छत्तीसगढ़ में स्कूल खुले सिर्फ चार दिन हुए हैं. इसी बीच कई जगहों से कोरोना के मामले भी सामने आ रहे हैं. राजनांदगांव, अंबिकापुर और सूरजपुर में स्कूल खुलने के बाद छात्र और स्टाफ कोरोना पॉजिटिव पाए गए. जिसके बाद स्कूल खुलने को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं.
स्कूल खुलते ही कोरोना का कहर, 2 बच्चे समेत 11 लोग मिले पॉजिटिव
राजनांदगांव में 2 छात्र और 9 स्टाफ कोरोना पॉजिटिव
शहर के युगांतर पब्लिक स्कूल के 2 छात्र और 9 स्टाफ कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. बच्चों के पॉजिटिव मिलने के बाद जिले में हड़कंप मच गया है. अब सरकारी स्कूलों को खोले जाने के फैसले को लेकर सवाल उठ रहे हैं.राज्य सरकार के फैसले के बाद युगांतर पब्लिक स्कूल को खोले जाने की तैयारी थी. इस बीच स्टाफ में से एक पॉजिटिव मरीज स्वास्थ्य विभाग को मिला. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने कैंप लगाकर युगांतर स्कूल में कोरोना जांच की. इस दौरान स्टॉफ के 9 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए. इसके अलावा 2 छात्र भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. स्कूल प्रबंधन का कहना है कि स्कूल अभी नहीं खोला गया है. कोरोना पॉजिटिव पाए गए बच्चे स्कूल में काम करते हैं.मरीजों को आइसोलेशन में रखा गया है.
सूरजपुर: 2 छात्र मिले कोरोना पॉजिटिव, 2 हफ्ते के लिए स्कूल किया गया बंद
स्कूल खुलने के बाद 2 छात्र कोरोना पॉजिटिव
सूरजपुर जिले के प्रतापपुर ब्लॉक के शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल पंछीडांड में दो छात्र कोरोना संक्रमित मिले हैं. जिसके बाद स्कूल को दो हफ्ते के लिए बंद कर दिया गया है.गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग की ओर से 67 स्कूली बच्चों का कोरोना टेस्ट किया गया था. इसमें 10वीं कक्षा के 2 छात्र कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. स्वास्थ्य विभाग ने दोनों छात्रों को होम आइसोलेट किया है.
सरगुजा: सैनिक स्कूल के 8 स्टाफ कोरोना संक्रमित
अंबिकापुर सैनिक स्कूल में कुल 8 लोग संक्रमित
अंबिकापुर सैनिक स्कूल में भी कोरोना ने दस्तक दे दी है. यहां कुल 8 अधिकारी-कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. फिलहाल सभी का होम आइसोलेशन में इलाज जारी है. कोरोना की दस्तक के साथ ही सैनिक स्कूल कैम्पस को सील कर दिया गया था. यहां किसी को भी आने-जाने की अनुमति नहीं थी. इन सबके बावजूद स्कूल के स्टाफ में कोरोना का संक्रमण फैल गया है. पहली सूची में 6 और फिर 2 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं. इस तरह कुल 8 लोग कोरोना संक्रमित हैं.
कुछ दिनों पहले ही यहां ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया शुरू हुई थी और इसके बाद ही स्कूल में लोगों का आना-जाना शुरू हुआ था. इसके बाद अब सबसे सुरक्षित माने जाने वाले सैनिक स्कूल कैंपस में भी कोरोना ने पैर पसार दिए हैं.