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बूढ़ा सागर पाथ वे के निर्माण में बरती जा रही लापरवाही, अधिकारी बोले - 'सब ठीक है' - निर्माण

शहर के एतिहासिक बूढ़ा सागर के किनारे पाथवे बनाया जा रहा है. लेकिन पाथ-वे के निर्माण में भारी अनियमितता बरती जा रही है.

बूढ़ा सागर पाथ वे के निर्माण में बरती जा रही लापरवाही
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Published : Jun 13, 2019, 11:01 AM IST

Updated : Jun 13, 2019, 11:30 AM IST

राजनांदगांव : बूढ़ा सागर तालाब के किनारे बन रहे पाथ वे के निर्माण में भारी लापरवाही बरती जा रही है. ठेकेदार द्वारा मिट्टी मिली हुई रेत से निर्माण करवाया जा रहा है, वहीं निगम के अधिकारी अंजान बने हुए हैं.

बूढ़ा सागर पाथ वे के निर्माण में बरती जा रही लापरवाही

दरअसल, शहर के एतिहासिक बूढ़ा सागर के किनारे पाथवे बनाया जा रहा है. इसके साथ ही तालाब के गरहरीकरण का काम भी चल रहा है. इस पाथ-वे पर लोग चलकर तालाब की सुंदरता को और करीब से देख सकेंगे, लेकिन पाथ-वे के निर्माण में भारी अनियमितता बरती जा रही है.

अधिकारियों की लापरवाही का ठेकेदार उठा रहा लाभ
पाथ-वे के निर्माण कार्य पर अधिकारियों द्वारा ध्यान नहीं दिए जाने से ठेकेदार फायदा उठाकर दलदली जमीन पर नींव खड़ी कर रहा है. साथ ही मिट्टी मिली हुई रेत का इस्तेमाल कर रहा है, जिससे पाथवे की गुणवत्ता गिरेगी और भविष्य में हादसे की आशंका बनी रहेगी.

अधिकारी बता रहे सबकुछ ठीक
वहीं मामले में नगर निगम आयुक्त चंद्रकांत कौशिक का कहना है कि, 'नगगर निगम के कार्यों की लैब टेस्टिंग कराई जाती है. बूढ़ा सागर के किनारे जो पाथ वे बनाया जा रहा है उसकी भी लैब टेस्टिंग करवाई गई है और सब कुछ ठीक पाया गया है.

राजनांदगांव : बूढ़ा सागर तालाब के किनारे बन रहे पाथ वे के निर्माण में भारी लापरवाही बरती जा रही है. ठेकेदार द्वारा मिट्टी मिली हुई रेत से निर्माण करवाया जा रहा है, वहीं निगम के अधिकारी अंजान बने हुए हैं.

बूढ़ा सागर पाथ वे के निर्माण में बरती जा रही लापरवाही

दरअसल, शहर के एतिहासिक बूढ़ा सागर के किनारे पाथवे बनाया जा रहा है. इसके साथ ही तालाब के गरहरीकरण का काम भी चल रहा है. इस पाथ-वे पर लोग चलकर तालाब की सुंदरता को और करीब से देख सकेंगे, लेकिन पाथ-वे के निर्माण में भारी अनियमितता बरती जा रही है.

अधिकारियों की लापरवाही का ठेकेदार उठा रहा लाभ
पाथ-वे के निर्माण कार्य पर अधिकारियों द्वारा ध्यान नहीं दिए जाने से ठेकेदार फायदा उठाकर दलदली जमीन पर नींव खड़ी कर रहा है. साथ ही मिट्टी मिली हुई रेत का इस्तेमाल कर रहा है, जिससे पाथवे की गुणवत्ता गिरेगी और भविष्य में हादसे की आशंका बनी रहेगी.

अधिकारी बता रहे सबकुछ ठीक
वहीं मामले में नगर निगम आयुक्त चंद्रकांत कौशिक का कहना है कि, 'नगगर निगम के कार्यों की लैब टेस्टिंग कराई जाती है. बूढ़ा सागर के किनारे जो पाथ वे बनाया जा रहा है उसकी भी लैब टेस्टिंग करवाई गई है और सब कुछ ठीक पाया गया है.

Intro:राजनांदगांव शहर के ऐतिहासिक धरोहर बूढ़ा सागर के बीच से जाने वाले पास हुए में घटिया सामग्री का उपयोग किया जा रहा है तालाब के किनारे पाथवे बनाने में निर्धारित मापदंड की भी अनदेखी की जा रही है इसके बावजूद नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारी इस निर्माण कार्य की ओर झांक कर नहीं देख रहे हैं वहीं नगर निगम के आयुक्त इस बात से साफ इंकार कर रहे हैं कि पार्थ वे में निर्माण में अनियमितता बरती जा रही है उनका कहना है कि नगर निगम के निर्माण में हर निर्माण कार्य की लैब टेस्टिंग की जाती है और गुणवत्ता जांची जाती है.


Body:शहर के ऐतिहासिक बूढ़ा सागर तालाब के किनारे पाथवे का निर्माण किया जा रहा है इस निर्माण कार्य में बूढ़ा सागर का गहरीकरण भी किया जा रहा है लेकिन गहरीकरण के साथ ही पार्थ वे का निर्माण करने में बड़ी लापरवाही बरती जा रही है ठेकेदार इस बात का भरपूर फायदा उठाते हुए दलदली जमीन पर ही नीव खड़े कर रहा है वही मिट्टी मिली रेत का भी इस्तेमाल किया जा रहा है इससे पार्थ वे की गुणवत्ता का अंदाजा लगाया जा सकता है वहीं भविष्य में यहां पर कोई भी गंभीर घटना घट सकती है क्योंकि निर्माण कार्य में जबरदस्त तरीके से अनियमितता बढ़ती जा रही है. बता दें कि बूढ़ा सागर में बनने वाले इस पार्थ वे पर लोग चलकर पूरे बूढ़ा सागर का नजारा चलकर देखेंगे.
बना रहेगा जान का खतरा
पार्थ वे के निर्माण में मिट्टी मिली रेत का इस्तेमाल किया जा रहा है इससे पार्थ वे की गुणवत्ता खराब होगी वहीं इस पार्थ वे में जब लोग चलकर जाएंगे तो कभी भी हादसा होने का खतरा बना रहेगा लोगों की जान हमेशा जोखिम में रहेगी क्योंकि पार्थ वे के निर्माण में जिस तरीके से घटिया सामग्री का उपयोग किया जा रहा है वह कभी भी टूट सकता है।
लैप टेस्टिंग ओके है
इस मामले में नगर निगम आयुक्त चंद्रकांत कौशिक का कहना है कि नगर निगम के कार्यों की लैब टेस्टिंग कराई जाती है बूढ़ा सागर के पार्थ वे में जो निर्माण कराया जा रहा है उसकी लैब टेस्टिंग कराई गई है वह ओके है।


Conclusion:
Last Updated : Jun 13, 2019, 11:30 AM IST
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