रायपुर: जांजगीर-चांपा के पूर्व कलेक्टर जनक प्रसाद पाठक पर दुष्कर्म का अपराध दर्ज करवाने वाली पीड़ित महिला रविवार को रायपुर पहुंची. जहां पीड़िता ने मेडिकल परीक्षण होने के बाद अपना बयान दर्ज कराया. IUCAW (Investigative Unit for Crimes Against Women) की महिला अधिकारियों के सामने पीड़िता का बयान दर्ज किया गया. बयान दर्ज कराने के बाद विशेष गार्ड की सुरक्षा में पीड़िता को उसके घर तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई.
पीड़िता ने रायपुर में राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात की. इस मुलाकात के दौरान पीड़िता ने राज्यपाल से जांजगीर की महिला एएसपी के खिलाफ मारपीट करने की शिकायत की. पीड़िता ने राज्यपाल को अपनी जान का खतरा बताते हुए सुरक्षा की मांग की. राज्यपाल ने डीजीपी को पीड़िता के लगाए गए आरोपों का जांच करने के निर्देश दिए.
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बता दे कि छत्तीसगढ़ में महिला के साथ दुष्कर्म करने वाले आरोपी पूर्व कलेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है. पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मामले की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. पीड़िता ने पूर्व कलेक्टर पर दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था. पीड़िता का आरोप है कि कलेक्टर ने उसके एनजीओ के लिए बड़ा काम दिलवाने का वादा किया था. इसके बाद 15 मई को जब वह कलेक्टर पाठक से मिलने उनके दफ्तर पहुंची, तो कलेक्टर ने पति को नौकरी से निकालने की धमकी देते हुए ऑफिस के चैंबर में उसके साथ दुष्कर्म किया. जिसके बाद पुलिस ने पूर्व कलेक्टर जनक प्रसाद पाठक के खिलाफ रेप सहित कई धाराओं में केस दर्ज किया है.