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राजनांदगांव में ओलावृष्टि के साथ जमकर बारिश, फसलों को हुआ नुकसान

राजनांदगांव में सोमवार को हुई ओलावृष्टि और बारिश के बाद मौसम विभाग ने मंगलवार के लिए भी चेतावनी जारी की है.

Heavy rain with hail damage to crops in Rajnandgaon
राजनांदगांव में ओलावृष्टि के साथ जमकर बारिश
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Published : Feb 25, 2020, 3:30 PM IST

Updated : Feb 25, 2020, 4:12 PM IST

राजनांदगांव: पश्चिमी विक्षोभ का असर सोमवार को अंचल सहित जिलेभर में देखने को मिला. सुबह शहर में जमकर बारिश हुई. जबकि रात में खैरागढ़, छुईखदान, घुमका और पटेवा एरिया में ओलावृष्टि भी हुई है. इससे पहले फरवरी की शुरुआत में हुई बारिश की मार झेलकर बढ़ी हो रही रबी फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है. अब कृषि विभाग को फिर से सर्वे कराना पड़ेगा.

राजनांदगांव में ओलावृष्टि के साथ जमकर बारिश

फरवरी की शुरूआत में हुई बारिश ने किसानों को खूब रुलाया है. सात दिनों तक रुक-रुककर बारिश से रबी फसल काफी प्रभावित हुई है. खासतौर पर चने की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है. यही वजह है कि किसान चने की खराब फसल लेकर प्रशासन के पास क्षतिपूर्ति की गुहार लगा रहे हैं.

कृषि विभाग के सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक

राजनांदगांव कृषि विभाग की सर्वे रिपोर्ट भी आ गई है, जिसमें खैरागढ़ और छुईखदान तहसील की करीब 26 हजार 785.25 हेक्टेयर की फसल को नुकसान हुआ है. जबकि चार तहसील राजनांदगांव, डोंगरगढ़, डोंगरगांव और छुरिया मिलाकर कुल चार हजार 295 हेक्टेयर फसलों को नुकसान पहुंचा है. यानी खैरागढ़ और छुईखदान तहसील में ही सबसे ज्यादा रबी फसल तबाह हुई है. कृषि विभाग ने सर्वे रिपोर्ट बीमा कंपनी को भेज दाी है. इसके बाद बीमा कंपनी मापदंड के तहत खराब फसलों की क्षतिपूर्ति किसानों को जारी होगी.

339 गांव प्रभावित

सर्वे रिपोर्ट की बात करें तो मोहला, मानपुर और अंबागढ़ चौकी को छोड़कर बाकी 6 तहसीलों के 339 गांवों में नुकसान पहुंचा है, जिसमें 30 हजार 479 किसानों के 31080.95 हेक्टेयर रबी की फसल तबाह हुई है, जिसमें सबसे ज्यादा नुकसान चने की फसल को हुआ है.

तहसीलवार सर्वे रिपोर्ट

  • कृषि विभाग ने बेमौसम बारिश के बाद बर्बाद फसलों का सर्वे किया है.
  • राजनांदगांव तहसील में 3734 किसानों के 2740.84 हेक्टेयर.
  • डोंगरगांव तहसील में 245 किसानों के 395.85 हेक्टेयर.
  • छुरिया तहसील में 324 किसानों के 288 हेक्टेयर.
  • खैरागढ़ तहसील में 14114 किसानों के 13944.01 हेक्टेयर.
  • डोंगरगढ़ तहसील में 826 किसानों के 871 हेक्टेयर.
  • छुईखदान तहसील में 11236 किसानों के 12841.25 हेक्टेयर में खड़ी रबी फसल को नुकसान पहुंचा है.

जिले में सर्वाधिक फसल नुकसान खैरागढ़ तहसील में हुआ है. इसकी रिपोर्ट बीमा कंपनी को दे दी गई है. शासन के मापदंड के तहत किसानों को 25 प्रतिशत से ज्यादा नुकसान पर ही बीमा का लाभ मिल पाएगा. अब सर्वे रिपेार्ट को बीमा कंपनी को दे दी गई है.

मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी

राजनांदगांव में करीब 12 मिमी बारिश दर्ज की गई है. मौसम विभाग ने मंगलवार के लिए भी चेतावनी जारी की है, जिसमें खासकर उत्तरी क्षेत्र के कुछ जगहों पर गरज-चमक के साथ तेज बारिश और ओलावृष्टि की आशंका जताई है. मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ हिमालय डिवीजन में प्रवेश कर चुका है. इसके असर से उत्तरी छत्तीसगढ़ में मौसम का मिजाज बदला हुआ है.

रात में ओलावृष्टि

शहर में सोमवार सुबह बारिश के बाद मौसम खुल गया. लेकिन रात में फिर मौसम ने करवट ली और जोरदार ओलावृष्टि हुई. दिनभर मौसम खुशनुमा बना रहा. जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में बारिश के साथ ओलावृष्टि से शाम के समय मौसम में फिर से ठंडक आ गई. मौसम का मिजाज बदलने से सोमवार को लोगों ने दिनभर ठिठुरन वाली ठंड महसूस की. सुबह जरूर कुछ समय के लिए धूप निकली. लेकिन इसके बाद दिनभर काले बादल छाए रहे. शाम को चली सर्द हवाओं ने मौसम में ठंडक घोल दिया. इससे लोगों को गर्म कपड़ा निकालने के लिए मजबूर होना पड़ गया.

तापमान में 7 डिग्री तक गिरावट

दिनभर काले बादल छाए रहने और ठंड में बढ़ोतरी होने से दिन के तापमान में 7 डिग्री तक गिरावट दर्ज की गई है. जिले का अधिकतम तापमान 27 डिग्री दर्ज किया गया है. वहीं रात का तापमान 15 डिग्री अनुमान जताया गया है. लेकिन रात में बारिश और ओलावृष्टि के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है. वहीं मंगलवार को मौसम में फिर तब्दीली का पूर्वानुमान जारी किया गया है. इससे रबी फसलों को और भी नुकसान पहुंच सकता है.

राजनांदगांव: पश्चिमी विक्षोभ का असर सोमवार को अंचल सहित जिलेभर में देखने को मिला. सुबह शहर में जमकर बारिश हुई. जबकि रात में खैरागढ़, छुईखदान, घुमका और पटेवा एरिया में ओलावृष्टि भी हुई है. इससे पहले फरवरी की शुरुआत में हुई बारिश की मार झेलकर बढ़ी हो रही रबी फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है. अब कृषि विभाग को फिर से सर्वे कराना पड़ेगा.

राजनांदगांव में ओलावृष्टि के साथ जमकर बारिश

फरवरी की शुरूआत में हुई बारिश ने किसानों को खूब रुलाया है. सात दिनों तक रुक-रुककर बारिश से रबी फसल काफी प्रभावित हुई है. खासतौर पर चने की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है. यही वजह है कि किसान चने की खराब फसल लेकर प्रशासन के पास क्षतिपूर्ति की गुहार लगा रहे हैं.

कृषि विभाग के सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक

राजनांदगांव कृषि विभाग की सर्वे रिपोर्ट भी आ गई है, जिसमें खैरागढ़ और छुईखदान तहसील की करीब 26 हजार 785.25 हेक्टेयर की फसल को नुकसान हुआ है. जबकि चार तहसील राजनांदगांव, डोंगरगढ़, डोंगरगांव और छुरिया मिलाकर कुल चार हजार 295 हेक्टेयर फसलों को नुकसान पहुंचा है. यानी खैरागढ़ और छुईखदान तहसील में ही सबसे ज्यादा रबी फसल तबाह हुई है. कृषि विभाग ने सर्वे रिपोर्ट बीमा कंपनी को भेज दाी है. इसके बाद बीमा कंपनी मापदंड के तहत खराब फसलों की क्षतिपूर्ति किसानों को जारी होगी.

