राजनांदगांव/ खैरागढ़: देश के महानगरों महाराष्ट्र, गुजरात, हैदराबाद, दिल्ली सहित अन्य राज्यों में कमाने-खाने के लिए मजदूर पलायन करते हैं. लेकिन कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए देश-प्रदेश के कई जिलों में लॉकडाउन लगाया गया है. जिसके कारण मजदूर एक बार फिर से अपने राज्य आने को मजबूर हो गए हैं. ऐसे में प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से दूसरों राज्यों में कमाने खाने गए लोगों की घर वापसी हो रही है. लॉकडाउन होने की वजह से प्रवासी मजदूर गुपचुप तरीके से अपने-अपने मुकाम पर पहुंच रहे हैं. बताया जा रहा है कि प्रवासी मजदूरों को शहर के आउटर में छोड़ा जा रहा है. क्योंकि लॉकडाउन के बाद भी सख्ती से जांच नहीं हो रही है.
ऐसे में बहरी राज्यों से वाहन मजदूरों को छोड़कर आसानी से चले जाते हैं. खास तौर पर बॉर्डर एरिया में प्रशासनिक व्यवस्था बिल्कुल लचर पाई जा रही है. यही वजह है कि प्रवासी मजदूर आते जा रहे है. वहीं शासन ने प्रवासी मजदूरों को क्वारंटाइन भी करने का निर्देश दिया है.
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क्वारंटाइन सेंटर भी शुरू
प्रवासी मजदूरों की बड़ी संख्या को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने ग्राम पंचायत में भी क्वारंटाइन सेंटर बनाने का फरमान जारी किया था. आनन-फानन में पंचायत स्तर पर क्वारंटाइन सेंटर की भी शुरुआत की जा रही है. वहीं पंचायत में अब बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों की पूछताछ शुरू हो चुकी है. ताकि उन्हें समय पर क्वारंटाइन किया जा सके. इसके लिए पंचायत सचिवों को जिम्मेदारी दी गई है. साथ ही पंचायत बॉडी को निगरानी करने के लिए कहा गया है. हालांकि सरकार ने क्वारंटाइन करने का निर्देश जारी करने में बहुत देर कर दी है.