रायपुर : सर्व मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए रविवार को भगवान सूर्य का व्रत करना श्रेष्ठ माना गया है. इस व्रत को करने के लिए प्रातः काल स्नानादि से निवृत्त होकर स्वच्छ वस्त्र धारण करें. शांतचित्त होकर परमात्मा का स्मरण करें. भोजन एक समय से अधिक बार नहीं करना चाहिए. भोजन और फलाहार सूर्य के प्रकाश रहते ही कर लेना उचित माना जाता है. यदि निराहार रहने पर सूर्य छिप जाये तो दूसरे दिन सूर्य उदय हो जाने पर अर्ध्य देने के बाद ही भोजन करें.
रविवार के दिन क्या करें : रविवार के व्रत वाले दिन भोजन सिर्फ एक समय ही और सूर्यास्त से पहले कर लेना चाहिए. भोजन बिल्कुल सामान्य होना चाहिए. अगर आप बिना नमक के गेंहू की रोटी या गेंहू का दलिया बनाकर खा सकें तो यह ज्यादा अच्छा माना जाता है. भोजन करने से पहले कुछ भाग बालिका या बालक को खिलाकर या मंदिर में दान करके फिर ही खाना चाहिए. व्रत के दिन सभी तरह के फल, औषधि, जल, दूध या दूध से बने हुए भोज्य पदार्थों का सेवन करने से रविवार का व्रत नष्ट नहीं होता है.
रविवार के दिन क्या ना करें : इस दिन पश्चिम और वायव्य दिशा में यात्रा नहीं करें क्योंकि इस दिन पश्चिम में दिशा शूल रहता है. अगर इस दिन किसी कारणवश इन दिशाओं में जाना जरुरी है तो रविवार को दलिया, घी या पान खाकर या इससे पहले पांच कदम पीछे चलकर ही इस दिशा में जाएं. रविवार के दिन सूर्य से संबंधित धातु जैसे तांबे आदि को बेचने से बचें. इससे सूर्य कमजोर भी हो सकता है. इस दिन काले रंग से संबंधित कोई भी कपड़े पहनने से बचें. नीले, काले, कत्थई और ग्रे कलर के कपड़े रविवार के दिन पहनना शुभ नहीं माना गया हैं.जातक को गरिष्ठ, तला हुआ, मिर्च मसालेदार या और कोई पकवान नहीं खाना चाहिए.
रविवार के दिन नमक खाने से बचना चाहिए. इससे आपके कार्य में बाधा के साथ स्वास्थ्य पर भी असर पड़ सकता है.रविवार के दिन खासकर सुर्यास्त के बाद नमक बिल्कुल नहीं खाना चाहिए. रविवार के दिन मास-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए. इस दिन ऐसा करना अशुभ माना गया हैं.रविवार को हमें बाल कांटने से भी बचना चाहिए, ऐसा माना जाता है कि इस दिन बाल कांटने से हमारे अंदर सूर्य का प्रभाव यानी हमारा तेज कम होता है. रविवार के दिन शनि से संबंधित पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए इसलिए तेल मालिश करने से भी हमे आज के दिन बचना चाहिए.