राजनांदगांव : कलेक्टर टीके वर्मा ने अधिकारियों की बैठक ली. बैठक में उन्होंने छुईखदान विकासखंड के चिरहीडीह गांव के प्राकृतिक नाले से अतिक्रमण हटाने और नाले को चौड़ा करने के निर्देश दिए हैं. जिसके लिए उन्होंने अधिकारियों को मनरेगा के तहत फौरन राशि स्वीकृत करने के निर्देश दिए हैं.
अधिकारियों ने बताया कि नाले की चौड़ाई 800 मीटर लंबाई तक बढ़ाई जाएगी. कलेक्टर ने महिला एवं बाल विकास विभाग की परियोजना अधिकारी से प्रधानमंत्री मातृत्व योजना और जननी सुरक्षा योजना के क्रियान्वयन के बारे में जानकारी ली.
प्रसव से जुड़े योजनाओं का मिले लाभ
परियोजना अधिकारी को छुईखदान के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में प्रसव कराने वाली महिलाओं को पात्रतानुसार योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए फौरन कार्रवाई करने के निर्देश दिए. उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों से चर्चा करते हुए खरीफ फसल की तैयारियों की जानकारी ली. कलेक्टर ने कहा कि किसानों के फायदे के लिए दलहनी, तिलहनी और नकद फसल को बढ़ावा देना चाहिए. इसके लिए किसानों में जागरूकता लाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि मनरेगा के तहत नए तालाब निर्माण, तालाब गहरीकरण और भूमि समतलीकरण के कार्य किए गए हैं. मेड़ों में अरहर की फसल ली जाए. इसके लिए पर्याप्त मात्रा में बीज की व्यवस्था होनी चाहिए.
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रोका-छेका हुआ शुरू
कलेक्टर ने कहा कि राज्य शासन ने खरीफ फसल को बुआई के बाद से ही मवेशियों से बचाने के लिए गांवों में रोका-छेका शुरू करने के निर्देश दिया है. अधिकारी-कर्मचारी गांवों में जाकर किसानों को समझाइश दें कि जिन गांवों में गौठान बनाए गए हैं. वहां मवेशियों को गौठान में रखें. कलेक्टर ने अधिकारियों से संस्थागत प्रसव और विकासखंड में संचालित हेल्थ एवं वेलनेस सेन्टर के बारे में भी पूछताछ की. उन्होंने कहा कि शत प्रतिशत संस्थागत प्रसव के लिए विभागीय अधिकारियों को संवेदनशीलता से कार्य करने की जरूरत है.