राजनांदगांव : छत्तीसगढ़ 38 वीं बटालियन राष्ट्रीय कैडेट कोर के द्वारा संयुक्त वार्षिक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन राजनांदगांव के शासकीय कमला देवी राठी महाविद्यालय में आयोजित किया जा रहा है. जहां छत्तीसगढ़ के सभी जिले के एनसीसी के कैडेट प्रशिक्षण लेने पहुंचे हैं. इस शिविर का आयोजन बटालियन ने किया है. सुबह 5 बजे से 10 बजे तक शिविर में प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
ट्रेनिंग का मकसद क्या : इस शिविर में एनसीसी के कैडेट्स को सीटीसी कैम्प में 10 दिवसीय प्रशिक्षण बटालियन के अधिकारियों के द्वारा दिया जा रहा है.कर्नल रोहित कुमार कौशिक ने कहा कि '' 10 दिवसीय सीटीसी शिविर का आयोजन किया जा रहा है. जो एनसीसी के कैडेट बी.एन्ड सी. सर्टिफिकेट में बैठते है उनके लिए कैम्प होता है.इस शिविर में लगभग 500 लड़के और लड़कियां कैडेट भाग ले रहे हैं. इस प्रशिक्षण में सीनियर डिवीजन और सीनियर विंग और जूनियर डिवीजन और जूनियर विंग दोनों कैडेट शमिल है.10 दिनों तक मिलिट्री डिसिप्लीन और मिलिट्री से सबंधित प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे.''
ट्रेनिंग में किस चीज की सीख : इस दौरान मेप रीडिंग,बेटल क्राफ्ट,लीडरशिप क्वॉलिटी,फिल्ड क्राफ्ट,क्रिएटिव थिंकिंग में फोकस के आलावा बच्चों के कम्युनिकेशन स्किल में ज्यादा फोकस किया जा रहा है. यहां पर ग्रुप गेम्स,कल्चरल प्रोग्राम करवाते हैं.इस ट्रेनिंग को देने के लिए फौजी इंस्पेक्टर और एसोसियेटेट एनसीसी ऑफिसर्स कालेज और स्कूल के प्रोफेसर और टीचर होते है जो ट्रेनिंग देते हैं.
कितने कैंप करना अनिवार्य : सुनील कुमार भागवत फर्स्ट क्लास ऑफिसर एनसीसी का कहना है कि ''38 वीं बटालियन में 10 दिवसीय एनसीसी वार्षिक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया है. इस शिविर में सीटीसी कैंप में बच्चों को 2 साल में एक कैम्प करना अनिवार्य है.38 वीं बटालियन के निर्देशन में यह 10 दिवसीय कैंप चल रहा है. कर्नल रोहित कुमार कौशिक के निर्देशन में यह आयोजित हुआ है.इस प्रशिक्षण में एनसीसी की सभी गतिविधियों जैसे सैन्य प्रशिक्षण,मैप रीडिंग,वेपन ट्रेनिंग,पीटी सुबह 5 बजे से 10 बजे तक प्रशिक्षण दी जा रही है. इस प्रशिक्षण में आए सभी एनसीसी कैडेटों के खाने की नि:शुल्क व्यवस्था बटालियन में ही की गई है.''