सुकमा : जिले में लगातार सुरक्षाबलों की कार्रवाई से लाल आतंक बैकफुट पर है. गुरुवार को तिम्मापुरम में मुठभेड़ में डीआरजी और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने दो नक्सलियों को मार गिराया है. शुक्रवार को दोनों नक्सलियों के शव जिला मुख्यालय लाए गए. मारे गए नक्सलियों की पहचान एलओएस सदस्य मड़म हिड़मा और सोरी नंदा के रूप में हुई है.
नक्सलियों की साजिश को सुरक्षाबलों ने किया नाकाम
सुकमा में लगातार सुरक्षाबलों का ऑपरेशन जारी है. 10 दिसंबर को एसटीएफ और डीआरजी की टीम सर्चिंग कर रही थी तभी नक्सलियों ने जवानों पर फायरिंग कर दी. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भीफायरिंग की. पुलिस को भारी पड़ता देख नक्सली मौके से भाग निकले.
आईईडी की चपेट में आने से एक जवान हुआ घायल
नक्सलियों के लगाए गए आईईडी की चपेट में आने से एसटीएफ आरक्षक महेश नेताम गंभीर रूप से घायल हो गया. इसके साथ ही नक्सलियों ने दूसरा आईईडी ब्लास्ट किया, जिसमें एक डीआरजी जवान को मामूली चोट लगी है. इसके बाद सुरक्षाबलों की टीम ने ताबड़तोड़ नक्सलियों पर फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस की फायरिंग के बाद नक्सली जंगल का फायदा उठाकर मौके से भाग खड़े हुए
मुठभेड़ स्थल से हथियार बरामद
मुठभेड़ के बाद जवानों की तरफ से घटनास्थल की सर्चिंग की गई, तो मौके से दो नक्सलियों के शव समेत तीन हथियार बरामद हुए. मारे गए दोनों नक्सली जगरगुण्डा, चिंतलनार और चिंतागुफा इलाके में कई घटनाओं में शामिल थे.