शिक्षा संबंधी सामान और अन्य जरूरतमंद सामग्रियों का वितरण किया. इसके अलावा गांव में बीमारी की अवस्था में रहे ग्रामीणों का भी इस शिविर में इलाज करवा कर उन्हें दवाइयां भी उपलब्ध किया गया.

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