रायपुर: प्रदेश के 56 लाख से अधिक बिजली उपभोक्ताओं को बिजली कंपनी बिल में झटका देने वाली है. छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनी ने इस महीने से वीसीएस चार्ज में प्रति यूनिट 14 पैसे का इजाफा कर दिया है. इसे लेकर अब राजनीतिक बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने तत्कालीन सरकार पर जनता के साथ अन्याय करने का आरोप लगाया है. वहीं छत्तीसगढ़ स्टेट के बिजली विभाग के अधिकारी ने बताया कि हर दो महीने में ऐसे छोटे-मोटे बदलाव होते रहते हैं.
बिजली कंपनी उपभोक्ताओं से अब तक वेरियेबल चार्ज 1 पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से लेती थी. इसमें 100 यूनिट की खपत पर एक रुपए बोनस मिलता था. इस चार्ज को अब 14 पैसे कर दिया गया है. इस आधार पर प्रदेश में बिजली खपत के हिसाब से कंपनी उपभोक्ताओं से हर महीने 25 करोड़ से जयादा की राशि वसूली जाएगी. यह राशि बिजली बिल योजना के तहत घरेलू उपभोक्ताओं को 400 यूनिट की खपत पर मिल रही सब्सिडी राशि का लगभग 50 फीसदी है.
सरकार पर लगाया जनता को ठगने का आरोप
बिजली खपत पर प्रति यूनिट 14 पैसे ज्यादा भुगतान करने को लेकर विपक्ष ने राज्य सरकार पर जनता को धोखा देने का आरोप लगाया है. धरमलाल कौशिक ने कहा कि बिजली बिल हाफ के वादे के साथ सत्ता में बैठी सरकार अब लाखों उपभोक्ताओं के साथ छल कर रही है. छत्तीसगढ़ में बिजली बिल हाफ तो जरूर कर दिया गया है, लेकिन अब 13 से 14 पैसे प्रति यूनिट के दाम बढ़ाए जा रहे हैं. इस रेट को बढ़ाने को लेकर विपक्ष ने अब सरकार पर आरोप लगाया है.
वीसीएस चार्ज में होगी बढ़ोतरी
वहीं ETV भारत की टीम ने जब इस बारे में छत्तीसगढ़ के स्टेट पॉवर कंपनी के चेयरमैन शैलेंद्र शुक्ला से बात की तो उन्होंने बताया कि बिजली उत्पादन के लिए कंपनी को कोयला और तेल के रूप में फ्यूल खरीदना होता है. इसका बाजार मूल्य घटता बढ़ता रहता है और इसी के आधार पर वीसीए चार्ज निर्धारित होता है, जो बिजली बिल में ही जुड़कर आता है. उन्होंने बताया कि ये पहली बार नहीं है जब वीसीए चार्ज में बढ़ोतरी हो रही है. इससे पहले भी पिछली सरकार में 50 से 55 पैसे प्रति यूनिट बढ़ोतरी हुई है.
हर उपभोक्ता पर पड़ेगा असर
बिजली की दरों में प्रति यूनिट के हिसाब से 13 से 14 पैसे की बढ़ोतरी का असर सीधा आम उपभोक्ताओं की जेब पर पड़ेगा. सरकार द्वारा घरेलू उपभोक्ताओं को 400 यूनिट तक की खपत पर हाफ बिजली बिल योजना (Bijli Bill Half Yojana) का लाभ दिया जा रहा है. इसके तहत 50 से 60 करोड़ रुपए प्रतिमाह उपभोक्ताओं को सब्सिडी के रुप में मिलता है. वहीं अब वीसीए चार्ज के रुप में कपंनी लगभग 25 करोड़ रुपए से अधिक की राशि हर महीने उपभोक्ताओं से वसूलेगा. यह चार्ज हर श्रेणी के उपभोक्ताओं पर लागू होगा.
- प्रदेश में बिजली उपभोक्ता - 56 लाख 13 हजार
- बिजली की खपत प्रतिमाह - 180 करोड़ यूनिट से अधिक
- कंपनी का राजस्व प्रतिमाह - 1100 करोड़
- अब बढ़े हुए वीसीए चार्ज से वसूली प्रतिमाह - 25.20 करोड़