राजनांदगांव: जिला पंचायत की स्थाई समितियों में स्थान नहीं मिलाने से पंचायत सदस्य नराज चल रहे हैं. जिला पंचायत में भाजपा ने जैसे-तैसे अध्यक्ष तो बना लिया है, लेकिन सदस्यों को मनाने में अब भी एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ रहा है. बता दें, जिला पंचायत के भाजपा समर्थित सदस्यों का एक वीडियो वायरल हुआ है. जिसमें 5 सदस्य BJP से नाता तोड़ने की बात करते दिख रहे हैं. साथ ही भाजपा के जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोलने की बात भी कह रहे हैं.
अंतर्कलह की वजह से बिखराव!
जानकारी के अनुसार जिला पंचायत के सभापति चुनाव के बाद 8 समितियों के लिए सदस्यों सहित सभापति का चुनाव हुआ. सभापति चुनाव में भाजपा की बनाई गई रणनीति के तहत भाजपा के पास 13 सदस्य थे. वहीं कांग्रेस के पास 11 सदस्य थे. जिससे साफ जाहिर हो रहा था कि भाजपा सभी पदों पर अपना कब्जा जमा लेगी और ऐसा ही हुआ, लेकिन सभापति चुनाव के दौरान जिस तरह से भाजपा में गुटबाजी दिखी. BJP की ओर से जैसे ही सभापति के लिए नाम बदला गया तो वहां मौजूद जिला पंचायत सदस्य अरुण यादव और प्रियंका खम्मन ताम्रकार ने अपना विरोध दर्ज कराया और अरुण यादव ने पीठासीन अधिकारी के समक्ष कहा था कि यदि इस प्रकार से धोखा दिया गया तो वे जिला पंचायत सदस्य पद से इस्तीफा दे देंगे. इसी बीच भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें मनाने की कोशिश भी की, लेकिन नाराज अरुण यादव और प्रियंका खम्मन ताम्रकार सभापति चुनाव से पहले ही बाहर निकल गए थे.
मामले में जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष पदम कोठारी का कहना है कि 'आज जिला पंचायत चुनाव में भाजपा से नाराज अरूण यादव जो जिला पंचायत सदस्य हैं, ने अपनी इच्छा जाहिर की है कि वे कांग्रेस में आना चाहते हैं. आवेदन आने के बाद पार्टी हाईकमान से चर्चा कर फैसला लिया जाएगा और आगे की रणनीति तैयार की जाएगी.'
वहीं वायरल वीडियो को देख लग रहा है कि, जिला पंचायत सरकार कभी भी गिर सकता है. हालांकि ईटीवी भारत इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.