ETV Bharat / state

रेड सैंड बोआ सांप की तस्करी, राजनांदगांव में पांच आरोपी गिरफ्तार - Red Sand Boa Snake Price

राजनांदगांव में दुर्लभ प्रजाति के दो मुंहे सांप रेड सैंड बोआ की तस्करी (red sand boa snake smuggling) के पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.

Red sand boa snake smuggling in Rajnandgaon
राजनांदगांव में रेड सैंड बोआ सांप की तस्करी
author img

By

Published : Dec 24, 2021, 5:00 PM IST

Updated : Dec 24, 2021, 7:32 PM IST

राजनांदगांवः राजनांदगांव में वन विभाग की टीम (Forest Department team in Rajnandgaon) ने दुर्लभ प्रजाति के दो मुंहे सांप रेड सैंड बोआ के साथ पांच लोगों को पकड़ा है. आरोपी रेड सैंड बोआ सांप की तस्करी की फिराक में थे.

राजनांदगांव वन विभाग ने आरोपियों को रंगे हाथों दबोच लिया. आरोपियों को सिंघोला बंगाली भोथीपार मार्ग से गिरफ्तार किया गया है.

राजनांदगांव में रेड सैंड बोआ सांप की तस्करी

राजनांदगांव वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों ने दो मुंहे सांप को रेंगाडबरी गांव के खेत से पकड़ा था. वह लोगों से संपर्क कर सांप को बेचने की तैयारी में थे. मुखबिर की सूचना पर राजनांदगांव वन विभाग की टीम ने दबिश दी और आरोपियों को खरीद-फरोख्त करते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया.

दो मुंहे सांप (रेड सैंड बोआ) भारत के राजस्थान, उत्तरप्रदेश सहित अन्य रेतीले और कुछ मैदानी-दलदली इलाकों में भी पाया जाता है. विदेशों में सांपों की डिमांड (demand for snakes abroad) रहती है. इस सांप के दो मुंह होने से इसे दो मुंहा कहा जाता है.

इन कामों में करते हैं इस्तेमाल
इन कामों में करते हैं इस्तेमाल

इन कामों में रेड सैंड बोआ का करते हैं इस्तेमाल

  • सेक्स पावर बढ़ाने में
  • नशीली चीजों में
  • महंगे परफ्यूम बनाने में
  • कैंसर के इलाज में
  • इस सांप के साथ ये अंधविश्वास जुड़ गया है कि इसको पालने से धन और संपत्ति की प्राप्ति होती है.
  • तांत्रिक क्रियाओं में

मुखाग्नि के लिए पिता के शव को हत्या की सजा काट रहे बेटे का इंतजार, कोरबा में पैरोल के लिए भटक रहा परिवार

रेड सैंड बोआ सांप की तस्करी की वजह क्या है?

पुलिस अधिकारियों और स्नेक लवर्स के मुताबिक 5 लाख रुपए से लेकर रेड सैंड बोआ की कीमत (Red Sand Boa Snake Price ) इंटरनेशनल मार्केट में 1 करोड़ रुपए से ज्यादा है. चीन, इंडोनेशिया और मलेशिया में इसके बड़े बाजार हैं.

जानकारों का कहना है कि इंसान अमीर होने और अपनी कामुक कुंठाओं की पूर्ति के लिए इस सांप का अवैध शिकार कर रहा है. इस सनक के चलते बेहद शांत प्रवृत्ति का ये सांप अपनी अस्तित्व के लिए ही संघर्ष कर रहा है. इस सांप के साथ ये अंधविश्वास जुड़ गया है कि इसको पालने से धन और संपत्ति की प्राप्ति होती है. इसे तंत्र क्रियाओं में इस्तेमाल किया जाता है. भारत में इस सांप का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर तांत्रिक क्रियाओं में किया जाता है.

