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डोंगरगांव: शहर को मिला नया कोविड केयर सेंटर, जिसने सबसे ज्यादा मेहनत की उसे भूल गए - chhattisgarh updated news

डोंगरगांव के लोगों को एक शिक्षक की बदौलत नया कोविड केयर सेंटर मिला, जिसका शुभारंभ 5 अक्टूबर को किया गया. हैरानी वाली बात ये है कि जिस शिक्षक ने नए कोविड केयर सेंटर के लिए न सिर्फ जी तोड़ मेहनत की बल्कि उसमें रुपये भी लगाए उसी शिक्षक को कोविड केयर सेंटर के शुभारंभ के दौरान भुला दिया गया.

Covid Care Center in Dongargaon
डोंगरगांव में कोविड केयर सेंटर
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Published : Oct 6, 2020, 1:05 PM IST

Updated : Oct 6, 2020, 4:58 PM IST

डोंगरगांव: शहर में कोरोना संक्रमण में लगातार हो रही बढ़ोतरी को देखते हुए विगत कई दिनों से भवन की तलाश की जा रही थी. जिसके लिए शहर के विभिन्न सामाजिक भवनों को उपलब्ध कराने के लिए लोगों ने अपने-अपने स्तर पर सुझाव जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को दिए थे, इसी बीच एक शिक्षक के द्वारा अपने और सामाजिक सरोकार से कोविड-19 सेंटर की शुरुआत करने की पहल की, लेकिन कोविड-19 सेंटर शुरू होते तक शहर की राजनीतिक उठापटक में उस शिक्षक का नाम ही गायब हो गया.

डोंगरगांव में कोविड केयर सेंटर

वृद्धा आश्रम को बनाया गया नया कोविड केयर सेंटर
दरअसल शहर में रोजाना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही थी. ऐसे में उन्हें स्वास्थ्य लाभ देने के लिए कोविड केयर सेंटर शुरू करने की जरूरत पड़ी. जिसके बाद चांदो निवासी प्रतुल वैष्णव ने कोविड-19 केयर सेंटर प्रभारी होरीलाल के साथ मिलकर भवन की तलाश की और नगर में नवनिर्मित वृद्धाश्रम को इसके लिए चुना और अपने खर्च से बेड, नाश्ता, मनोरंजन का समान, पुस्तकें सहित अन्य आवश्यक चीजों के साथ उसे सुचारू रूप से संचालित करने का बीड़ा उठाया.

dongargaon gets new kovid care center
डोंगरगांव में कोविड केयर सेंटर

पढ़ें: CORONA UPDATE: छत्तीसगढ़ में 1 लाख 26 हजार के पार मरीजों की संख्या, 1081 की मौत

कोविड केयर सेंटर के शुभारंभ में मुख्य सूत्रधार को ही भूलें

इस संबंध में उन्होंने विधायक दलेश्वर साहू से मुलाकात की और उन्हें पूरी योजना के संबंध में बताया और इसे लागू करने के लिए सहयोग की मांग की. इसके लिए प्रतुल और होरीलाल दोनों ने काफी मेहनत भी की, 5 अक्टूबर से वृद्धा आश्रम की शुरुआत हो चुकी है. हालांकि इस केयर सेंटर को 25 सितंबर को शुरू होना था, लेकिन तकनीकी कारणों की वजह से शुरू नहीं किया गया. 5 अक्टूबर रविवार को डोंगरगांव विधायक की उपस्थिति में नगर के जनप्रतिनिधियों व समाजसेवियों की उपस्थिति में कोविड केयर सेंटर को शुरू कर दिया गया, लेकिन इन सबके बीच हैरान करने वाली बात ये रही इस कोविड-19 केयर सेंटर शुभारंभ के मौके पर मुख्य सूत्रधार को ही आमंत्रित नहीं किया गया.

श्रेय लेने की होड़

मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए वृद्धा आश्रम में कोविड केयर सेंटर शुरू हुआ, लेकिन यहां भी राजनीति हो गई. बता दें कि कोविड केयर सेंटर शुरू करने के लिए प्रतुल ने अपनी धनराशि लगाकर विधायक और नगर के जनप्रतिनिधियों के सहयोग से संचालित करने की योजना बनाई लेकिन शहर की राजनीति के चलते शुभारंभ के अवसर पर प्रतुल को ही छोड़ दिया गया. यहां तक कि उनके द्वारा दिए गए बेड को भी अन्य समिति के नाम से एंट्री कर दिया गया.

dongargaon gets new kovid care center
मुख्य सूत्रधार को ही भूले

बता दें कि पूरे प्रदेश में पहला ऐसा मामला है जहां एक शिक्षक ने अपनी धनराशि लगाकर कोविड केयर सेंटर की शुरुआत की. इस संबंध में प्रतुल वैष्णव ने बताया कि उन्हें इस बात की काफी खुशी है कि उनकी पहल पर डोंगरगांव नगरवासियों को सहयोग मिला और कोविड केयर सेंटर शुरू किया गया. उन्होंने कहा कि आगे भी वे डोंगरगांव में अपनी सहभागिता निस्वार्थ रूप से देते रहेंगे.

