सुकमा: जिले में नक्सली मोर्चे पर तैनात सुरक्षाबल के जवानों को बड़ी सफलता मिली है, जिसका खुलासा गुरुवार को किया गया. सुकमा पुलिस ने एक इनामी नक्सली दंपती को गिरफ्तार किया है, जिनके ऊपर छत्तीसगढ़ सरकार ने 10 लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा था. गादीरास कैंप पर हमले में भी दोनों शामिल थे. इनके पास से भारी मात्रा में गोला बारूद बरामद करते हुए केस दर्ज कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है.
पहले के घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने कर दिया था हमला: अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण ने बताया कि "सुकमा जिले के गादीरास थाना क्षेत्र में कैंप फर अटैक और एस्सार पाइपलाइन को नुकसान पहुंचाने की नीयत से नक्सलियों के जमा होने की जानकारी पुलिस को मिली थी. इस सूचना पर ऑपरेशन प्लान करके डीआरजी और जिला बल की संयुक्त टीम को नागलगुड़ा परिया क्षेत्र में भेजा गया. यहां पोर्रोपड़िया के पास घात लगाए नक्सलियों ने पुलिस बल को अपनी ओर आता देख अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. मोर्चा संभालते हुए सुरक्षाबलों ने भी नक्सलियों पर जवाबी कार्रवाई की. करीब 30 मिनट चले इस मुठभेड़ में सुरक्षाबल के जवानों को भारी पड़ता देख नक्सली घने जंगलों में भाग खड़े हुए."
AK 56 के साथ साढ़े 10 लाख का ईनामी नक्सली गिरफ्तार, एक साथ 7 जवानों की ली थी जान
सर्चिंग में घेराबंदी करके दो नक्सलियों को ऐसे पकड़ा: अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण के मुताबिक "मुठभेड़ के बाद पुलिस ने सर्चिंग के दौरान दो नक्सलियों को घेराबंदी करके दबोच लिया. गिरफ्तार नक्सली मुचाकी हिड़मा, प्लाटून नंबर 24 डिप्टी कमांडर पीसीसीएम रैंक के रूप में नक्सली संगठन में मलगेर एरिया कमेटी में सक्रिय था. इसके ऊपर छत्तीसगढ़ सरकार ने 8 लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा था. वहीं महिला नक्सली कोसी प्लाटून नंबर 31 के सदस्य के रूप में कांगेर घाटी एरिया कमेटी में सक्रिय थी. इसके ऊपर छत्तीसगढ़ सरकार ने 2 लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा था. दोनों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध करते हुए दोनों ही नक्सली को न्यायिक रिमांड में जेल भेज दिया गया है."
बड़ी नक्सली घटनाओं में शामिल रहे हैं दोनों नक्सली: अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया कि "सुरक्षाबल के जवानों ने गिरफ्तार नक्सलियों के कब्जे से एक पिट्ठू बैग, 1 टिफिन बम, 6 इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, 5 जिलेटिन रॉड, कोडेक्स वायर 1 मीटर, 2 नग लाल रंग का नक्सली बैनर सहित अन्य सामान बरामद किया है. दोनों ही नक्सली सुकमा और दंतेवाड़ा में हुए बड़ी घटनाओं, हत्या, आईईडी ब्लास्ट, हथियार लूटने, जवानों पर फायरिंग, आगजनी जैसे मामलों में शामिल रहे हैं."