राजनांदगांव: डोंगरगांव ब्लॉक में एक बार फिर कोरोना ने दस्तक दे दी है. ब्लॉक के फ्रंट लाइन वर्कर ग्राम पंचायत सचिव की मौत के बाद उसकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. कोरोना पहचान के बाद पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है. डोंगरगांव जनपद क्षेत्र के एक सचिव को बीते शुक्रवार को सीने और सिर में दर्द की शिकायत के बाद राजनांदगांव जिला अस्पताल ले जाया गया था. मामले की गंभीरता को देखते हुए उसे एम्स रायपुर रेफर कर दिया गया था. रायपुर में ही उसकी मौत हो गई. इसके बाद मृतक सचिव की कोरोना संक्रमण की जांच के लिए सैंपल लिया गया. सैंपल की रिपोर्ट सोमवार देर शाम पॉजिटिव आई.
रिपोर्ट के सकारात्मक परिणाम आने के बाद पंचायत सचिवों और जनपद के कर्मचारियों के बीच भय का माहौल है. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मृतक की ट्रैवल हिस्ट्री खंगाली तो पता चला कि बीते दिनों वह सचिव संघ की एक बैठक में भी शामिल हुआ था. विभाग ने मंगलवार को प्राथमिक संपर्क में आए 30 लोगों का सैंपल जांच के लिए भेजा है. जनपद पंचायत के अधिकारी ने 60 सचिवों के नाम मृतक के प्राथमिक कॉन्टैक्ट लिस्ट में डाला है. इसकी सूची स्वास्थ्य विभाग को भेजी गई है.
मंगलवार सुबह से ही सचिवों का दल कोरोना सैंपल देने के लिए अस्पताल में पहुंचा था. बता दें कि सभी सचिव बीते 16 जुलाई को तुमड़ीबोड़ में आयोजित सचिव संघ की बैठक में शामिल हुए थे. इस बैठक में पूरे ब्लॉक के 74 में से 69 सचिवों ने हिस्सा लिया था. जानकारी के अनुसार, मृतक का लगभग महीनेभर पहले दुर्घटना के कारण हाथ जख्मी हो गया था, जिसका रायपुर के निजी अस्पताल में इलाज जारी था.
पढ़ें: राजनांदगांव: 11 आईटीबीपी जवान समेत 20 और कोरोना संक्रमित मरीजों की पुष्टि
सचिव संघ ने की बीमा राशि की मांग
सचिव संघ ने फ्रंट लाइन वर्कर के लिए जारी दिशा-निर्देशों के अनुरूप बीमा राशि और अन्य लाभ मृतक के परिवार को देने की मांग की है. ब्लॉक सचिव संघ अध्यक्ष रामदुलार साहू ने कहा कि सभी सचिव फ्रंट लाइन वर्कर हैं, 21 मार्च के लॉकडाउन के बाद से लगातार शासन-प्रशासन के निर्देशों का पालन करते हुए कोरोना वॉरियर्स की भूमिका निभा रहे हैं. लेकिन अब हमारे साथी सचिव के निधन के बाद कोरोना पॉजिटिव आने से सभी चिंतित हैं. मृतक सचिव को फंट्र लाइन वर्कर के तहत दी जाने वाली बीमा राशि और अन्य लाभ देने की मांग शासन-प्रशासन से की गई है. वहीं ग्रामीणों की सुरक्षा को देखते हुए सभी सचिवों को 14 दिनों के होम आइसोलेशन में रखने के साथ ही सभी सचिवों के कोरोना टेस्ट की मांग की गई है.