इन राज्यों में तस्करी के ज्यादा मामले

बिहार, बंगाल, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में रेड सैंड बोआ की बड़े पैमाने पर तस्करी होती है. इसकी तस्करी की दूसरी मुख्य वजह चीन में इससे सेक्स पावर बढ़ाने की दवा बनाने का दावा किया जाता है. इस सांप से कैंसर समेत कुछ बीमारियों के इलाज की बात भी चीन और इंडोनेशिया में होती है. जबकि साइंस में इसका कोई प्रमाण नहीं है. इस तरह कह सकते हैं कि इंसान अपने स्वार्थ के लिए इस बेजुबान को मार रहा है.

गौरेला पेंड्रा मरवाही: नाबालिग को भगाकर पत्नी बनाकर रखने वाला आरोपी तीन साल बाद गिरफ्तार

शांत प्रवृत्ति का विषहीन सांप होता है सैंड बोआ

जानकार बताते हैं कि रेड सैंड बोआ रेतीली जमीन पर पाए जाने वाला शांत प्रवृत्ति का सांप होता है. जिसे भारत में दोमुंहा सांप भी कहते हैं. लेकिन सच्चाई यह है कि इसका एक ही मुंह होता है. इसकी पूछ भी दूसरे सांपों के मुकाबले मोटी होती है. वह भी मुंह की तरह ही दिखता है. इसके चलते लोगों में यह भ्रम हो जाता है कि यह दो मुंह वाला सांप है.

कहां पाया जाता है ये सांप ?

रेड सैंड बोआ सांप रेतीले इलाके में पाया जाता है. भारत के मरुस्थलीय इलाके यानी राजस्थान में लाल रंग का एक खास सांप पाया जाता है. स्थानीय भाषा में इसे दोमुंहा सांप भी कहते हैं. इसकी लगातार घटती संख्या को देखते हुए भारत सरकार ने इसे दुर्लभ प्रजाति की सूची में रखा है. इसके बावजूद आए दिन इसकी तस्करी की बात सामने आती है. इसको पकड़ने से लेकर अंतर्राष्ट्रीय बाजार तक पहुंचने के लिए एक नेटवर्क काम कर रहा है, जिसे जल्द तोड़ना जरूरी है. तभी इस बेजुबान जीव को मानवीय सनक के शिकार होने से बचाया जा सकता है.

राजनांदगांवः राजनांदगांव में वन विभाग की टीम (Forest Department team in Rajnandgaon) ने दुर्लभ प्रजाति के दो मुंहे सांप रेड सैंड बोआ के साथ पांच लोगों को पकड़ा है. आरोपी रेड सैंड बोआ सांप की तस्करी की फिराक में थे.

राजनांदगांव वन विभाग ने आरोपियों को रंगे हाथों दबोच लिया. आरोपियों को सिंघोला बंगाली भोथीपार मार्ग से गिरफ्तार किया गया है.

राजनांदगांव में रेड सैंड बोआ सांप की तस्करी

राजनांदगांव वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों ने दो मुंहे सांप को रेंगाडबरी गांव के खेत से पकड़ा था. वह लोगों से संपर्क कर सांप को बेचने की तैयारी में थे. मुखबिर की सूचना पर राजनांदगांव वन विभाग की टीम ने दबिश दी और आरोपियों को खरीद-फरोख्त करते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया.

दो मुंहे सांप (रेड सैंड बोआ) भारत के राजस्थान, उत्तरप्रदेश सहित अन्य रेतीले और कुछ मैदानी-दलदली इलाकों में भी पाया जाता है. विदेशों में सांपों की डिमांड (demand for snakes abroad) रहती है. इस सांप के दो मुंह होने से इसे दो मुंहा कहा जाता है.

