राजनांदगांव : बेलगांव के पुलकेश साहू की मौत के मामले में शुक्ला मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल प्रबंधन और अस्पताल के 2 डॉक्टरों पर कानूनी शिकंजा कसने की तैयारी चल रही है. इसके लिए कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य ने मुख्यमंत्री के निज सचिव को पत्र लिखा है, जिसमें हॉस्पिटल की मान्यता निरस्त करने की अनुशंसा के साथ FIR करने की बात कही है.
दरअसल, 26 सितंबर की रात ड्यूटी से लौटते समय बेलगांव निवासी पुलकेश साहू बालोद जिले के देवरी-जेवरतला के पास सड़क हादसे में घायल हो गया था. प्राथमिक उपचार के बाद पुलकेश को शुक्ला स्पेशियलिटी हास्पिटल में भर्ती कराया गया था.
डॉक्टरों ने रात में एक्स-रे और अन्य जांच कर इसे सामान्य चोट बताकर इलाज कर दिया, जिसके बाद 27 सितंबर की सुबह पुलकेश की मौत हो गई. परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाकर हॉस्पिटल प्रबंधन और 2 डॉक्टर डॉ. प्रतीक कौशिक और चमन निषाद पर FIR की मांग की थी.
अब होगा अपराधिक मामला दर्ज
परिजन शुरुआत से ही प्रबंधन और डाक्टर्स पर लापरवाही का आरोप लगाकर एफआईआर दर्ज कराने की मांग कर रहे थे. बसंतपुर थाने में परिजन शिकायत कर चुके हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग से जांच रिपोर्ट नहीं आने की वजह से पुलिस ने शिकायत दर्ज नहीं की थी. अब जांच रिपोर्ट में प्रबंधन और डॉक्टर्स की गड़बड़ी सामने आने के बाद शुक्ला हास्पिटल यह पहला ऐसा केस है, जिसमें हास्पिटल प्रबंधन के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा.
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साक्ष्य छुपाने के आरोप
परिजनों की शिकायत पर जब एसडीएम की टीम ने मामले जांच की तो कई गड़बड़ी सामने आई थी. अस्पताल प्रबंधन और डाक्टर्स ने ड्यूटी रजिस्टर में मनमानी की. सीसीटीवी का फुटेज भी डिलीट कर दिया. पुलकेश के परिजनों को भी गलत जानकारी देकर गुमराह करने की कोशिश की गई. जांच के बाद प्रबंधन को फुटेज उपलब्ध कराने लगातार नोटिस भी दिया गया, लेकिन प्रबंधन ने फुटेज उपलब्ध नहीं कराया. इस कारण साक्ष्य छुपाने और गलत जानकारी देने पर कलेक्टर ने अपराधिक मामला दर्ज कराने मुख्यमंत्री के निज सचिव को पत्र लिखा है.