राजनांदगांव: कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच वार्डवासियों को निःशुल्क इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना प्रारंभ की है. इस योजना के अंतर्गत मोबाइल यूनिट वैन शहर के श्रमिक बाहुल्य क्षेत्रों तक पहुंच रहा है. स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की टीम स्थानीय लोगों की बीमारियों की निःशुल्क जांच कर रही है.
इसी के तहत सरकार ने राजनांदगांव के लिए 4 मोबाइल यूनिट वैन उपलब्ध कराई है. इसके माध्यम से बीपी, शुगर, खून और पेशाब जांच के अलावा मौके पर ही कोरोना संक्रमण की जांच भी की जा रही है. साथ ही सर्दी, बुखार, बीपी, शुगर की दवाइयां मुफ्त में दी जा रही है. मोबाइल यूनिट में डॉक्टर, नर्स, लैब टेक्नीशियन और फार्मसिस्ट समेत 20 कर्मचारी रहते हैं, जिनके द्वारा जांच कर दवाइयों का वितरण किया जाता है.
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शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के तहत फ्री में हो रहा इलाज
निगम सीमाक्षेत्र में 4 स्थानों पर प्रतिदिन मोबाइल यूनिट के माध्यम से शिविर का आयोजन किया जाता है. शिविर में स्वास्थ्य जांच के अलावा श्रमिक पंजीयन भी किया जाता है. श्रमिक पंजीयन होने से शासन की विभिन्न योजनाओं का भी लाभ मजदूरों को मिलता है. नगर निगम की महापौर और आयुक्त ने नागरिकों से कहा कि शिविर में पहुंचकर सभी लोग अपना स्वास्थ्य जांच जरूर कराएं. शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना में स्वास्थ्य जांच की सुविधा पूरी तरह नि:शुल्क है.
राजनांदगांव महापौर ने लोगों से स्वास्थ्य जांच कराने की अपील की
राजनांदगांव महापौर हेमा सुदेश देशमुख ने बताया कि स्वच्छ शहर और शहरवासियों का स्वास्थ्य हमारी पहली प्राथमिकता है. इसी क्रम में श्रमिक बाहुल्य क्षेत्र के निवासियों को बीमारियों की निःशुल्क जांच के लिए मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना लागू की गई है. वहीं नगर निगम आयुक्त चंद्रकांत कौशिक ने बताया कि शासन की मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना के तहत नागरिकों और श्रमिकों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए 4 मोबाइल यूनिट वैन राजनांदगांव नगर निगम को प्राप्त हुए हैं.