राजनांदगांव : राजनांदगांव लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं इन सब के बीच रमन सिंह का राजनांदगांव सीट को लेकर दिया गया बयान एक बार फिर चर्चा का विषय बन सकता है. रमन सिंह ने साफ कहा कि, 'मैंने पार्टी से किसी तरह का आग्रह नहीं किया है हाईकमान जो तय करेगा वही करूंगा'.
रमन सिंह ने कार्यकर्ता सम्मेलन के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए अपने चुनाव लड़ने की अटकलों पर कहा कि, 'राजनांदगांव लोकसभा सीट से 5 से 6 प्रत्याशियों के नामों पर चर्चा चल रही है. हालांकि उन्होंने अपने चुनाव लड़ने की अटकलों को लेकर स्पष्ट तौर पर कहा है कि अगर पार्टी का आदेश होगा तो वोचुनाव लड़ेंगे'.
'अपने लिए कभी आवेदन नहीं दिया'
साथ ही उन्होंने येभी कहा कि, 'मैंने चुनाव में किसी भी सीट से दावा नहीं किया है और न ही अपने लिए कभी आवेदन दिया. चुनाव लड़ने के संबंध में मैं कभी आग्रह नहीं करता हूं'. इस बयान के बाद से उनके चुनाव लड़ने की अटकलों को एक बार फिर हवा मिल गई है. वहीं वर्तमान में इस सीट से उनके पुत्र अभिषेक सिंह सांसद हैं.
8 विधानसभा में केवल एक विधानसभा सीट पर मिली जीत
बता दें कि तकरीबन 20 साल पहले 1999 में राजनांदगांव लोकसभा सीट से रमन सिंह चुनाव लड़ चुके हैं. इस चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के दिग्गज नेता मोतीलाल वोरा को हारया था. इसके बाद से पार्टी में लगातार डॉक्टर रमन सिंह का ओहदा बढ़ता गया. मोतीलाल वोरा को चुनाव मैदान में हराने के बाद उन्हें केंद्रीय मंत्री भी बनाया गया था. वर्तमान में राजनांदगांव लोकसभा सीट की 8 विधानसभाओं में केवल एक विधानसभा पर ही भाजपा ने जीत हासिल कीथी. वह भी रमन सिंह की विधानसभा सीट से. इसे लेकर माना जा रहा है कि पार्टी में काफी उथल-पुथल की स्थिति पैदा हो गई है. वर्तमान सांसद अभिषेक सिंह को टिकट देने के लिए पार्टी के आला नेता अब चिंता कर रहे हैं इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह का नाम इस सीट से सामने आया है.