इन कामों में करते हैं इस्तेमाल
इन कामों में करते हैं इस्तेमाल

इन कामों में रेड सैंड बोआ का करते हैं इस्तेमाल

  • सेक्स पावर बढ़ाने में
  • नशीली चीजों में
  • महंगे परफ्यूम बनाने में
  • कैंसर के इलाज में
  • इस सांप के साथ ये अंधविश्वास जुड़ गया है कि इसको पालने से धन और संपत्ति की प्राप्ति होती है.
  • तांत्रिक क्रियाओं में

मुखाग्नि के लिए पिता के शव को हत्या की सजा काट रहे बेटे का इंतजार, कोरबा में पैरोल के लिए भटक रहा परिवार

रेड सैंड बोआ सांप की तस्करी की वजह क्या है?

पुलिस अधिकारियों और स्नेक लवर्स के मुताबिक 5 लाख रुपए से लेकर रेड सैंड बोआ की कीमत (Red Sand Boa Snake Price ) इंटरनेशनल मार्केट में 1 करोड़ रुपए से ज्यादा है. चीन, इंडोनेशिया और मलेशिया में इसके बड़े बाजार हैं.

जानकारों का कहना है कि इंसान अमीर होने और अपनी कामुक कुंठाओं की पूर्ति के लिए इस सांप का अवैध शिकार कर रहा है. इस सनक के चलते बेहद शांत प्रवृत्ति का ये सांप अपनी अस्तित्व के लिए ही संघर्ष कर रहा है. इस सांप के साथ ये अंधविश्वास जुड़ गया है कि इसको पालने से धन और संपत्ति की प्राप्ति होती है. इसे तंत्र क्रियाओं में इस्तेमाल किया जाता है. भारत में इस सांप का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर तांत्रिक क्रियाओं में किया जाता है.

इन राज्यों में तस्करी के ज्यादा मामले

बिहार, बंगाल, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में रेड सैंड बोआ की बड़े पैमाने पर तस्करी होती है. इसकी तस्करी की दूसरी मुख्य वजह चीन में इससे सेक्स पावर बढ़ाने की दवा बनाने का दावा किया जाता है. इस सांप से कैंसर समेत कुछ बीमारियों के इलाज की बात भी चीन और इंडोनेशिया में होती है. जबकि साइंस में इसका कोई प्रमाण नहीं है. इस तरह कह सकते हैं कि इंसान अपने स्वार्थ के लिए इस बेजुबान को मार रहा है.

गौरेला पेंड्रा मरवाही: नाबालिग को भगाकर पत्नी बनाकर रखने वाला आरोपी तीन साल बाद गिरफ्तार

शांत प्रवृत्ति का विषहीन सांप होता है सैंड बोआ

जानकार बताते हैं कि रेड सैंड बोआ रेतीली जमीन पर पाए जाने वाला शांत प्रवृत्ति का सांप होता है. जिसे भारत में दोमुंहा सांप भी कहते हैं. लेकिन सच्चाई यह है कि इसका एक ही मुंह होता है. इसकी पूछ भी दूसरे सांपों के मुकाबले मोटी होती है. वह भी मुंह की तरह ही दिखता है. इसके चलते लोगों में यह भ्रम हो जाता है कि यह दो मुंह वाला सांप है.

कहां पाया जाता है ये सांप ?

रेड सैंड बोआ सांप रेतीले इलाके में पाया जाता है. भारत के मरुस्थलीय इलाके यानी राजस्थान में लाल रंग का एक खास सांप पाया जाता है. स्थानीय भाषा में इसे दोमुंहा सांप भी कहते हैं. इसकी लगातार घटती संख्या को देखते हुए भारत सरकार ने इसे दुर्लभ प्रजाति की सूची में रखा है. इसके बावजूद आए दिन इसकी तस्करी की बात सामने आती है. इसको पकड़ने से लेकर अंतर्राष्ट्रीय बाजार तक पहुंचने के लिए एक नेटवर्क काम कर रहा है, जिसे जल्द तोड़ना जरूरी है. तभी इस बेजुबान जीव को मानवीय सनक के शिकार होने से बचाया जा सकता है.

Last Updated : Dec 24, 2021, 7:32 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.