रायपुर: डीडी नगर थाना क्षेत्र में 2 जून की रात डंगनिया मोड़ के पास इंटीरियर दुकान के संचालक सिद्धार्थ आसटकर का अपहरण हो गया था. इस मामले में पुलिस ने 2 इंटरस्टेट अपहरणकर्ताओं को मंगलवार को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने 2 जून की रात लगभग 1 बजे किडनैप कारोबारी सिद्धार्थ आसटकर को कवर्धा के दशरंगपुर के पास से रेस्क्यू किया था, लेकिन आरोपी फरार हो गए थे.
आरोपी पहले भी जा चुका है जेल: अपहरणकर्ता आरोपी अंकित मिश्रा वर्तमान में दुर्ग के अमलेश्वर में रहता था. वहीं दूसरा आरोपी राज तोमर राजधानी के कमल विहार में रहता था. अपहरण की घटना को अंजाम देने के लिए ग्वालियर के अपने 3 साथियों के साथ इनोवा वाहन को ग्वालियर से रायपुर लाया गया. आरोपी राज तोमर इसके पहले भी ग्वालियर और मुरैना में हत्या मारपीट और आगजनी जैसे आधा दर्जन मामले में जेल जा चुका है.
"2 जून की रात लगभग 8.30 बजे कारोबारी सिद्धार्थ आसटकर को कार में सवार 5 अपहरणकर्ताओं ने अपहरण करके मंदिर हसौद ले गए. फिर कवर्धा जिले के दशरंगपुर में अपहृत कारोबारी को छोड़ दिया गया और पांचों आरोपी वहां से फरार हो गए थे. इसमें से पुलिस ने 2 आरोपी अंकित मिश्रा और राज तोमर को गिरफ्तार कर लिया है. अपहरण की घटना का मास्टरमाइंड अंकित मिश्रा है. अंकित मिश्रा ने ही इस पूरी प्लानिंग को अंजाम दिया था. पुलिस अपहरण के मामले में फरार 3 आरोपियों की तलाश में 2 राज्यों में अभी भी तलाश कर रही है. पकड़े गए 2 आरोपी को पुलिस रिमांड में लेकर आगे की पूछताछ कर रही है." -अभिषेक माहेश्वरी, शहर एडिशनल एसपी रायपुर
मांगी थी एक करोड़ की फिरौती: घटना का मास्टरमाइंड अंकित मिश्रा है, जो किडनैप कारोबारी सिद्धार्थ के मकान में 5 साल तक किराए पर रहा. कारोबारी का अपहरण करने के बाद अपहरणकर्ताओं ने फोन करके अपहृत कारोबारी के पिता से एक करोड़ रुपए की फिरौती मांगी. अपहरण करने के लिए इस्तेमाल कार को पुलिस ने जब्त कर लिया है. पुलिस के हाथ लगे दोनों अपहरणकर्ता मध्य प्रदेश के ग्वालियर के रहने वाले हैं. आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने अपहरण की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है.