आरंग/रायपुर: आरंग क्षेत्र के बैहार गांव में रोजगार सहायक के पद पर पदस्थ दिव्यांग प्रदीप का ट्रांसफर कर दिया गया है. इस बात का ग्रामीणों ने विरोध किया. ग्रामीणों ने कार्यपालन अधिकारी को ट्रांसफर रद्द करने के लिए आवेदन भी सौंपा है. इसके साथ ही ग्रामीणों और रोजगार सहायक ने सरपंच पर फर्जीवाड़ा किए जाने का आरोप लगाया है.
बैहार गांव के ग्रामीणों और रोजगार सहायक ने सरपंच पर आरोप लगाया है कि गांव में मनरेगा के तहत चल रहे काम में सरपंच फर्जीवाड़ा कर रहा है. उन्होंने बताया कि सरपंच अपने लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए खुद ही फर्जी मस्टररोल भरकर रोजगार सहायक पर हस्ताक्षर करने का दबाव डाल रहा है.इस बात का विरोध करने पर सरपंच ने अधिकारियों से सांठ-गांठ कर उसका ट्रांसफर करा दिया.
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पंचायत सीईओ ने कहा आरोप निराधार
इस मामले में जनपद पंचायत सीइओ किरण कौशिक और सरपंच गीता साहू ने आरोप को निराधार बताया है. जनपद सीइओ ने कहा कि ट्रांसफर नियमों और प्रकिया के अनुसार ही हुआ है. पूर्व में जो स्थानीय रोजगार सहायक रवि बंजारे बैहार में पदस्थ था उसे कुछ दिनों के लिए निर्वाचन कार्य के लिए जनपद बुलाया गया था, जिसे फिर से वहां नियुक्त किया गया है. इसमें किसी प्रकार की सांठ गांठ नहीं है. अगर मनरेगा मस्टररोल में किसी प्रकार की कोई अनियमितता हुई होगी तो इसकी शिकायत उनके पास नहीं आई है. शिकायत आने पर उचित कार्रवाई की जाएगी.
सरपंच ने किया आरोप से इंकार
सरपंच ने रोजगार सहायक पर किसी भी प्रकार के दबाव बनाने से इंकार किया है. वहीं ट्रांसफर के रद्द नहीं होने पर ग्रामीणों ने मामले की शिकायत जिला कलेक्टर से करने की बात कही है.