339 गांव प्रभावित

सर्वे रिपोर्ट की बात करें तो मोहला, मानपुर और अंबागढ़ चौकी को छोड़कर बाकी 6 तहसीलों के 339 गांवों में नुकसान पहुंचा है, जिसमें 30 हजार 479 किसानों के 31080.95 हेक्टेयर रबी की फसल तबाह हुई है, जिसमें सबसे ज्यादा नुकसान चने की फसल को हुआ है.

तहसीलवार सर्वे रिपोर्ट

  • कृषि विभाग ने बेमौसम बारिश के बाद बर्बाद फसलों का सर्वे किया है.
  • राजनांदगांव तहसील में 3734 किसानों के 2740.84 हेक्टेयर.
  • डोंगरगांव तहसील में 245 किसानों के 395.85 हेक्टेयर.
  • छुरिया तहसील में 324 किसानों के 288 हेक्टेयर.
  • खैरागढ़ तहसील में 14114 किसानों के 13944.01 हेक्टेयर.
  • डोंगरगढ़ तहसील में 826 किसानों के 871 हेक्टेयर.
  • छुईखदान तहसील में 11236 किसानों के 12841.25 हेक्टेयर में खड़ी रबी फसल को नुकसान पहुंचा है.

जिले में सर्वाधिक फसल नुकसान खैरागढ़ तहसील में हुआ है. इसकी रिपोर्ट बीमा कंपनी को दे दी गई है. शासन के मापदंड के तहत किसानों को 25 प्रतिशत से ज्यादा नुकसान पर ही बीमा का लाभ मिल पाएगा. अब सर्वे रिपेार्ट को बीमा कंपनी को दे दी गई है.

मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी

राजनांदगांव में करीब 12 मिमी बारिश दर्ज की गई है. मौसम विभाग ने मंगलवार के लिए भी चेतावनी जारी की है, जिसमें खासकर उत्तरी क्षेत्र के कुछ जगहों पर गरज-चमक के साथ तेज बारिश और ओलावृष्टि की आशंका जताई है. मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ हिमालय डिवीजन में प्रवेश कर चुका है. इसके असर से उत्तरी छत्तीसगढ़ में मौसम का मिजाज बदला हुआ है.

रात में ओलावृष्टि

शहर में सोमवार सुबह बारिश के बाद मौसम खुल गया. लेकिन रात में फिर मौसम ने करवट ली और जोरदार ओलावृष्टि हुई. दिनभर मौसम खुशनुमा बना रहा. जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में बारिश के साथ ओलावृष्टि से शाम के समय मौसम में फिर से ठंडक आ गई. मौसम का मिजाज बदलने से सोमवार को लोगों ने दिनभर ठिठुरन वाली ठंड महसूस की. सुबह जरूर कुछ समय के लिए धूप निकली. लेकिन इसके बाद दिनभर काले बादल छाए रहे. शाम को चली सर्द हवाओं ने मौसम में ठंडक घोल दिया. इससे लोगों को गर्म कपड़ा निकालने के लिए मजबूर होना पड़ गया.

तापमान में 7 डिग्री तक गिरावट

दिनभर काले बादल छाए रहने और ठंड में बढ़ोतरी होने से दिन के तापमान में 7 डिग्री तक गिरावट दर्ज की गई है. जिले का अधिकतम तापमान 27 डिग्री दर्ज किया गया है. वहीं रात का तापमान 15 डिग्री अनुमान जताया गया है. लेकिन रात में बारिश और ओलावृष्टि के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है. वहीं मंगलवार को मौसम में फिर तब्दीली का पूर्वानुमान जारी किया गया है. इससे रबी फसलों को और भी नुकसान पहुंच सकता है.

Last Updated : Feb 25, 2020, 4:12 PM IST
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