राजनांदगांव: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में सियासी दंगल रोचक होता जा रहा है. राजनांदगांव विधानसभा सीट हर बार की तरह इस बार भी सबसे बड़ी वीआईपी सीटों में एक है. यहां पूर्व सीएम रमन सिंह चुनाव लड़ रहे हैं. बीजेपी के रमन सिंह का मुकाबला कांग्रेस के गिरीश देवांगन से हो रहा है. रमन सिंह इस सीट से तीन बार चुनाव जीत चुके हैं. वह चौथी बार मैदान में हैं.
कांग्रेस ने गिरीश देवांगन को दिया टिकट: इस सीट से कांग्रेस ने गिरीश देवांगन को मैदान में उतारा है. गिरीश देवांगन मौजूदा समय में छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम के अध्यक्ष हैं. उनकी गनती कांग्रेस के बड़े नेताओं में होती है. इसलिए कांग्रेस पार्टी ने गिरीश देवांगन को इस सीट से मैदान में उतारा है. वह लगातार क्षेत्र में पहुंच रहे हैं और जनता से संवाद स्थापित करने में लगे हुए हैं.
15 सालों से रमन सिंह जीत रहे राजनांदगांव सीट: राजनांदगांव के चुनावी इतिहास की बात की जाए तो इस सीट पर रमन सिंह का जलवा बीते 15 सालों से कायम है. वह लगातार 15 सालों से यहां विधायक हैं. साल 2008 में रमन सिंह ने कांग्रेस के उदय मुदलियार को हराया था. इस चुनाव में रमन सिंह को 77,230 वोट मिले थे. जबकि उदय मुदलियार को 44,841 वोट मिले थे. साल 2013 में भी रमन सिंह ने इस सीट से अलका मुदलियार को पटखनी दी थी. रमन सिंह को 86,797 वोट हासिल हुए थे. जबकि अलका उदय मुदलियार को 50,931 मिले थे. साल 2018 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो यहां एक बार फिर रमन सिंह ने जीत हासिल की. रमन सिंह ने कांग्रेस उम्मीदवार करुणा शुक्ला को हराया था. वोट की बात की जाए तो रमन सिंह को 80,589 वोट मिले थे. जबकि करुणा शुक्ला को 63,656 वोट मिले थे. करुणा शुक्ला ने इस चुनाव में रमन सिंह को कड़ी टक्कर दी थी.
बीते 15 साल से राजनांदगांव सीट बीजेपी का गढ़ रहा है. यहां से रमन सिंह लगातार जीत दर्ज करते आ रहे हैं. इस बार कांग्रेस ने भी चुनावी रणनीति बदली है. रमन सिंह के खिलाफ अपने मजबूत नेता गिरीश देवांगन को मैदान में उतारा है. अब देखना दिलचस्प होगा कि इस बार जनता किस पार्टी के नेता पर अपना विश्वास जताती है. राजनांदगांव में सात नवंबर को मतदान होने हैं. जबकि तीन दिसंबर को नतीजे आएंगे. ऐसे में देखना होगा कि जनता का रुख किस पार्टी को ओर रहता है.