रायपुर: छत्तीसगढ़ एफडीए ने लोगों और वेंडर्स से खाने की पैकिंग को लेकर बड़ी जानकारी शेयर की है. इसके तहत एफडीए ने खाना पैक करने के लिए अखबारों का इस्तेमाल नहीं करने को कहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि यह आपके और हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है. छत्तीसगढ़ एफडीए और छत्तीसगढ़ सरकार ने दुकानदारों और उपभोक्ताओं से खाद्य पदार्थों की पैकिंग के लिए अखबारों के इस्तेमाल से बचने की अपील की है. क्योंकि अखबारों में इस्तेमाल होने वाली स्याही में खतरनाक केमिकल होते हैं.
एफडीए की तरफ खाने की पैकिंग को लेकर सलाह: छत्तीसगढ़ एफडीए ने कहा कि" अखबार की स्याही यानी की इंक में कई तरह के खतरनाक रसायन होते हैं. जो स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकते हैं. इसलिए इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन विभाग के एक अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि स्ट्रीट फूड विक्रेता अक्सर खाना लपेटने के लिए स्क्रैप अखबार का इस्तेमाल करते हैं. इसके अलावा कभी कभी तले हुए सामानों से एक्स्ट्रा तेल सोखने के लिए भी लोग घर में अखबारों का इस्तेमाल करते हैं. यह किसी भी इंसान के लिए खतरनाक होता है. क्योंकि अखबार में मौजूदा केमिकल और उसका कलर खाने की क्वालिटी को प्रभावित कर सकता है.
अखबारों में खाने की पैकिंग से हो सकता है कैंसर: अखबारों में खाने की पैकिंग कर अगर उस भोजन का इस्तेमाल किया जाता है तो, इससे गंभीर बीमारी हो सकती है. जिसमें पाचन से जुड़ी बीमारी, फूड प्वॉइजनिंग, अंगों का बेकार होना और कैंसर इंसान को परेशान कर सकता है. जिसकी वजह से कई गंभीर समस्याएं पैदा हो जाएंगी. इसलिए एफडीए ने खाद्य सामान बेचने वाले विक्रेताओं, व्यापारियों, वेंडर्स और लोगों से खाने के सामान की पैकिंग अखबार के पन्नों में नहीं करने की सलाह दी है.
अपील और चेतावनी के बाद होगी कार्रवाई: फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने कहा है कि अगर इस अपील पर लोग अलर्ट नहीं होते हैं तो ऐसे विक्रेता और फूड वेंडर्स के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. ऐसे लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज होगी.