डोंगरगांव: शहर में कोरोना संक्रमण में लगातार हो रही बढ़ोतरी को देखते हुए विगत कई दिनों से भवन की तलाश की जा रही थी. जिसके लिए शहर के विभिन्न सामाजिक भवनों को उपलब्ध कराने के लिए लोगों ने अपने-अपने स्तर पर सुझाव जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को दिए थे, इसी बीच एक शिक्षक के द्वारा अपने और सामाजिक सरोकार से कोविड-19 सेंटर की शुरुआत करने की पहल की, लेकिन कोविड-19 सेंटर शुरू होते तक शहर की राजनीतिक उठापटक में उस शिक्षक का नाम ही गायब हो गया.

डोंगरगांव में कोविड केयर सेंटर

वृद्धा आश्रम को बनाया गया नया कोविड केयर सेंटर
दरअसल शहर में रोजाना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही थी. ऐसे में उन्हें स्वास्थ्य लाभ देने के लिए कोविड केयर सेंटर शुरू करने की जरूरत पड़ी. जिसके बाद चांदो निवासी प्रतुल वैष्णव ने कोविड-19 केयर सेंटर प्रभारी होरीलाल के साथ मिलकर भवन की तलाश की और नगर में नवनिर्मित वृद्धाश्रम को इसके लिए चुना और अपने खर्च से बेड, नाश्ता, मनोरंजन का समान, पुस्तकें सहित अन्य आवश्यक चीजों के साथ उसे सुचारू रूप से संचालित करने का बीड़ा उठाया.

dongargaon gets new kovid care center
डोंगरगांव में कोविड केयर सेंटर

पढ़ें: CORONA UPDATE: छत्तीसगढ़ में 1 लाख 26 हजार के पार मरीजों की संख्या, 1081 की मौत

कोविड केयर सेंटर के शुभारंभ में मुख्य सूत्रधार को ही भूलें

इस संबंध में उन्होंने विधायक दलेश्वर साहू से मुलाकात की और उन्हें पूरी योजना के संबंध में बताया और इसे लागू करने के लिए सहयोग की मांग की. इसके लिए प्रतुल और होरीलाल दोनों ने काफी मेहनत भी की, 5 अक्टूबर से वृद्धा आश्रम की शुरुआत हो चुकी है. हालांकि इस केयर सेंटर को 25 सितंबर को शुरू होना था, लेकिन तकनीकी कारणों की वजह से शुरू नहीं किया गया. 5 अक्टूबर रविवार को डोंगरगांव विधायक की उपस्थिति में नगर के जनप्रतिनिधियों व समाजसेवियों की उपस्थिति में कोविड केयर सेंटर को शुरू कर दिया गया, लेकिन इन सबके बीच हैरान करने वाली बात ये रही इस कोविड-19 केयर सेंटर शुभारंभ के मौके पर मुख्य सूत्रधार को ही आमंत्रित नहीं किया गया.

श्रेय लेने की होड़

मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए वृद्धा आश्रम में कोविड केयर सेंटर शुरू हुआ, लेकिन यहां भी राजनीति हो गई. बता दें कि कोविड केयर सेंटर शुरू करने के लिए प्रतुल ने अपनी धनराशि लगाकर विधायक और नगर के जनप्रतिनिधियों के सहयोग से संचालित करने की योजना बनाई लेकिन शहर की राजनीति के चलते शुभारंभ के अवसर पर प्रतुल को ही छोड़ दिया गया. यहां तक कि उनके द्वारा दिए गए बेड को भी अन्य समिति के नाम से एंट्री कर दिया गया.

dongargaon gets new kovid care center
मुख्य सूत्रधार को ही भूले

बता दें कि पूरे प्रदेश में पहला ऐसा मामला है जहां एक शिक्षक ने अपनी धनराशि लगाकर कोविड केयर सेंटर की शुरुआत की. इस संबंध में प्रतुल वैष्णव ने बताया कि उन्हें इस बात की काफी खुशी है कि उनकी पहल पर डोंगरगांव नगरवासियों को सहयोग मिला और कोविड केयर सेंटर शुरू किया गया. उन्होंने कहा कि आगे भी वे डोंगरगांव में अपनी सहभागिता निस्वार्थ रूप से देते रहेंगे.

Last Updated : Oct 6, 2020, 4:58 PM IST
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