रायपुर: देश की जानी मानी आईटी कंपनी विप्रो में कुछ ही समय ने बड़ा बदलाव होने जा रहा है. कम्पनी के चेयरमैन अजीम प्रेमजी विप्रो की जिम्मेदारी से मुक्त होने वाले है. अजीम प्रेमजी की जगह उनके बेटे रिशद प्रेमजी को विप्रो के चेयरमैन की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी.
रायपुर एनआईटी के रहे हैं छात्र
कंपनी के सीईओ आबिद अली नीमचवाला को एमडी बनने का भी ऐलान किया गया है. कॉर्पोरेट जगत में इस ऐलान के बाद काफी हलचल देखी जा रही है. देश के सबसे बड़े दानदाता ग्रुप के रूप जाने जाने वाले विप्रो के एमडी पद पर काबिज हो रहे आबिद अली नीमचवाला का रायपुर से खास नाता है. नीमचवाला रायपुर के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के छात्र रहे हैं.
एनआईटी के छात्रों में खुशी की लहर
उन्होंने 1990 में एनआईटी (तब जीईसी) से इलेक्ट्रॉनिक एंड टेली कम्युनिकेशन में बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग बीई की डिग्री हासिल की हैं. उनके साथ जीईसी में पढ़े छात्रों में नीमचवाला की इस उपलब्धि को लेकर खुशी की लहर है.
एलुमिनी के पदाधिकारी हैं उत्साहित
एनआईटी एलुमिनी के पदाधिकारियों की माने तो नीमचवाला रायपुर से बेहद लगाव है. उनके इस उपलब्धि से ना केवल उनके साथ के छात्र बल्कि पूरे इंजीनियर कॉलेज और प्रदेश के आईटी सेक्टर में काम कर रहे छात्रों में बेहद उत्साह है.
सीईओ की संभाल रहे जिम्मेदारी
8 दिसंबर 1967 में जन्मे आबिद अली नीमचवाला मूल रूप से मध्यप्रदेश के नीमच के रहने वाले हैं. इसके कारण ही वे अपने नाम के पीछे नीमचवाला शब्द लगाते है. NIT से बीई की डिग्री हासिल करने के बाद उन्होंने IIT बॉम्बे से इंडस्ट्रियल मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की. 1 फरवरी 2016 से वे विप्रो में सीईओ पद की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं.
छत्तीसगढ़ के इंजीनियरों को फायदा की उम्मीद
किसी भी इंसान के लिए उसके कॉलेज के दौरान का समय सबसे यादगार होता है और नीमचवाला के कॉलेज के शुरुआती दिन रायपुर में ही गुजरे हैं. इसकी वजह से न केवल NIT कैंपस, बल्कि पूरे रायपुर के गलियारों से उनका बेहद खास नाता रहा है. उम्मीद लगाई जा रही है कि उनके इस रिश्ते से छत्तीसगढ़ के इंजीनियरों को आने वाले समय मे फायदा मिलेगा.