राजनांदगांव: डोंगरगांव क्षेत्र की एक बुजुर्ग महिला राजबती ने अपने आप में एक मिशाल पेश की है. ऐसे लोगों के लिए जो कोरोना महामारी के दौर में कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं और अधिकतर लोग इससे भयभीत हो रहे हैं. राजबती के मिशाल बनने की वजह 99 साल की उम्र में कोरोना वायरस को मात देना है.
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राजबती डोंगरगांव के ग्राम धौंराभांठा की रहने वाली है. जहां अपनी बुलंद हौसले के बलबूते कोरोना से जंग जीत सकुशल अपने घर वापस लौटी है. इसके पीछे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिसके चलते राजबती ने कोरोना जैसी महामारी को भी हरा दिया.
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30 सितम्बर को आई थी कोरोना पॉजिटिव
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक राजबती की बीते 30 सितम्बर को गांव में ही कोरोना जांच की गई थी, इस दौरान उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई, जिसके बाद उन्हें तत्काल शहर के कोविड-19 केयर सेंटर भी भर्ती किया गया था. कोविड-19 सेंटर लगातार अपनी सेवाएं दे रहे प्रभारी बीएमओ डॉक्टर अशोक बंसोड, डॉक्टर ईशिता बागची, डॉक्टर वर्षा ठाकुर सहित अन्य कोरोना वारियर्स की निगरानी और टीमवर्क के चलते हुए इलाज के बाद बुजुर्ग राजबती का सफल इलाज संभव हो सका और उन्होंने कोरोना जैसी बीमारी को मात देने में सफलता हासिल की.