रायपुर: सोमवार को बूढ़ातालाब गार्डन में 2 कौओं की मौत से राजधानी में एक बार फिर बर्ड फ्लू का खतरा मंडराने लगा है. कुछ माह पहले पंडरी स्थित पगारिया कॉम्प्लेक्स में 35 कबूतरों की मौत हुई थी, जिसके बाद पशु चिकित्सा विभाग और जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया था. हालांकि जांच रिपोर्ट में बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं हुई थी. बूढ़ा तालाब गार्डन में दो कौओं की मौत की जानकारी मिलने पर पशु चिकित्सा विभाग और निगम कर्मचारी गार्डन पहुंचे और उनका सैंपल लेकर आसपास की जगहों को सैनिटाइज किया.
सरगुजा में बर्ड फ्लू के खतरनाक वायरस की पुष्टि के बाद सूरजपुर में अलर्ट
भोपाल लैब भेजे गए सैंपल
वहीं मृतकों के सैंपल को जांच के लिए भोपाल स्थित लैब में भेज दिया गया है. बर्ड फ्लू को लेकर पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जब तक रिपोर्ट नहीं आ जाती, कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी. पशु चिकित्सक डॉक्टर संजय जैन ने सैंपल रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की वजह साफ होने की बात कही है. उन्होंने कहा कि बबर्ड फ्लू नाम की बीमारी इन्फ्लूएंजा टाइप-ए H5N1 वायरस की वजह से फैलती है. विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के मुताबिक H5N1 के कारण संक्रमित लोगों में मृत्यु दर लगभग 60 फीसदी है.
छत्तीसगढ़ के कई जिलों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है, ऐसे में प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है. कई जगह मुर्गियों और पक्षियों को मारा गया है.