राजनांदगांव/डोंगरगांव: ग्राम रूदगांव के पूर्व सरपंच पर अपने साथियों के साथ मिलकर गांव की आदिवासी महिलाओं से मारपीट का आरोप है. जिससे दो महिलाओं सहित एक युवती को गंभीर चोटें आई हैं. जिन्हें 112 की मदद से डोंगरगांव अस्पताल पहुंचाया गया. तीनों घायल एक ही परिवार की देवरानी, जेठानी और बेटी हैं. पीड़ित परिवार से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार की सुबह सुनियोजित तरीके से पूर्व सरपंच हुकुम साहू गांव के कुछ लोगों को लेकर उनके घर पर पहुंचा था.
पीड़ित परिवार का आरोप है कि ग्राम पंचायत जानबूझकर उनकी निजी पुस्तैनी जमीन पर अतिरिक्त कक्ष का निर्माण करा रही है. जिसका निर्माण कार्य के शुरू होने के पहले ही परिवार ही इसपर आपत्ति दर्ज की. जिसके बाद निर्माण कार्य पर रोक लगा दी गई थी. बावजूद इसके पूर्व सरपंच निर्माण कार्य को फिर से शुरू कराना चाह रहा था. दोनों महिलाओं और युवती की इलाज डोंगरगांव अस्पताल में जारी है.
केस न्यायालय में लंबित
पीड़ित परिवार के सदस्यों ने बताया कि पूर्व कार्यकाल के दौरान तात्कालिक सरपंच हुकुम साहू ने उनकी निजी भूमि पर शासकीय निर्माण काम शुरू किया गया था. जिसपर स्थगन जारी था. वर्तमान में मामला न्यायालय में लंबित है. वहीं पूर्व सरपंच अपनी गलतियों को छुपाने के लिए अधूरे निर्माण कार्य को पूरा कराना चाह रहा हैं. इस संदर्भ में जनपद पंचायत डोंगरगांव के सीईओ ने बीते 5 अक्टूबर को ग्राम पंचायत को एक ज्ञापन भेजा था. जिसमें जगह को लेकर विवाद को देखते हुए निर्माण कार्य बंद किया गया था.
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इस मामले में थाना डोंगरगांव टीआई केपी मरकाम ने बताया कि रूदगांव में सामुदायिक भवन निर्माण संबंधी बात को लेकर दो पक्षों में विवाद का केस आया है. जिस पर एक पक्ष की ओर से आवेदन दिया गया है.