सुकमा: पूर्व विधायक मनीष कुंजाम ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के एक दिवसीय प्रवास पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने प्रेस वार्ता कर सीएम के प्रवास को सुकमा के लिए आपातकाल जैसा बताया. उन्होंने कहा कि सुरक्षा व्यवस्था के नाम पर प्रशासन ने लोगों को परेशान किया है. शैक्षणिक संस्थाएं तक बंद कर दी गई. ये अजीब था.
उन्होंने कहा कि 'सुकमा में पहले भी कई बार मुख्यमंत्री का दौरा हो चुका है, लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है कि सीएम के प्रवास से पहले पूरे शहर में इमरजेंसी लगा दी गई हो. कुंजाम ने कहा कि 'रमन सिंह ताड़मेटला जैसे अति संवेदनशील इलाके का दौरा कर चुके हैं. लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ कि लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा हो'.
'सरकार ने पूरे नहीं किए वादे'
मनीष ने कांग्रेस सरकार पर कहा कि 'उम्मीद थी कि सरकार बदलने के बाद जिले की व्यवस्थाएं सुधरेंगी. कांग्रेस के नेता सीधे जनता से संवाद करेंगे. लेकिन ऐसा हुआ नहीं. कुंजाम ने कहा कि 'सत्ता में काबिज होने से पहले कांग्रेस ने जनता से कई वादे किए थे. सरकार बने 10 महीने बीत चुके हैं लेकिन अब तक एक भी वादा पूरा नहीं हो पाया है. कांग्रेस ने जेलों में बंद आदिवासियों को 1 महीने के अंदर रिहा करने की बात कही थी जो पूरा नहीं हुआ है. युवाओं को बेरोजगार भत्ता भी नहीं दिया जा रहा है'.
मंत्री लखमा को आड़े हाथों लिया
कुंजाम ने प्रदेश के आबकारी मंत्री कवासी लखमा पर भी निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि 'यहां के जो मौजूदा विधायक हैं जो आज की तारीख में मंत्री हैं, उन्होंने मंत्री बनने के बाद क्षेत्र के लिए कोई काम नहीं किया. न ही जनता से संवाद स्थापित किया'.