राजनादगांव : भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) के कद्दावर नेता एवं छत्तीसगढ़ के पूर्व परिवहन मंत्री (Former Transport Minister of Chhattisgarh) राजिन्दर पाल सिंह भाटिया ने बीते रविवार की देर शाम अपने घर के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. पुलिस को उनके कमरे से एक सुसाइड नोट (Suicide note) बरामद हुआ है. इसमें स्वास्थ्यगत कारणों के चलते आत्महत्या (suicide) करने की बात लिखी गई है. हालांकि फांसी लगाने के बाद उनका पैर उनके बेड पर चढ़ा हुआ पाया गया, इससे मौके पर मौजूद लोगों में उनकी आत्महत्या को लेकर संशय बना हुआ है.
खुज्जी विधानसभा से तीन बार विधायक रह चुके हैं भाटिया
घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए फॉरेंसिक टीम बुलाई. इसके बाद शव को फंदे से उतारा गया. राजिन्दर पाल सिंह भाटिया की आत्महत्या का कारण उनका कुछ समय से अस्वस्थ चलना बताया जा रहा है. भाजपा शासन में परिवहन मंत्री के रूप में काम कर चुके राजिन्दर पाल सिंह भाटिया खुज्जी विधानसभा क्षेत्र से तीन बार विधायक भी रह चुके हैं. वहीं भाजपा से अलग होकर एक बार उन्होंने निर्दलीय विधानसभा चुनाव भी लड़ा था, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली थी.
मिलनसार व्यक्तित्व के धनी थे भाटिया
साल 2014 में वे पुनः भाजपा में शामिल हो गए थे. वे मिलनसार व्यक्तित्व के धनी थे. उनके इस कदम से भाजपा में शोक की लहर है. राजिन्दर पाल सिंह भाटिया की अपने इलाके में भी अच्छी पकड़ थी. वह एक जमीनी नेता के रूप में जाने जाते थे. उन्होंने करीब 10 दिन पहले थाने में जाकर अपनी लाइसेंसी पिस्टल भी जमा करा दी थी. पिछले कुछ समय से स्वास्थ्यगत कारणों से वे परेशान चल रहे थे और कई जगह अपना इलाज भी करा रहे थे. माना जा रहा है कि मानसिक और शारीरिक परेशानी के चलते उन्होंने आत्महत्या जैसा कदम उठाया है.
मामले की तफ्तीश में जुटी पुलिस
करीब डेढ़ पेज के सुसाइड नोट में राजिन्दर पाल सिंह भाटिया ने अपने स्वास्थ्य कारणों का उल्लेख किया है. अपने वरिष्ठ नेता और शुभचिंतकों का उन्होंने राजनीतिक सफर में साथ देने के लिए आभार जताया है. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह और उनके परिजनों के प्रति आभार व्यक्त किया है. बहराल, पुलिस ने इस मामला दर्ज कर लिया है और तफ्तीश में जुट गई है.